Raja Ram Mohan Roy Jayanti 2023: राजा मोहन राय की जयंती पूर भारतवर्ष में 22 मई को मनाई जाती है। इसी दिन राजा राममोहन राय का जन्म पश्चिम बंगाल के राधा हुगली जिले के राधा नगर गांव में हुआ था। राय को भारत का आधुनिक पुरुष भी कहा जाता है। कारण उन्होंने हिंदू धर्म में वर्षों से व्याप्त कुरीतियों का पुरजोर तरीके से उसका विरोध किया। राय ने कुरीतियों को दूर करने के लिए लगातार कार्य किए। राजा राममोहन राय की जयंती में पूरे देश भर में कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं | जिसमें राजा राममोहन राय के जीवन के सभी पहलुओं के बारे में छोटे बच्चे हो और विशेष तौर पर युवाओं को जानकारी दी जाती है जिससे युवा भी उन्हीं की तरह सार्थक सोच रखें, सत्य के मार्ग पर चले, और समाज के उत्थान के लिए काम करें | इसलिए हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Raja Ram Mohan Roy Jayanti 2023 के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देंगे इसलिए हमारा लेख शुरू से अंत तक पूरा पढ़े :-
कौन थे राजा राममोहन राय | Who is Raja Ram Mohan Roy
Table of Contents
राजा राममोहन राय को भारतीय समाज के आधुनिक महापुरुष का जाता है। इसके पीछे का कारण है कि, उन्होंने हिंदू धर्म में व्याप्त कुरीतियों का पुरजोर तरीके से विरोध किया। बताते चले कि, हिंदू समाज में दशको पहले सती प्रथा का प्रचलन था। जिसके अनुसार यदि किसी स्त्री का पति मर जाए तो उसे भी पुरुष के साथ जला दिया जाता था। राजा राममोहन राय ने इस प्रथा का कड़ा विरोध किया। राय ने अपनी सरकार को मजबूर किया कि सती प्रथा को भारत में प्रतिबंधित किया जाए। राय के विराेध के कारण अंत में भारत में सती प्रथा को समाप्त किया गया। भारतीय समाज में नवजागरण लाने का क्रेडिट राजा राममोहन राय को जाता है |
राजा राममोहन राय जीवन परिचय | Raja Ram Mohan Roy Biography in Hindi
पूरा नाम | राजा राममोहन राय |
जन्मतिथि | 22 मई 1772 |
जन्म स्थान | बंगाल के हूगली जिले के में राधानगर गाँव |
पिता का नाम | रामकंतो रॉय |
माता का नाम | तैरिनी |
शैक्षणिक योग्यता | उन्हें कई भाषाओं का ज्ञान था |
पेशा | ईस्ट इंडिया कम्पनी में कार्य,जमीदारी और सामाजिक क्रान्ति के प्रणेता |
प्रसिद्ध थे | भारत में सती प्रथा को समाप्त करने के लिए |
उपलब्धि | इनके प्रयासों से 1829 में सती प्रथा पर क़ानूनी रोक लग गई |
पुरस्कार | मुगल महाराजा ने उन्हें राजा की उपाधि दी फ्रेंच Société Asiatique ने संस्कृत में के अनुवाद उन्हें 1824 में सम्मानित किया. |
मृत्यु | 27 सितम्बर 1833 को ब्रिस्टल के पास स्टाप्लेटोन में |
राजा राममोहन राय की जयंती 2023 Date
राजा राममोहन राय की जयंती प्रतिवर्ष भारत में 22 मई को मनाई जाती है। राय का जन्म बंगाल के हुगली जिले के राधानगर गांव में हुआ था। इनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को याद किए जाने के उद्देश्य से राजा राममोहन राय की जयंती 22 मई से बनाने की परंपरा भारत में शुरू हुई। इस दिन सामाजिक संस्थाओं में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जिनमें राजा राममोहन राय के जीवन के सभी पहलुओं के बारे में युवाओं को जागृत किया जाता है। जिससे कि, उनके दिखाए गए नक्शे कदम पर चलकर देश के विकास में अपना योगदान दे सके।
राजा राममोहन राय के सामाजिक सुधार
