उज्जैन के नागदा में पुराने बस स्टैंड पर भीम आर्मी के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. धरने पर बैठे लोगों की मांग है कि पुराने बस स्टैंड पर बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति स्थापित की जाए.
उज्जैन। जिले की नागदा तहसील में 26 जनवरी, मंगलवार रात को नगर पालिका द्वारा नए बस स्टैंड बाईपास चौराहे पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित की. जिसके चलते भीम आर्मी सदस्यों में आक्रोश व्याप्त हो गया. आक्रोशित सदस्यों ने बुधवार सुबह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगवाने के लिए पुराने बस स्टैंड पर प्रदर्शन व नारेबाजी कर बाबा साहेब की मूर्ति स्थापित करने की मांग की.
गौरतलब है कि नागदा में शहर के प्रमुख चौराहों पर महापुरुषों की प्रतिमा लगाए जाने की मांग की जा रही है. मामला कोर्ट में होने के कारण कुछ स्थानों पर प्रतिमा नहीं लगाई जा रही है. प्रतिमाओं को लगाए जाने की मांग को लेकर चंद्रवंशी बागरी समाज, क्षत्रिय महासभा, भीम आर्मी आदि संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है.
प्रशासन बाबा साहब की मूर्ति नगर पालिका भवन में स्थित उद्यान में लगाने की बात कह रही है. जबकि भीम आर्मी बाबा साहब की मूर्ति पुराने बस स्टैंड चौराहे पर लगाने की मांग वर्षो से करती आ रही है. देर रात प्रशासन द्वारा महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित करने के बाद यह मामला और गरमा गया है.
सुबह होते ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता पुराने बस स्टैंड पर इकठ्ठे होकर मूर्ति स्थापित करने की मांग करने लगे. कोट चौराहे पर मूर्ति स्थापित नहीं होने पर दलित समाज की नाराजगी प्रशासन को झेलना होगी. बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी बस स्टैंड क्षेत्र में मौजूद हैं. थाना प्रभारी श्याम चंद्र शर्मा ने सभी आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया.
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