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भीमराव आंबेडकर के 20 रोचक तथ्य । Dr. BR Ambedkar in hindi

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डॉ. बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर से जुड़े रोचक तथ्य

आज हम बात करेंगे एक ऐसे शख्स की जिनका जन्म हुआ अछूत जाति में, लेकिन उन्होंने दुखी होकर मरने से पहले अपना धर्म बदल लिया. जिसने ताउम्र देश के अनुसूचित जातियों को हक दिलाने में बिता दी. लेकिन पूरी तरह से सफल नहीं हो सके. जी हां, हम बात कर रहे हैं मेहनत, संघर्ष और सफलता की इबारत लिखने वाले बी.आर आंबेडकर की, चलिए लेख के जरिए इनके बारे में विस्तार से जानतें हैं.

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भीमराव आंबेडकर जीवन परिचय । BR Bhimrao Ambedkar in Hindi

BR Bhimrao Ambedkar 14 अप्रैल 1891, के दिन मध्य प्रदेश के महू गांव में रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई के घर चौदहवीं और आखिरी संतान के रुप में पैदा हुए थे. शुरुआत में इनका नाम भीमराव अंबाडवेकर था, जो समय के साथ परिवर्तित होकर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर बन गया.

भीमराव अम्बेडर की शिक्षा

  • BR Bhimrao Ambedkar करीब 9 भाषाओं के ज्ञाता थे, इन्होंने 21 सालों तक सभी धर्मों का ज्ञान लिया था.
  • अंबेडकर की शादी 1906 में नौ साल की रमाबाई से हुई थी. 1908 में वे एलफिंस्टन कॉलेज में दाखिला लेने वाले पहले दलित बच्चे बनें.
  • डॉ. भीमराव के पास कुल 32 डिग्री थी. वो विदेश जाकर अर्थशास्त्र में P.H.D करने वाले पहले भारतीय थे. नोबेल प्राइज जीतने वाले अमर्त्य सेन अर्थशास्त्र में इन्हें माता पिता मानते थे.
  • बी.आर अंबेडकर पेशे से वकील थे, इन्होंने 2 साल तक मुंबई के सरकारी लॉ कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर काम किया है.

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  • तिरंगे झंडे में अशोक चक्र लगवाने वाले भीमराव अम्बेडकर ही थे.
  • वर्तमान समय में जो उद्योगों में 8 घंटे की शिफ्ट होती है, यह सब BR Bhimrao Ambedkar की ही देन है. इससे पूर्व 12-14 घंटे श्रमिकों को काम करना पड़ता था.
  • भीमराव अंबेडकर संविधान निर्माण करने वाली समिति के अध्यक्ष थे, इसलिए इन्हें संविधान निर्माता कहा जाता है.
  • बाबासाहेब ने 50 के दशक में कहा था कि बिहार और मध्य प्रदेश का विभाजन कर दो, उस समय किसी ने नहीं सुनी थी, जिसके बाद सन् 2000 में आखिर विभाजन करना ही पड़ा और नए राज्य झारखंड व छत्तीसगढ़ बनाया गया.

BR Bhimrao Ambedkar की जाति और धर्म

  • बाबा साहेब अंबेडकर हिंदू महार जाति के थे, जिसे अछूत माना जाता था.
  • जब अंबेडकर को लगने लगा कि मैं हिंदू धर्म से जातिप्रथा दूर नहीं कर सकता तो उन्होंने गुस्से में एक बात कह डाली, “मैं हिंदू पैदा हुआ था, लेकिन हिंदू मरूंगा नहीं” और वहीं हुआ.
  • भीमराव अंबेडकर ने हिंदू धर्म छोड़ते समय 22 वचन भरें थे, उन्होंने कहा था, “मैं राम और कृष्ण जो भगवान के अवतार माने जाते हैं, उनकी कभी पूजा नहीं करुंगा”.
  • अम्बेडकर ने 1956 में अपना धर्म बदलकर बौद्ध धर्म को अपना लिया. जिसके कारण उनके साथ लाखों दलितों ने भी धर्म परिवर्तन कर लिया.

क्या देश में आरक्षण की शुरुआत भीमराव अम्बेडकर ने की ?

दरअसल देश में आरक्षण की शुरुआत अम्बेडकर ने नहीं बल्कि कोल्हापुर के महाराजा छत्रपति साहूजी ने 1901 में पिछड़े वर्ग से गरीबी दूर करने के लिए की थी. जिसके बाद ये चलता रहा और 1943 में अंबेडकर ने नेशनल लेवल पर अनुसूचित जातियों के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षण की मांग की, ये सपना पूरा हुआ. अंबेडकर के संविधान समिति का अध्यक्ष बनने के बाद शुरुआत में सिर्फ 10 साल के लिए आरक्षण दिया गया, लेकिन उसके बाद से इसे बढ़ाया ही जा रहा है.

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भीमराव अम्बेडकर की मृत्यु कैसे हुई ?

आखिरी दिनों में भीमराव अम्बेडकर डायबिटिज से बुरी तरह से बीमार हो गए थे. 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में उनका निधन हो गया.

BR Bhimrao Ambedkar in Hindi। बीआर अंबेडकर के बारे में रोचक तथ्य

  • डॉ. भीमराव अंबेडकर, कश्मीर में लगी धारा 370 के बिल्कुल खिलाफ थे, सरदार पटेल और कांग्रेस भी इसके एंटी थे, लेकिन इस धारा को लगवाने में नेहरु का हाथ था.
  • BR Bhimrao Ambedkar आजाद भारत के पहले कानून मंत्री थे.
  • भीमराव अम्बेडकर ने जिंदगी में 2 बार लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार उन्हें हार मिली.
  • डॉ. भीमराव अम्बेडकर ही एक मात्र भारतीय हैं, जिनकी portrait लंदन संग्रहालय में कार्ल मार्क्स के साथ लगी हुई है.
  • मौत के 34 सालों बाद 1990 में आंबेडकर को भारत का सबसे बड़ा पुरुस्कार भारत रत्न दिया गया.

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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