Uchkagaon Block Gopalganj । गोपालगंज के उंचकागांव ब्लाॅक में है जोगबीर बाबा, बेहद ही रोचक है बाबा की कहानी । Jogbir Baba is in Unchkagaon block of Gopalganj
गोपालगंज जिले में उंचकागांव ब्लॉक (Uchkagaon Block) स्थित है. उंचकागांव थाना है, जिसके कार्यक्षेत्र में करीब-करीब 70 गांवों की सीमा लगती है. उंचकागांव थाना की अंतिम कार्यक्षेत्र सीमा थावे के निटक स्थित गांव वृंदावन है. थाना क्षेत्र में मथौली खास गांव मौजूद है. गांव की भूमी हथुआ राज की सीमा में है.
खास बात है कि, गांव के चवरा (ग्रामीणों के खेतों का एक बहुत बड़े स्थान पर मौजूद होना) में जोगबीर बाबा नामक एक पकड़ी का पेड़ मौजूद है. ग्रामीण उन्हें पेड़ को जोगबीर बाबा के नाम से संबोधित करते हैं, शासकीय खतौनी में भी पेड़ को जोगबीर बाबा नाम से संबोधित किया गया है. मथौली खास के ग्रामीणों के खतौनी यानी खेतों के दस्तावेज पर जोगबीर बाबा का नाम दर्ज है.
क्या है उंचकागांव के जोगबीर बाबा की कहानी
असल में जोगबीर बाबा एक दिव्य आत्मा है, जो ग्रामीणों के खेतों की रक्षा करते है. जनश्रुतियों के अनुसार बुवाई-कटाई के दिनों में देर रात खेतों से लौटते समय यदि किसी प्रकार की कोई अनहोनी या कोई बुरी शक्तियां उन्हें परेशान करती हैं, तो जोगबीर बाबा किसी ना किसी मनुष्य का भेष धारण कर ग्रामीणों की सहायता के लिए पहुंच जाते है. खास बात है कि, मथौली खास (Uchkagaon Block) गांव में यदि किसी के घर गाय के बछड़े का जन्म होता है, जो पहला दूध जोगबीर बाबा काे सहसम्मान अर्पण किया जाता है. ग्रामीणों की आस्था का केंद्र जोगबीर बाबा को गांव के प्रवेश द्वार के रक्षक की उपमा दी गई है.
छहरी काया और सफेद कपड़े में दिखते है जोगबीर बाबा
मथौली खास के ग्रामीणों की मानें तो रात्रि के दौरान अक्सर उन्हें बुरी शक्तियों का सामना करना पड़ता है. मथौली खास (Uchkagaon Block) के चवरा में सैकड़ों बुरी शक्तियों का वास है, जो ग्रामीणों को रात्रि के अंधेरे में परेशान करती है. कई बार बुरी शक्तियां गांव के किसी चर्चित इंसान का भेष बनाकर ग्रामीणों को परेशान करने का काम करती है. ऐसे में ग्रामीण जोगबीर बाबा को याद करते है, बाबा को क्षण भर में याद करते ही वह उनके पास अदृश्य शक्ति के रुप में पास आ जाते है, जब ग्रामीणों का भय कम हो जाता है, तो उन्हें यकिन हो जाता है कि, बाबा उनकी मदद के लिए समीप ही मौजूद है.
मथौली खास गांव के स्वर्गीय जर्नादन प्रसाद के पोते पप्पु प्रसाद बताते है कि, फसलों की कटाई के दौरान चवरा में मौजूद बुरी शक्तियां ग्रामीणों को अनाज ढोने से रोकती है या कोई ना कोई बुरा बर्ताव करती है, पप्पु प्रसाद बताते है कि, उन्होंने उनके दादा स्वर्गीय जर्नादन प्रसाद से जोगबीर बाबा के दिव्य चमत्कारों के बारे में सुना था. प्रसाद बताते है कि, उन्हें जोगबीर बाबा पर पूरी आस्था है, उनके दादा ने कई बार जोगबीर बाबा को सफेद कपड़ों में चेहरे पर तेज लिए हुए देखा है.
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