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फ्रेंडशिप डे कब होता है 2023 | Friendship Day Kab Hota Hai 2023

हिंदू धर्म में भगवान श्रीकृष्ण और सुदाम की मित्रता की मिसाल दी जाती है. दोनों के बीच मित्रता के साथ स्नेह का अटूट बंधन था. इसी प्रकार एक आम इंसान के जीवन में दोस्त एक बेहद ही खास स्थान रखता है. आधुनिक युग में दोस्त ही ऐसा इंसान है, जो सुख-दुख में काम आता है. दूसरी नजर से देखा जाए तो सगे भाई के बाद किसी को महत्वता दी जाती है तो वह हैं दोस्त. जिसे हम अपने सभी प्रकार के सुख-दुख और जीवन में आने वाली परेशानियों को निसंकोच साझा कर सकते हैं. इन्हीं खास लोगों के लिए साल में एक बार एक दिन ऐसा आता है, जिसे सभी दोस्त मिलकर साथ में मनाते है, जिसे हम फ्रेंडशिप डे के नाम से जानते है. यह दिन सभी दोस्तों के लिए एक अहम दिन होता है, जिसमे दोस्ती को एक नई परिभाषा और पहचान मिलती है. भारत के साथ ही दुनिया के अन्य देशों में अलग अलग दिन फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है. चलिए अब पोस्ट के जरिए जानते है की भारत में फ्रेंडशिप डे कब होता है 2023 – India Mein Friendship Day Kab Hota Hai 2023

फ्रेंडशिप डे कब होता है 2023 – Friendship Day Kab Hota Hai 2023

हिंदू बाहुल्य भारत वर्ष में दोस्ती का यह दिन अगस्त माह के पहले सप्ताह में पड़ने वाले पहले रविवार को मनाया जाता है, साल 2023 में हैप्पी फ्रेंड्शिप डे अगस्त 2023 के पहले रविवार यानि 06 अगस्त को ही मनाया जाता है. इंडिया के साथ साथ मलेशिया देश भी इस दिन फ्रेंडशिप डे मनाता है. इसके अलावा दुनिया के अलग अलग हिस्सों में भी इस दिन को मनाए जाने का प्रचलन हैं.

हैप्पी फ्रेंडशिप डे वाले दिन क्या करना चाहिए –  Friendship Day Par Kya Kare

भारत में हैप्पी फ्रेंडशिप डे रविवार को मनाये जाने के कारण, लोगों का उत्साह दोगुना हो जाता है और इस दिन रविवार की छुट्टी होने के कारण, सभी के लिए सोने पे सुहागा वाली बात सही साबित होती है. इस दिन हम अपने दोस्त को ग्रीटिंग कार्ड्स, चॉकलेट और अन्य बहुत से गिफ्ट भी दे सकते हैं. इसके अलावा हम फ्रेंडशिप डे वाले दिन अपने फ्रेंड्स के साथ मूवी देखने या फिर डिनर करने का भी प्लान करते है.

फ्रेंडशिप डे क्यों मनाया जाता है – Friendship Day Kyo Manaya Jata Hai

शोध के अनुसार पहली बार फ्रेंडशिप डे की शुरुआत साल 1935 में अमेरिका से हुई थी. 1935 में अमेरिका में वहाँ की सरकार ने एक आदमी की हत्या कर दी थी, जिसके बाद मृत के खास दोस्त ने भी आहात होकर आत्महत्या कर ली थी. तब से अमेरिका की सरकार ने उस दिन को मित्रता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया. इसके अलावा एक दूसरे किस्से के अनुसार वर्ष 1930 में जोएस हॉल नाम के एक बिजनेसमैन ने अपने दोस्त को तोहफे के रूप में कार्ड्स और फ्रैंडशिप गिफ्ट्स देकर इस दिन की शुरुआत की थी.

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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