नाभि पर हल्दी लगाने के फायदे ( Benefits of applying turmeric on the navel in hindi )। nabhi par haldi lagane ke fayde
प्राचीन काल आयुर्वेद में नाभि पर हल्दी लगाने की परंपरा है. नाभि में हल्दी लगाने से सेहत को कई प्रकार के फायदे होते हैं. कारण नाभि मनुष्य शरीर का केंद्र बिंदु होता है, यदि आप रात को सोने के पूर्व 2 बूंदे नारियल में हल्दी मिलाकर नाभि पर लगाकर सोते हैं, तो हृदय रोगों में लाभ मिलता है. इससे हार्ट अटैक की संभावना 99 प्रतिशत तक कम रहती है. नाभि में हल्दी वाला तेल लगाने से स्किन, आंखें, मस्तिष्क और प्रजनन की क्षमता विकसित होती है. हल्दी को आयुर्वेद में औषधि के रुप में जाना जाता है. इसमें सैचुरेटेड फैट की मात्रा काफी होती है, जिससे इसकी न्यूट्रीशनल वैल्यू बहुत अधिक हो जाती है. नाभि में यदि आप हल्दी लगाते हैं, तो इससे कई फायदे हो सकते हैं. आइए जानते हैं उन फायदों के बारे में-
हल्दी का महत्व : Importance of turmeric
भारतीय रसोई में मसालों में हल्दी (Haldi) का उपयोग किया जाता है. यही कारण है कि हर घर की रसोई में हल्दी आवश्यक रुप से मिलेगी. हल्दी मनुष्य शरीर की कई तरह के रोगों से भी रक्षा करती है. प्राचीन समय से ही हल्दी को जड़ी बूटी के रूप में उपयोग किया जा रहा है. सरसों का तेल और हल्दी मिलाकर सुबह-शाम नाभि पर लगाने से मसूड़ों के सब प्रकार के रोग दूर (haldi ke fayde) हो जाते हैं. हल्दी का गुण पायरिया के लिए उपयोगी है.
नाभि पर हल्दी लगाने के फायदे ( Benefits of applying turmeric on the navel in hindi )
- आंखों की समस्या में फायदेमंद : नीम के पत्तों को हल्दी के साथ पीसकर नाभि में लगाने से आंखों से जुड़ी समस्या में फायदेमंद माना जाते हैं. नीम के पत्तों के साथ खड़ी हल्दी को पानी में उबाल कर इसके पानी को ठंडा करके रख लें. जिसके बाद इसी पानी से आंखों को धोने से जलन, आंखों के लाल होने में फायदा होता है.
- रूसी दूर करने में उपयोगी : खड़ी हल्दी को नीम के पत्तों को उबालकर सप्ताह में दो दिन नाभि पर लगाने से रूसी और बालों की गंदगी साफ़ करने में सहायता मिलती है. रूसी को दूर करने के लिए इस पानी से नहाना बेहद फायदेमंद माना जाता है.
- घाव भरने में फायदेमंद : यदि आपके शरीर के बाहरी अंग पर किसी प्रकार की चाेट लगी है, तो नीम के पत्तों और हल्दी का पेस्ट बनाकर घाव या नाभि पर लगाने से इन्फेक्शन का ख़तरा कम होता है और घाव भरने में फायदा होता है.
- हड्डियों और घुटनों के दर्द में राहत : नारियल तेल में हल्दी मिलाकर नाभि में लगाने से सर्दी, जुकाम की समस्याओं से राहत मिलता है. साथ ही यदि नाभि में नियमित रूप से नारियल का तेल लगाते हैं, तो इससे आपकी हड्डियों और घुटनों का दर्द दूर होता है. इसके लिए रात को बिस्तर पर जाने से पहले अपने नाभि में हल्दी मिली हुई दो बूंद नारियल का तेल डालें. जिसके बाद पेट के आसपास हल्के हाथों से मालिश करें. हड्डियों के दर्द में राहत मिलेगी.
- मासिक दर्द से मिलेगी राहत : हल्दी मासिक धर्म के दर्द से भी राहत दिलाने में आपकी मदद करता है. पीरियड के दिनों में नियमित रूप से नाभि में सरसों के तेल में हल्दी मिलाकर लगाने से अपच, उल्टी, गैस और अन्य पेट की समस्या से राहत मिल सकता है. सरसों के तेल में एंटी-आक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से आराम दिलाते हैं.
- उर्जा चक्र को करे संतुलित : आयुर्वेद के मुताबिक हमारे शरीर का नाभि चक्र ऊर्जा और कल्पना का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत हैं. इसमें ही हमारी इक्षाशक्ति और लक्ष्य छिपे होते हैं. नाभि चक्र को संतुलित करने के लिए आप नियमित रूप से नाभि में हल्दी का घोल बनाकर लगाएं.
- मुहांसों को दूर करने में उपयोगी : केसर और हल्दी मिलाकर नाभि पर लगाने से मुहांसों की परेशानी दूर होती है. त्चचा संबंधी रोगों से निजात मिलती है. मुहांसों पर हल्दी का पेस्ट रोजाना लगाने से मुहांसों की समस्या जल्द दूर हो जाती है.
- इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार : हल्दी के पत्तों का रोज़ाना सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. हल्दी के पत्तों को लेकर उसे धों ले और सुबह नियमित रूप से इसका सेवन करें. इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है. साथ ही रात को सोते समय हल्दी के पत्तों के रस को नाभि में लगाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है.
- खून को साफ़ रखने में फायदेमंद : हल्दी के पत्तों की चाय का सेवन करने से शरीर को खून साफ़ रखने में मदद मिलती है. हल्दी के पत्ते स्किन को भी साफ़ रखने में फायदेमंद माना जाता है.
- बुखार से बचाव : हल्दी के पत्तों का उपयोग बुखार जैसी समस्या को दूर करने में भी इस्तेमाल किया जााता है. हल्दी के पत्तों से बनी चाय का उपयोग करने से निमोनिया और वायरल बुखार जैसी समस्या होने का ख़तरा बेहद कम हो जाता है.
- कब्ज और पेट की गड़बड़ी दूर करे : हल्दी के पत्तों की चाय नियमित रुप से पीने से कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं में भी फायदेमंद मानी जाती है. इसे नियमित रुप से नाभि में लगाने से कब्ज और पेट संबंधी दिक्कतें ख़त्म होती है.
- चर्म रोग में हल्दी के फायदे : दाद के अलावा चर्म रोग में भी हल्दी का प्रयोग करना बेहद ही फायदेमंद होता है. इसके लिए 2-5 ग्राम हल्दी चूर्ण (Turmeric powder in Hindi) को गोमूत्र में मिलाकर दिन में दो तीन बार सेवन करें. इसके अलावा हल्दी के चूर्ण में मक्खन मिलाकर नाभि पर लगाने से भी फायदा होता है.
- पेट के कीड़े भी पाचन तंत्र के खराब होने के कारण उत्पन्न होते हैं, हल्दी पाचक एवं कृमिघ्न गुण होने के कारण यह पेट के कीड़ों को खत्म करने में मदद करता है. नाभि में हल्दी लगाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है.
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