
शिव पूजा करने से क्या होता है? जानिएं इसके फायदे | What happens by worshiping Shiva? Know its benefits
भगवान शिव की पूजा करने से कई जन्मों का फल प्राप्त होता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विधिविधान से शिव पूजा किया जाए तो निश्चित ही मनोवांछित फल प्राप्त होता है. आइए जानते हैं कि शिव पूजा करने से क्या होता है, इसके लाभ, शिव पूजा में अर्पण किए जाने वाली एक अत्यंत महत्वपूर्ण वस्तु और शिव सिद्ध पूजा विधि के बारे में…

शिव पूजा करने से क्या होता है ? इसके फायदे
- शिव पूजा में बिल्व पत्र बेहद ही जरूरी वस्तु है, कारण शिव को बिल्व पत्र बहुत प्रिय हैं, बिल्व अर्पण करने पर शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और मनमांगा फल प्रदान करते हैं. प्राचीन शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव पूजा के दौरान अर्पित करने के लिए बिल्व पत्र तोड़ने से पहले एक विशेष मंत्र का उच्चारण कर बिल्व वृक्ष को श्रद्धापूर्वक प्रणाम करना चाहिए, उसके बाद ही बिल्व पत्र तोड़ने चाहिए। ऐसा करने से शिव पूजा में बिल्व को सहर्ष स्वीकार करते हैं.
क्या है बिल्व पत्र तोड़ने का मंत्र-
अमृतोद्धव श्रीवृक्ष महादेवप्रिय: सदा।
गृहामि तव पत्रणि शिवपूजार्थमादरात्।।
- ध्यान रखें कि चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथियों को, संक्रांति के समय और सोमवार को शिव पूजा करने के लिए बिल्व पत्र कभी नहीं तोड़ने चाहिए. यदि नियमित शिव पूजा करना है तो एक दिन पहले का रखा हुआ बिल्व पत्र चढ़ाना फलदायी होता है.
- इसके अलावा बिल्व पत्र, धतूरा और पत्ते जैसे उगते हैं, वैसे ही इन्हें शिव पूजा के दौरान चढ़ाना चाहिए. उत्पन्न होते समय इनका मुख ऊपर की ओर होता है, अत: चढ़ाते समय इनका मुख ऊपर की ओर ही रखना चाहिए.
- शिव पूजा में दूर्वा एवं तुलसी दल को अपनी ओर तथा बिल्व पत्र नीचे मुख पर चढ़ाना चाहिए. दाहिने हाथ की हथेली को सीधी करके मध्यमा, अनामिका और अंगूठे की सहायता से फूल एवं बिल्व पत्र चढ़ाने चाहिए. शिव पर चढ़े हुए पुष्पों एवं बिल्व पत्रों को अंगूठे और तर्जनी की सहायता से उतारें. ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है.