टीनेज लड़कियों के जीवन का वह चरण , जिसमें गर्ल्स मैच्योर होने की ओर कदम बढ़ाती हैं। लाइफ के क्या गोल्स होंगे और उन्हें चुनौतियों का सामना करते हुए कैसे हासिल किया जाएगा, इस प्रकार की पृष्ठभूमि टीनेज में ही तैयार होती है। यह आयु दुनिया जीत लेने का हौसला जाग जाता है, कुछ कर दिखाने का हौसला होता है, लेकिन टीनेज की अवस्था बेहद चैलेंजिंग भी होती है। ऐसा हम इसलिए कह रहे क्योंकि, इन दिनों बालिकाओं के शरीर में कई प्रकार के बड़े बदलाव होते हैं। यदि आप अपनी टीनेज में हैं और किसी तरह की उलझन में फंसी हुई हैं, तो परेशान मत होइये. टीनेज में ऐसा होना बहुत ही आम बात है यह सभी लड़कियों के साथ होता है।
इस ऐज में शारीरिक और इमोशनल बदलाव होते है, हर स्तर पर कई प्रकार के बदलावों का सामना करना पड़ता है। सभी बदलाव हार्मोन्स चेजेंस के कारण होते है। Puberty मतलब कि युवावस्था में शरीर में एकाएक हार्मोन्स का स्राव बढ़ जाता है। आमतौर पर puberty की शुरुआत 8 साल की उम्र से होती है। और 10-11 साल में बदलावों का एहसास होता है। इस अवस्था में ओवरी का आकार बढ़ने लगता है और शरीर से प्रमुख रूप से दो हार्मोन्स, oestrogen और progesterone का स्राव होता है।
हार्मोन्स का प्रजनन अंगों पर होता है ये असर
Table of Contents
हार्मोन्स चेजेंस होने से इस उम्र में ब्रेस्ट आकार बड़ा होने लगता है और निप्पल का साइज बढ़ जाता है। हार्मोन्स के प्रभाव से वैजाइना, फेलोपियन ट्यूब्स और यूट्रस विकसित हो जाते हैं। इस उम्र में mucosal secretion के कारण वैजाइनल डिस्चार्ज भी बढ़ जाता है। इसी आयु में पीरियड्स की शुरुआत होती है।
इसे भी जरूर पढ़े : जानें पीरियड्स क्या होते हैं और क्यों होते हैं?
शारीरिक बदलाव
टीनेज में शरीर में भी काफी बदलाव आते हैं। अचानक लंबाई बढ़ जाती है। इस समय में शरीर में फैट डिपोजिट भी बढ़ जाता है। खासतौर पर पेट और हिप्स के हिस्से में, इस उम्र में शरीर ज्यादा मजबूत होता है।
कील-मुंहासों की हो जाती है समस्या
इस उम्र में sebaceous glands से ऑयल का स्राव ज्यादा होता है। इसके कारण चेहरा और त्वचा, दोनों ऑयली हो जाते हैं। इसके प्रभाव से कील-मुंहासे की समस्या हो जाती है।
नजर आती है बालों की ग्रोथ
टीनेज में वैजाइना के पास हेयर ग्रोथ हो जाती है। कई बार बालों की ग्रोथ पेट के हिस्से तक भी बढ़ जाती है। शुरुआत में बाल छोटे और सॉफ्ट होते हैं, लेकिन बाद में ये मोटे और घने हो जाते हैं।
इसे भी पढ़े : मासिक धर्म स्वच्छता के नारे, सन्देश | Menstrual Hygiene Slogans,Quotes, Message In Hindi
इमोशन्स में भी बदलाव महसूस होता है
हार्मोन के प्रभाव के कारण अचानक मूड में बदलाव देखने को मिलता है। इस अवस्था में मूड स्वींग्स और इमोशन्स में बदलाव होना बहुत आम है। मुमकिन है कि इस उम्र में आपको अचानक बहुत एक्साइटमेंट होने लगे और वहीं कुछ देर बाद आप बहुत ज्यादा दुखी हो जाएं। इस उम्र में सेक्शुअल फीलिंग्स भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं, जिसकी वजह से मन में कई तरह की फैंटसी आती हैं।
आपको यह समझने की जरूरत है कि इस उम्र में होने वाले बदलाव बहुत नेचुरल हैं और ये हार्मोन्स की वजह से महसूस होते हैं। शरीर में होने वाले बदलावों की वजह से आपको शर्मिंदा महसूस होने की जरूरत नहीं है। हालांकि अगर आपको परेशानी महसूस हो तो आप इस पर अपने परिवार वालों से सलाह ले सकती हैं।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी तो इसे जरूर शेयर करें। हेल्थ से जुड़ी अन्य खबरों के लिए विजिट करती रहें newsmug.in