Festivals in India : भारत को त्योहारों के देश के नाम से जाना जाता है. पूरे विश्व में भारत की पहचान इसके त्योहार और रिति रिवाज है. आध्यात्मिक देश होने के कारण विदेश पर्यटक यहां आना पसंद करते हैं. प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले कई और विविध त्यौहार भारतीय संस्कृति की पहचान है. अविस्मरणीय अनुभव के लिए भारत में इन लोकप्रिय त्योहारों को देखना अपने आप को रोमांचित करना है. भारत में प्रत्येक पर्व की भिन्न रिति और स्वाद होता है जिसे आपको पहले अनुभव करने की आवश्यकता होती है.
हम पोस्ट के जरिए आपके साथ भारत के सबसे लोकप्रिय, जीवंत और व्यापक रूप से मनाए जाने वाले त्योहारों की एक चुनिंदा सूची साझा कर रहे हैं, जो भारत की सांस्कृतिक सुंदरता का चित्रण करता है. भारत के त्योहारों का अर्थ विविध होकर भी एकता और प्रकृति की रक्षा करना है. चलिए पोस्ट के जरिए हम राष्ट्रीय त्योहारों पर एक नज़र डालें.
भारत के प्रमुख त्यौहार | Upcoming Festivals In india
भारत में बर्ष में आने वाले प्रमुख त्यौहार जो पुरे देश में हर्ष और उल्लास से मनाये जाते है | इनमे से कुछ त्यौहार ऐसे भी जिनको डेस्क के बहार भी मनाया जाता है |
निम्न सारणी में पुरे वर्ष में आने वाली पूर्णिमा का महत्व बताया गया हैं
मासिक पूर्णिमा
महत्व
2023
चैत्र
हनुमान जयंती
16 April 2023
वैशाख
बुद्ध जयंती
16 May 2023
ज्येष्ठ
वट सावित्री
29 May 2023
आषाढ़
गुरू पूर्णिमा
13 July 2023
श्रावण पूर्णिमा
रक्षाबंधन
11 August 2023
भाद्रपद पूर्णिमा
श्राद्ध/ पितृ
9 September 2023
आश्विन
शरद पूर्णिमा
9 October 2023
कार्तिक पूर्णिमा
–
8 November 2023
अग्रहण्य पूर्णिमा
–
–
पौष पूर्णिमा
–
17 January 2023
माघ
माघ मेला
–
फाल्गुन
होली
18 March 2023
मासिक अमावस्या व्रत –
मासिक पूर्णिमा
महत्व
2023
चैत्र
चैत्र अमावस्या
31 March 2023
वैशाख
बैसाख अमावस्या
30 April 2023
ज्येष्ठ
शनि जयंती
30 May 2023
आषाढ़
सोमवती अमावस्या
28 June 2023
श्रावण
श्रावण अमावस्या
–
भाद्रपद
पिठोरी अमावस्या
–
आश्विन
सर्व पितृ अमावस्या
24 September 2023
कार्तिक
दीवाली
–
अग्रहण्य
मार्गशीर्ष अमावस्या
24 November 2023
पौष
पौष अमावस्या
–
पौष
–
–
माघ
मौनी अमावस्या
12 February 2023
फाल्गुन
सूर्य ग्रहण
–
अन्य महत्वपूर्ण मासिक त्यौहार एवम पवित्र माह :
हिन्दू पंचांग में सभी तिथियों का विशेष महत्व होता हैं प्रति माह कई विशेष तिथियों पर भक्त जन पूजा एवम उपवास करते हैं . इसके अलावा कई माह भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. आगे की तालिका में इन्ही महत्वपूर्ण मासिक त्यौहारों एवम माह का महत्व बताया गया हैं :
नाम
विवरण
कालाष्टमी
कृष्ण पक्ष अष्टमी
प्रदोष
प्रति हिंदी माह त्रयोदशी
मासिक शिव रात्रि
प्रति हिंदी माह चतुर्दशी
संकष्टी चतुर्थी
हर माह कृष्ण पक्ष के चौथे दिन संकष्टी चतुर्थी आती है|
भानु सप्तमी
जब सप्तमी के दिन रविवार होता हैं
स्कन्दा षष्ठी
शुक्ल पक्ष पंचमी और षष्ठी एक साथ आये तब मनाई जाती हैं
