पड़ताल

श्रीनगर में ठंड ने 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

श्रीनगर में ठंड ने 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. जम्मू-कश्मीर में रविवार को चिल्लई कलां यानी कड़ाके की ठंड का अंतिम दिन था। खास बात यह है कि इसी दिन श्रीनगर में ठंड ने 30 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शनिवार-रविवार की दरम्‍यानी रात श्रीनगर में तापमान माइनस 8.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। इससे पूर्व साल 1991 में न्‍यूनतम तापमान माइनस 11.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था।

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पिछले 38 साल में श्रीनगर का तापमान 17 बार माइनस 8.8 या उससे कम रिकॉर्ड किया गया है।

20 से ज्यादा इलाकों में पारा माइनस में
बीते 38 साल में श्रीनगर का तापमान 17 बार माइनस 8.8 या उससे कम दर्ज हुआ है। वहीं साल 1991 सबसे ठंडा और कठोर सर्दी वाला साल महसूस किया गथा था, जिसमें 9 दिन तक तापमान माइनस 8 या उससे कम रहा। जम्मू-कश्मीर के करीब 20 से ज्यादा इलाकों में तापमान माइनस डिग्री में है। द्रास में बेहद ही अधिक सर्दी है। यहां का तापमान माइनस 26 डिग्री के पार पहुंच चुका है।

बर्फबारी जारी रहेगी
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट की मानें तो, जम्मू-कश्मीर के बाहरी इलाकों और लद्दाख में हल्की बर्फबारी हो सकती है। हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड में घाटी के लोग आवाजाही के साथ पानी की समस्या से भी जूझ रहे हैं।

क्या है चिल्लई कलां, अभी चिल्लई खुर्द और चिल्लई बाचा बाकी
चिल्लई कलांं मौसम से जुड़ा एक बेहद ही प्राचीन शब्द है। जम्मू कश्मीर के लोग इसका समय 21 दिसंबर से 31 जनवरी तक मानते हैं। इन 40 दिनों में कश्मीर में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ती है। वहीं, 1 फरवरी से 20 फरवरी तक चिल्लई खुर्द (छोटी ठंड) और इसके ठीक अगले 10 दिनों तक चिल्लई बाचा (बेबी कोल्ड) के नाम से पुकारा जाता है।

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इन 10 इलाकों में ठंड की थर्ड डिग्री
द्रास -26.2 °C
कारगिल -17.4 °C
लेह-16.1 °C
शोपियां -15.1 °C
बालटाल/नुब्रा घाटी -15.0 °C
थोई -14.7 °C
कोकेरनाग -13.1 °C
कुलगाम -12.1 °C
पुलवामा -10.3 °C
श्रीनगर -8.8 °C

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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