- कराते खिलाड़ी की गाली गलौच करना दोस्त को नागवारा गुजरा ओर कर दी हत्या
- फोटोशूट के बहाने आरोपी दोस्त को ले गया था खंडहर में
- पुलिस की कहानी नगर में बनी चर्चा का विषय,कई संदेह हो रहे है उत्पन्न
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Nagda News.अपह्त कराते खिलाड़ी की हुई हत्या का खुलासा पुलिस ने रविवार को कर दिया। पुलिस के मुताबिक खिलाड़ी रितेश गुर्जरवाडिया की हत्या उसके ही दोस्त सत्यम पिता ईश्वर निबोला उम्र 19 वर्ष ने की थी। दोनों एक ही मोहल्ले में रहते है व एक ही समाज के है।
पुलिस ने आरोपी सत्यम को गिरतार भी कर लिया ओर घटना में उपयोग की गई मोटरसाईकिल एमपी 13 डीवी 0315 भी जब्त कर ली गई। अब आरोपी को सोमवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि आरोपी मृतक रितेश से 5 हजार रूपए मांगता था।
रितेश ने मोबाईल में गेम रिजार्च के लिए उससे उधार लिए थे। जिसे देने में रितेश आना कानी कर रहा था। जब सत्यम ने रितेश से पैसे मांगे तो उसने गाली गलौच कर कहा नहीं दूगा पैसे । इस बात से नाराज होकर सत्यम ने रितेश को मारने की योजना बनाई। इधर शाम को पुलिस ने आरोपी को घटना स्थल पर लेकर पहुंची।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पुलिस ने बताया कि घटना वाले दिन शुक्रवार शाम 5 बजे रितेश अपने दोस्त सत्यम व शुभम के साथ घर से 5 बजे कराते क्लास के लिए निकला था। शाम 6:30 बजे तीनों क्लास के लिए घर के लिए निकल गए थे। पुराने बस स्टेण्ड पर सत्यम ने अपने छोटे भाई शुभम को उसके पिताजी के समोसे की दुकान पर छोड दिया ओर रितेश को लेकर बाजार सेे सामान लेने को कहकर ले गया। इसी दौरान सत्यम रितेश को घटना स्थल बंद बीसीआई उद्योग की कॉलोनी में ले गया।
सत्यम ने कहा कि अपन यहां पर फोटोशुट करेगे। कॉलोनी में खंडर में ले जाकर सत्यम ने रितेश से 5 हजार रूपए मांगे। रूपए नहीं देने पर दोनों में हाथापाई हुई ओर सत्यम ने रितेश को जमीन पर गिराकर बेहोश कर दिया ओर उसका गला दबाकर उसको मौत के घाट उतार दिया।
सत्यम ने रितेश की शिनात न हो इसके लिए उसके चेहरे पर एसिड डाल दिया ओर उसके बाद वह पुन: बस स्टेण्ड पर आ गया ओर यहां से उसने रितेश के मोबाईल की सिम अपने मोबाईल में डालकर रितेश के पिताजी राधेश्याम को फोन कर 1 लाख की फिरोती मांगी।
बाद में वह मोबाईल अपने एक दोस्त की दुकान पर रख अपने भाई को लेकर घर चला गया। इधर रात को 9 बजे रितेश के परिजन सत्यम के पास आए उससे पुछा कि रितेश कहंा है उसने कहा कि हमे नहीं पता वह बस स्टेण्ड से हमारे साथ नहीं था। बाद में सत्यम खुद रितेश को तलाशने उसके परिजनों के साथ चला गया।
एक दिन पहले बना ली थी योजना
रितेश व सत्यम के बीच रूपए के लेनदेन को लेकर 8 जुलाई को विवाद भी हुआ था। इसी दौरान सत्यम ने रितेश को जान से मारने व उसके परिवार से फिरौती मांगने की प्लानिंग बनाई थी। 9 जुलाई को सत्यम ने रितेश से सुलह कर शाम को फोटोशुट कराने की बात कहीं। इधर सत्यम ने घटना वाले दिन सुबह 11 बजे बाजार से टॉयलेट एसिड की बोटल खरीद ली ओर उसे ले जाकर घटना स्थल बीसीआई के खंडर में छुपा दी ओर शाम को घटना को अंजाम दिया।
पुलिस की कहानी नहीं आ रही समझ
इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने रविवार को मीडिया के समक्ष जो कहानी बयां की है वह कुछ लोगों के गले नहीं उतर रही है। सीएसपी मनोज रत्नाकर व टीआई श्याचन्द्र शर्मा ने प्रेसवार्ता में बताया कि आरोपी सत्यम निबोला ने अकेले ने रितेश गुर्जरवाडिया की हत्या की है।
जबकि एएसपी आकाश भूरिया ने शनिवार को घटना स्थल का निरीक्षण किया था और मीडिया के समक्ष कहा था कि उक्त घटना को अंजाम देना किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है। चुंकि मृतक कराते चैपियन है। अकेला व्यक्ति उस पर वार नहीं कर सकता।
इधर पुलिस का कहना है कि मृतक के शव की सूचना सबसे पहले उसके भाई को लगी थी इसके बाद पुलिस को लगी। जबकि जिस स्थान से मृतक का शव मिला है वह स्थान एकांत में है और खंडर है। वहां का नजारा ऐसा है कि दोपहर में भी आम व्यक्ति जाने से डरता है।
आखिरकार कैसे मृतक के भाई को पता चला कि रितेश का शव वहां पर है। पुलिस का कहना है कि उसका भाई तलाश करते हुए वहां पहुंच गया था। गौरतलब है कि उस स्थान पर लगभग 500 क्वार्टर खंडर है एक कोने में शव रखा था। ऐसे में यह सवाल उठ रहा हे कि आखिर वहां शव होने की सूचना किसने दी।
पुलिस का कहना है कि सत्यम रितेश को फोटोशूट कराने के बहाने ले गया था। रितेश स्कूली छात्र था वह इतना तो समझता था कि खंडर में अंधेरे में क्या फोटोशूट होंगे। पुलिस घटनाक्रम शाम 7 बजे के दरमियान का बता रही है। पुलिस का यह भी कहना है कि दोनों के बीच घटना स्थल पर पहले हाथापाई हुई और इस दौरान सत्यम ने रितेश पर कराते का वार कर उसे बेहोश कर दिया। रितेश भी कराते चैपियन था क्या उसने वार नहीं कि। और इन दोनों के बीच विवाद हुआ तो कोई शोर शराबा नहीं हुआ क्या। यह सब राज पुलिस की फाईल में ही दब गए।
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