रोहिणी व्रत
जब रोहिणी नक्षत्र सूर्योदय के बाद प्रबल होता हैं
सत्य नारायण पूजा
पूर्णिमा एवं उसके एक दिन पूर्व/ प्रति माह संक्रांति
मंगला गौरी / गौरी पूजा
सावन माह के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत होता है
धनुर्मास
–
श्रावण/ सावन महत्व
पवित्र माह
अधिक मास महत्व
पवित्र माह जो तीन वर्ष में आता हैं
कोकिला व्रत
जब अधिक मास आषाढ़ में आता हैं यह योग 19 वर्षो में बनता हैं
कार्तिक माह महत्व
पवित्र माह
चातुर्मास/ चौमासा
अर्ध अषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन एवं अर्ध कार्तिक
महाकुम्भ नासिक
सूर्य,वृहस्पति जब सिंह राशि में प्रवेश करते हैं
महाकुम्भ उज्जैन
जब सूर्य एवम वृहस्पति वृश्चिक राशि में प्रवेश करता हैं |
किसान के कटाई त्यौहार (Seasonal and Harvesting festivals) –
त्यौहार का नाम
2023
लोहड़ी
13 January 2023
मकर संक्रांति
14 January 2023
बसंत पंचमी
5 February 2023
बैसाखी
14 April 2023
ओणम
8 September 2023
पोला
–
अन्य महत्वपूर्ण मासिक त्यौहार एवम पवित्र माह :
हिन्दू पंचांग में सभी तिथियों का विशेष महत्व होता हैं प्रति माह कई विशेष तिथियों पर भक्त जन पूजा एवम उपवास करते हैं . इसके अलावा कई माह भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. आगे की तालिका में इन्ही महत्वपूर्ण मासिक त्यौहारों एवम माह का महत्व बताया गया हैं :
नाम
विवरण
कालाष्टमी
कृष्ण पक्ष अष्टमी
प्रदोष
प्रति हिंदी माह त्रयोदशी
मासिक शिव रात्रि
प्रति हिंदी माह चतुर्दशी
भानु सप्तमी
जब सप्तमी के दिन रविवार होता हैं
स्कन्दा षष्ठी
शुक्ल पक्ष पंचमी और षष्ठी एक साथ आये तब मनाई जाती हैं
रोहिणी व्रत
जब रोहिणी नक्षत्र सूर्योदय के बाद प्रबल होता हैं
सत्य नारायण पूजा
पूर्णिमा एवं उसके एक दिन पूर्व/ प्रति माह संक्रांति
मंगला गौरी / गौरी पूजा
सावन माह के हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत होता है
धनुर्मास
–
अधिक मास महत्व
पवित्र माह जो तीन वर्ष में आता हैं
कोकिला व्रत
पवित्र माह जो तीन वर्ष में आता हैं
कार्तिक माह महत्व
पवित्र माह
चातुर्मास/ चौमासा
अर्ध अषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन एवं अर्ध कार्तिक
महाकुम्भ नासिक
सूर्य,वृहस्पति जब सिंह राशि में प्रवेश करते हैं
महाकुम्भ उज्जैन
जब सूर्य एवम वृहस्पति वृश्चिक राशि में प्रवेश करता हैं |
संकष्टी चतुर्थी
हर माह कृष्ण पक्ष के चौथे दिन संकष्टी चतुर्थी आती है|
श्रावण/ सावन महत्व
पवित्र माह
भारत देश की पहचान हैं उसके अनेक धर्मो का एक सुन्दर स्वरूप. प्रेम, एकता, आपसी भाई चारा ही त्यौहारो का मुख्य उद्देश्य हैं. सामाजिक व्यवस्था की दृष्टि से भी त्यौहार बहुत महत्वपूर्ण हैं.
हमारे इस पेज में उन्ही त्यौहारों का विवरण किया किया हैं अगर आप इससे भिन्न कुछ जानते हैं तब अपनी राय कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं.
दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।