Happy New Year 2023: आखिर 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है नया साल, समझें क्या है न्यू ईयर का इतिहास
साल 2022 जानें को हैं, वहीं पूरी दुनिया साल 2023 के स्वागत में पलकें बिछाएं इंतजार में है। मतलब नूतन वर्ष 2023 की शुरुआत होने वाली है। जैसा कि हम सभी को विधित है कि, नया वर्ष या किसी त्योहार के निकट आने पर ही मन प्रफुल्लित हो उठता है। कारण नए वर्ष को लोग बड़े ही धूम धाम से मानते है। इस दिन सभी धर्म के लोग एक जुट होकर पार्टी का आयोजन करते हैं और पुराने वर्ष में की गई गलतियों को सुधारने का संकल्प लेते है। यह दिन काफी शुभ भी माना जाता है क्योंकि यह वर्ष का पहला दिन होता है। उसके साथ साथ बहुत से लोग इस दिन को बहुत से प्रण भी करते है जैसे की – इस दिन से वह रोज सुबह जल्दी उठेंगे और कसरत करेंगे आदि जैसे कई प्रण। परन्तु दोस्तों आप सभी के मन में यह ख्याल आता होगा की आखिर Happy New Year 2023: आखिर 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है नया साल, जानिए क्या है न्यू ईयर का इतिहास।
दोस्तों यदि आप भी विस्तार पूर्वक जानना चाहते हैं कि, न्यू ईयर हमेशा 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है। इसी दिन को नए साल के रूप में मनाए जाने के पीछे की क्या परंपरा है। तो दोस्तों इसके लिए आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम आप सभी को इस रोचक पोस्ट के जरिए तमाम महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले है। जैसे की – Happy New Year 2023: आखिर 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है नया साल, जानिए क्या है न्यू ईयर का इतिहास आदि जैसी जानकारी। तो दोस्तों अगर आप भी इसके बारे में जानना चाहते है तो उसके लिए आप सभी को हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ना होगा।
क्योंकि इस लेख में ही हमने इससे सम्बंधित जानकारी के बारे में बताया हुआ है जिसको पढ़ने से ही आप इसके बारे में जान सकेंगे। तो दोस्तों इसलिए कृपया करके हमारे इस लेख को अंत तक ध्यानपूर्वक अवश्य पढ़े।
Happy New Year 2023: आखिर 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है
अक्सर हम सभी के जहन में सवाल उठता है कि, आखिर 1 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है। तो मैं बता दूं कि, 1 जनवरी को ही नए वर्ष के रूप में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस विश्व में अनेक प्रकार के लोग रहते है और वह सभी भिन्न-भिन्न प्रकार के कैलेंडर के मुताबिक़ नया वर्ष मनाते है प्रान्त आज के समय में अधिकतर लोग इंग्लिश कैलेंडर का इस्तेमाल करने लगे है और अंग्रेजी कैलेंडर में 1 जनवरी को हो नए साल के रूप में मनाया जाता है।
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दोस्तों बताते चलें कि, पूरी दुनिया में अलग-अलग धर्म व संस्कृति को मानने वाले लोग रहते हैं उनकी सुविधा के लिए सभी लोग एक जनवरी को नए वर्ष के रूप में मनाते हैं, ताकि किसी भी पर्व त्योहार को मनाने में भ्रांतियां उत्पन्न ना हो सकें। सीधे शब्दों में कहा जाएं तो, अलग अलग लोग नए वर्ष के अपनी अपनी संस्कृति के अनुसार मानते है यानि के जैसे की – सिख धर्म के नया साल बैसाखी वाले दिन को मानते है और उसी प्रकार से हिन्दू धर्म के लोग हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नववर्ष शुरू हो जाता है .इसके पीछे भी एक कारण है वो यह है की हिन्दू धर्म के अनुसार ब्रह्मा जी ने पृथ्वी की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के दिन की थी इसलिए उसी दी को नए वर्ष के रूप में मनाया जाता है।
न्यू ईयर का इतिहास | History of New Year
तो दोस्तों आप सभी को यह बतादे की हर वर्ष 1 जनवरी को नया वर्ष मनाने के पीछे का इतिहास क्या है। तो आइये जानते है। आप सभी को यह बता दे की 1 जनवरी को नया वर्ष मनाने की शुरुआत 15 अक्टूबर 1982 को की गयी थी क्योंकि इस दिन को ग्रिगोरियन कैलेंडर के अनुसार नया वर्ष मनाया जाता है। ग्रिगोरियन कैलेंडर का निर्माण ईसाई धर्म के द्वारा किया गया था। इससे पहले लोग जूलियन कैलेंडर को और हिन्दू धर्म के हिन्दू पंचांग को भी मानते थे। ईसाई लोग तो 25 दिसंबर यानि के क्रिसमस डे के दिन से ही नए वर्ष की शुरुआत कर देते है और वह लोग 1 जनवरी तक नए साल का जश्न मानते है। उसके बाद अमेरिका के नेपलस के फिजिशियन एलॅयसिस लिलिअस के द्वारा एक नया कैलेंडर बनाया गया।
उस कैलेंडर को अधिकतर लोगो के द्वारा पसंद किया गया। उस कैलेंडर में भी 1 जनवरी को ही नया वर्ष माना जाता था। उसके दिन के पश्चात से ही लोग 1 जनवरी को ही लोग नए वर्ष के रूप में मानाने लगे।
New Year से सम्बंधित कुछ प्रश्न व उनके उत्तर यहाँ जानिए
तो दोस्तों आप सभी जानते ही है की हर वर्ष की तरह पूरे विश्व में Happy New Year 2023 1 जनवरी को मनाया जाएगा।
हर वर्ष 1 जनवरी को ही नए वर्ष के रूप में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस विश्व में अनेक प्रकार के लोग रहते है और वह सभी अलग अलग कैलेंडर के मुताबिक़ नया वर्ष मनाते है प्रान्त आज के समय में अधिकतर लोग इंग्लिश कैलेंडर का उपयोग करने लगे है और अंग्रेजी कैलेंडर में 1 जनवरी को हो नए साल के रूप में मनाया जाता है।
हिन्दू धर्म के लोग हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को नववर्ष शुरू हो जाता है .इसके पीछे भी एक कारण है वो यह है की हिन्दू धर्म के अनुसार ब्रह्मा जी ने पृथ्वी की रचना चैत्र मास के शुक्ल पक्ष के दिन की थी इसलिए उसी दी को नए वर्ष के रूप में मनाया जाता है
सिख धर्म के लोग बैसाखी के दिन को ही नया वर्ष मानते है।
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