राजा राममोहन राय के द्वारा भारतीय समाज में विभिन्न प्रकार के सामाजिक बदलाव किए गए। इसी कारण राय को भारत का आधुनिक महापुरुष का जाता है। जैसा कि हम सभी को विधित है कि, भारत में पहले के समय सती प्रथा बाल विवाह जैसी कुप्रथा काफी तेजी के साथ भारत में संचालित थी। ऐसे में राजा राममोहन राय ने इन दोनों प्रथाओं का पुरजोर विरोध किया और साथ में इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए ब्रिटिश सरकार से अनुरोध भी किया। राममोहन राय ने सती प्रथा को भारत में बंद किया क्योंकि सती प्रथा के कारण कारण ना जाने कितनी निर्दोष महिलाओं को लोगों के द्वारा पति के साथ जला दिया जाता था | इसके अलावा उन्होंने स्त्री शिक्षा और विधवा विवाह का समर्थन किया था जिसके कारण से उस जमाने में भी कई ऐसे लोग थे जो उनके विचार से प्रभावित हुए और उन्होंने अपने घर के बेटियों को स्कूल में पढ़ाने का फैसला किया | राजा राममोहन राय ने कई प्रकार के स्कूल और कोलकाता में वेदांत कॉलेज इंग्लिश कॉलेज और हिंदू कॉलेज की स्थापना राजा राममोहन राय के द्वारा ही किया गया था |
राजा राम मोहन राय जयंती समारोह
राजा राममोहन राय का जयंती पर बड़े ही उत्साह के साथ आयोजन किए जाते है। कारण इस दिन राजा राममोहन राय का जन्म हुआ था। स्कूली और शैक्षणिक संस्थाओं में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित की जाते हैं। जिसमें वाद विवाद निबंध, पत्र लेखन जैसे प्रतियोगिता भी आयोजित किए जाते हैं। प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों को राजा राममोहन राय के जीवन के ऊपर अपने विचार रखने के लिए भाषण कार्यक्रम का भी आयोजन होता है। इसके अलावा कई प्रकार के नाटक भी आयोजित किए जाते हैं जिनमें राजा राममोहन राय के जीवन में उन्होंने जो महान काम किया है उसकी झलक नाटक के माध्यम से लोगों के सामने प्रस्तुत किए जाते हैं | ताकि अधिक से अधिक लोगों को मालूम चल सके कि राजा राममोहन राय के भारतीय इतिहास में क्या योगदान है और उन्होंने किस प्रकार भारत में नवजागरण लाने का काम किया था |
Raja Ram Mohan Roy Jayanti Wishes in Hindi
श को सती प्रथा से निजात दिलाने
वाले महान समाज सुधारक,
राजा राममोहन राय जी की जयंती
पर शत्-शत् नमन।
ईश्वर केवल एक है, हर कोई परम पिता परमेश्वर का पुत्र या पुत्री है,उसके लिए सब समान हैं, ऐसे वक्तव्यों से युक्त राजा राममोहन राय को उनकी जयंती पर नमन।
इशोपनिषद, कठोपनिषद, मूंडुक उपनिषद के अनुवादक राजा राममोहन राय को उनकी जयंती पर नमन
राजा विलियम चतुर्थ द्वारा सम्मानित और अकबर द्वितीय द्वार “राजा” की उपाधि प्राप्त करने वाले राजा राममोहन राय को उनकी जयंती पर नमन।
रुढ़िवादिता का करें विनाश
मिटायें अंधियारे को
राममोहन राय को याद करके
अपनायें नये विचारों को
राममोहन राय जयंती मनानी है,
कुरीतियां दूर भगानी हैं।
राजा राममोहन राय जयंती की शुभकामनाएं!
व्यक्तित्व और देश के लिए
सीखनी है नई-नई शिक्षा
समाज सुधारक राजा राममोहन राय ने
दी है हमको यही दीक्षा।
राजा राममोहन राय जयंती की बधाई
राजा राममोहन राय जयंती बधाई सन्देश
स्त्री शिक्षा को देंगे बल हम बनेंगे उनके सम्बल।
राजा राम मोहन राय जयंती की शुभकामनाएं!
बाल-शिक्षा की अलख जगायेंगे,
बच्चों को शिक्षित बनायेंगे।
राजा राम मोहन राय जयंती की शुभकामनाएं
तभी विद्वान् बन पायेगा हर एक बच्चा
जब नए-नए ज्ञान को पाना हो सबकी इच्छा।
राजा राम मोहन राय जयंती की शुभकामनाएं !
शिक्षा से जीवन को सींचा.
किया हरा-भरा हर एक क्यारी को
पर्दा प्रथा का अंत किया, स्वतंत्र बनाया नारी को।
राजा राम मोहन राय जयंती की शुभकामनाएं !
कोई शिक्षा से छूट न जाये
ये संग्रह हमारा टूट न जाये
याद रखना उन समाज-सुधारक को
जिनका नाम था राजा राम मोहन राय।
राजा राम मोहन राय जयंती की शुभकामनाएं
राजा राममोहन राय जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
सती प्रथा,बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों
को समाप्त कर नवीन भारत के निर्माण के लिए
अपना जीवन अर्पित कर देने वाले
राजा राममोहन राय जी की जयंती पर कोटि-कोटि प्रणाम।
#Rajarammohanroy
सती प्रथा,बाल विवाह उन्मूलक
एवं महिला सशक्तिकरण के
पुरोधा श्री राजा राम मोहन राय जी
की जयंती पर नमन।
#RajaRamMohanRoy
आधुनिक भारत के निर्माता
राजा राममोहन राय की जयंती
पर शत शत नमन।
सती प्रथा खत्म करने के लिए
प्रबुद्ध समाज इनका ऋणी रहेगा।