स्वच्छ भारत अभियान में अपने कार्यों और छोटी-मोटी बाधाओं से अवगत करवाते हुए पर मित्र को पत्र | Application To a Friend informing anout work in Swachh Bharat Abhiyan In Hindi
दोस्तों जिस प्रकार हम अपने किसी परिजन या रिश्तेदार को पत्र लिखते हैं। ठीक उसी प्रकार हम अपने मित्र के हाल-चाल पूछने के लिए उसे पत्र प्रेषित कर सकते हैं। उसे अनौपचारिक पत्र कहा जाता है. इस पत्र में भी एक विद्यार्थी द्वारा अपने सहपाठी को उसके द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के कार्यों का वर्णन कर पत्र में संक्षिप्त रूप में बताया गया है। और अपने मित्र से जल्द मिलने की कामना करता है।
अनौपचारिक पत्र
किशन लाल शर्मा
वार्ड क्रमांक -23, अशोक कॉलोनी
बिरलाग्राम, उज्जैन मध्य प्रदेश
दिनांक – 12-10-2022
प्रिय रामकिशोर,
नमस्कार
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आशा हैं कि, आप आनंदपूर्वक होंगे
मैं भी आनंदपूर्वक हूं, इन दिनों में स्वच्छता अभियान में श्रमदान करने में उत्साह पूर्वक लगा हूं. मेरे द्वारा कुल 35 मित्रों के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान में श्रम दान करने के लिए स्वच्छता समिति का गठन किया गया है। हमारी समिति का कार्य मोहल्ले की सफाई व्यवस्था को प्रखर रखना है। इसके लिए समिति द्वारा स्वयं के जेब खर्च से कूडे़दान खरीदकर मोहल्ले में जगह-जगह रखवाया गया है. प्रिय मित्र, मोहल्ले वासियों को खुले में कूड़ा कचरा नहीं डाले जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
स्वच्छता अभियान निरंतर चलने वाला कार्य है. इसमें बाधाएं बहुत है. अभियान के शुरुआत में कुछ लोगों द्वारा हमारा मजाक उड़ाया गया. परिवार के लोगों ने भी इस कार्य को ना करने की सलाह दी. परन्तु हमारे संकल्प से अब मोहल्ला स्वच्छ और सुंदर दिखाई देता है. रामकिशोर इस बार तुम छुटि्टयों में घर आओगे तो तुम्हें पूर्व के मोहल्ले में अंतर दिखाई देगा. मैं तुम्हारी प्रतिक्षा में रहूंगा.
तुम्हारा
किशनलाल शर्मा
ध्यान देने योग्य आवश्यक बातें
पत्र साफ काजग पर लिखें : दोस्तों पत्र को सदैव ही प्लेन और सफेद कागज पर लिखा जाना चाहिए. किसी भी अन्य प्रकार की जानकारी पत्र के साथ ना लिखी हुई हो. इसके अलावा पत्र काे पूरे कागज पर लिखा जाना चाहिए. एक पेज के दो भाग कर पत्र लिखें.
मात्रा की गलती ना हो : कई बार छात्र-छात्राएं पत्र लिखते समय मात्रा की अधिक गलती करती है. इसलिए जरूरी हैं कि, पत्र में किसी प्रकार की कोई शब्दों की त्रुटि ना हो.
विषय की स्पष्टता : दोस्तों ध्यान देने योग्य बात यह है कि, पत्र लिखते समय हमारा विषय स्पष्ट होना चाहिए. उसे समझाने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होना चाहिए. हमारे लिख हुए शब्द सरल एवं स्पष्ट होना चाहिए. ऊपर लिखें पत्र के उदाहरण में स्पष्ट हो रहा है कि एक विद्यार्थी अपने पड़ोसी मित्र को पत्र लिखकर स्वच्छ भारत अभियान में अपने कार्यों और छोटी-मोटी बाधाओं से अवगत करवा रहा है.
लेखन की सुंदरता : पत्र की लेखन कला का भी आवेदन प्राप्तकर्ता के समक्ष गहरा प्रभाव डालता है. लेखन जितना सुंदर और मात्रा की अशुद्धियां कम होगी उतना पत्र प्रभावी होगा. एक बात का ध्यान रखें कि पत्र के अक्षर एक समान लिखें कोई अक्षर बड़ा या छोटा नहीं होना चाहिए.