Newsधर्म

Pitru Paksha 2022 Dates: पितृपक्ष 2022 में कब से आरंभ होंगे?

पितृपक्ष 2022 में कब हैं? (Pitru Paksha 2022 Start Date) : पितृ पक्ष 10 सितंबर 2022, शनिवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से आरंभ होंगे. पितृ पक्ष का समापन 10 सितंबर 2022, रविवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को होगा. इस दिन को आश्विन अमावस्या, बड़मावस और दर्श अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन को आश्विन अमावस्या, बड़मावस और दर्श अमावस्या भी कहा जाता है. वर्ष 2022 में 17 सितंबर को श्राद्ध की तिथि नहीं है.

pitru-paksha-2022-start-date

पितृपक्ष 2022 में कब हैं? (Pitru Paksha 2022 Start Date) चलिए पहले जान लें, श्राद्ध का अर्थ क्या हैं?

श्राद्ध का मतलब किसी के भी प्रति श्रद्धा का भाव। इसलिए मृत हुतआत्माओं का श्राद्ध किया जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार माता पार्वती और शिव को श्रद्धा विश्वास रुपिणौ है। पितृ पक्ष इसलिए मनाया जाता है ताकि हम अपने पितरों के प्रति श्रद्धा को उजागर कर सकें।

इंसानी शरीर में तीन स्तर होते हैं। जो शरीर दिखाई देता है वह दृश्यमान है। शरीर के भीतर सूक्ष्म शरीर है, जिसमें पांच कर्मेंद्रियां, पांच ज्ञानेंद्रियां, पंच प्राण (प्राण, अपान, व्यान, उदान समान), पंचमहाभूत (पृथ्वी, जल, अग्नि, आकाश, वायु) अपंचीकृत रूप, अंत:करण चतुष्टय (मन, बुद्धि, चित्त, अहंकार), अविद्या, काम और कर्म होते हैं।

पितृपक्ष 2022 में कब हैं? (Pitru Paksha 2022 Start Date)

  • श्राद्ध तिथि के दिन सूर्योदय होने से पहले स्नान करें। श्राद्ध क्रिया करने के पूर्व मुंह जूठा ना करें। चाय तक ना पीएं, बीमार व्यक्ति चाय ले सकता है।
  • श्राद्ध करने का सही समय दोपहर 12 बजे माना गया है।
  • दक्षिण दिशा की ओर मुंह और बाएं पैर को मोड़कर कर्म क्रिया करना चाहिए।
  • तांबे के पात्र यानी बर्तन में जौ, तिल, चावल गाय का कच्चा दूध, गंगाजल, सफेद फूल और पानी डालें।
  • जिसके बाद हाथों में कुशा यानी हरी घास रखें। जिसके बाद दोनों हाथों में जल भरकर सीधेहाथ के अंगूठे से उसी बर्तन में गिराएं।
  • इस प्रकार जल देने की क्रिया को 11 बार करना चाहिए। जल देते समय पितरों का मनन करें, यानी उन्हें याद करें।
  • पितरों को अर्पण किया जाने वाला भोजन शुद्ध महिलाओं से बनाएं, अर्थात मासिक धर्म के दौर से गुजर रही महिलाओं से प्रसाद सामग्री ना बनवाएं।
  • पितरों को दिए जाने वाले भोजन में चूले या आग पर खीर बनवाएं। बने हुए भोजन को पंचबलि यानी की देवता, श्वान यानी कुत्ता, चींटी, कौएं के लिए अलग से भोजन निकाल दें।
  • बनें हुए प्रसाद या भोजन खाने के लिए ब्राह्मण को आमंत्रित करें। श्रद्धा के अनुसार दक्षिणा और अन्य सामग्री दान करें।

श्राद्ध यानी पितृ यज्ञ के 16 दिन

अर्थ वेद में उल्लेख है कि सूर्य के कन्या राशि में पहुंचने पर पितरों का तर्पण करने से पितृों को स्वर्ग में स्थान मिलता है। याज्ञवल्क्य स्मृति और यम स्मृति में भी उल्लेख है कि श्राद्ध के 16 दिनों में पूजन करने से पितृों को मोक्ष प्राप्त होता है। ग्रंथों में लिखा गया है कि श्राद्ध के दौरान पितृ वंशजों को देखने आते हैं। इस दौरान कई बार स्वप्न भी देखने को मिलते हैं।

किसको श्राद्ध करने का अधिकार

चलिए अब जान लेते हैं श्राद्ध करने का अधिकार किसे है। यदि किसी का पुत्र ना हो तो भाई-भतीजे, माता के कुल के मामा, मुंह बोला भाई या शिष्य श्राद्ध पूजन कर सकता हैं। पिता के लिए पिण्ड दान और जल-तर्पण पुत्र को करना चाहिए पुत्र न हो तो पत्नी और पत्नी न हो तो सगा भाई भी श्राद्ध कर्म कर सकता है। दामाद और ससुर भी एक दूसरे के लिए कर सकते हैं। बहु सास को पिण्ड दान कर सकती है।

पितृपक्ष 2022 में श्राद्ध की तिथियां (2022 Pitru Paksha Shraddha Dates) 

  • शनिवार, 10 सितंबर 2022 – पूर्णिमा श्राद्ध, भाद्रपद, शुक्ल पूर्णिमा
  • शनिवार, 10 सितंबर 2022 – प्रतिपदा श्राद्ध, अश्विना, कृष्ण प्रतिपदा
  • रविवार, 11 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्णा द्वितीया
  • सोमवार, 12 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण तृतीया
  • मंगलवार, 13 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण चतुर्थी
  • बुधवार, 14 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण पंचमी
  • गुरुवार 15 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण षष्ठी
  • शुक्रवार, 16 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण सप्तमी
  • रविवार, 18 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण अष्टमी
  • सोमवार, 19 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण नवमी
  • मंगलवार, 20 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण दशमी
  • बुधवार, 21 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण एकादशी
  • गुरुवार, 22 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण द्वादशी
  • शुक्रवार, 23 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण त्रयोदशी
  • शनिवार, 24 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण चतुर्दशी
  • रविवार, 25 सितंबर 2022 – अश्विना, कृष्ण अमावस्या

इसे भी पढ़े :

Ravi Raghuwanshi

रविंद्र सिंह रघुंवशी मध्य प्रदेश शासन के जिला स्तरिय अधिमान्य पत्रकार हैं. रविंद्र सिंह राष्ट्रीय अखबार नई दुनिया और पत्रिका में ब्यूरो के पद पर रह चुकें हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय अखबार प्रजातंत्र के नागदा ब्यूरो चीफ है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

DMCA.com Protection Status
जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा 2024 Amarnath Yatra Start and End Date 2024 बाइक शायरी – Bike Shayari Tribal leader Mohan Majhi to be Odisha’s first BJP CM iOS 18 makes iPhone more personal, capable, and intelligent than ever चुनाव पर सुविचार | Election Quotes in Hindi स्टार्टअप पर सुविचार | Startup Quotes in Hindi पान का इतिहास | History of Paan महा शिवरात्रि शायरी स्टेटस | Maha Shivratri Shayari सवाल जवाब शायरी- पढ़िए