उज्जैन। मध्य प्रदेश के बादल सिंह सियाचिन में शहीद हो गए हैं.नागदा निवासी बादल सिंह सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे. अचानक बर्फ धंसने से वे शहीद हुए हैं. बादल सिंह के परिवार में माता-पिता, पत्नी और साढ़े तीन साल का बेटा है. चंदेल भारतीय सशस्त्र सेना के कुमाऊँ रेजीमेंट में थे, जिसकी स्थापना सन् 1788 में हुई. यह कुमांऊँ नामक हिमालयी क्षेत्र के निवासियों से सम्बन्धित भारतीय सैन्य-दल है.
बीती बुधवार यानी 24 मार्च, 2021 की रात करीब 10.15 बजे परिवार वालों को उनके सूबेदार का फोन आया कि बर्फ धंसने से बादलसिंह गंभीर रुप से घायल हो गए हैं. शहीद को 25 मार्च 2021, गुरुवार सुबह सियाचीन की चौकी से नीचे लाया गया है. शहीद की पार्थिव देह को दिल्ली लाया जाएगा. दिल्ली से उन्हें इंदौर से लाया जाएगा. महू रेजिमेंट शहीद के शव को लेकर नागदा लेकर पहुंचेगी. बादलसिंह का विवाह 2017 में हुआ था. उनका साढ़े तीन साल का एक बेटा है.
रामसहाय मार्ग निवासी बादलसिंह चंदेल 2004 में सेना में शामिल हुए थे. सिंह ढाई साल तक शांति सेना में दक्षिण अफ्रीका में अपनी सेवाएं दे चुके थे. 15 कुआऊं रेजिमेंट के नायक बलवंत सिंह हाल ही में जनवरी में नागदा आए थे. 13 फरवरी 2021 को ही वे वापस अपनी ड्यूटी पर गए थे. उन्हें सियाचिन में 27 हजार फीट ऊपर ग्लेशियर में तैनात किया गया था.
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