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घर में काजल कैसे बनाएँ: जो लंबे समय तक टिका रहे

मनुष्य के कपड़े पहनने के बाद से ही नारी के सोलह शृंगार में आँखों में काजल लगाना एक प्रमुख श्रंगार माना जाता रहा है. डिजिटल इंडिया से जुड़ चुके समाज में भी जो युवतियाँ अधिक मेकअप करना पसंद नहीं करती हैं, उनके लिए केवल काजल ही आम दिनचर्या का पूरा मेकअप हो जाता है. लेकिन कभी आपने सोचा है कि काजल हमारे शरीर के उस अंग को सजाता है, जो हमारे जीवन में प्रकाश का कारण बनता है.

इसलिए ज़रूरी है कि काजल लगाते समय बहुत अधिक सावधानी बरतनी की जरूरत है,  इन सबसे अच्छा तो यही रहता है कि काजल को स्वस्थ विधि और तरीके से घर में ही बनाया जाए जिससे वो स्वच्छ भी रहे और इस्तेमाल करने पर लंबे समय तक आंखों में टिका भी रहे. आइये लेख के जरिए हम आपको बताते हैं कि घर में काजल कैसे बनाएँ जो अधिक समय तक काम करें.

काजल-बनाने-का-तरीका
प्रतिकात्मक तस्वीर फोटो सोर्स : गूगल

घर में काजल बनाने की विधि:

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आधुनिक तकनीकी लैग्वेंज में घर से बने काजल को ‘ओर्गेनिक काजल’ के नाम से जाना जाता है. इसे अपनी ज़रूरत के अनुसार अलग-अलग चीजों जैसे बादाम, कपूर, घी और एलोवेरा जेल को मिलाकर बनाया जा सकता है. घर पर बनाया गया काजल न केवल स्वस्थ व स्वच्छ होते हैं बल्कि लंबे समय तक आँखों में टिका रहता हैं, आसान भाषा में कहा जाएं तो यह आंखों में फैलेगा नहींं, आइये देखते हैं कि इन्हें कैसे बनाया जा सकता है:

घी का काजल कैसे बनाएँ :

सामग्री:

  • 1 कटोरी देसी घी
  • दीये के लिए बाती
  • एक कांसे की प्लेट

कैसे बनाएँ:

एक कटोरी या दीये में घी लेकर उसमें बाती को लें और दोनों कोने से पकड़कर उसे घी में अच्छी तरह से डुबो कर रख लें. जिसके बाद इस बाती को घी में डुबोने के बाद जला लें और इसके ऊपर कांसे की प्लेट को इस तरह रखें कि इस प्लेट का आधा हिस्सा दीये के ऊपर और आधा ज़मीन पर आ जाए. जिसके बाद इस तरह यह प्लेट दीये को थोड़ा ढ़क लेगी. इसी पोजिशन में दीये को जलता छोड़ दें. अब इन सबको ऐसे ही छोड़ दें. करीब 3-4 घंटे में प्लेट में काजल बन जाएगा. अब आपकों करना यह है कि, इसे साफ चाकू से निकाल कर एक साफ कांच की शीशी में भरकर रख लें. ज़रूरत के अनुसार साफ उंगली से लेकर आँखों में लगा लें. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी बच्चों के लिए इसी प्रकार काजल बनाया जाता है. खासकर बिहार प्रदेश में….

बादाम का काजल

काजल-बनाने-का-तरीका
प्रतिकात्मक तस्वीर सोर्स : गूगल

बादाम का काजल बनाने के लिए सामग्री वही है जो आपने घी का काजल बनाने के लिए ली है. इसके अतिरिक्त अब 5-6 छिले हुए बादाम और ले लें.

बनाने का तरीका:

अब जब घी का दिया जला लें, तब इसमें लिए हुए बादाम को एक-एक करके जला लें. जले हुए बादाम के हिस्से को चाकू से छीलकर एक साफ कांच की शीशी में भर लें.अब इसमें थोड़ा सा घी मिला कर गाढ़ा पेस्ट बना लें। आपका बादाम का काजल तैयार है.

कपूर का काजल:

कपूर के काजल को बनाने के लिए आपको केवल एक साफ तांबे की प्लेट चाहिए। इसमें 2-3 कपूर की टिकिया जला कर उसकी कालिख इकठ्ठा कर लें.जिसके बाद  पिघला हुआ देसी घी मिला कर आँखों में लगाने लायक काजल बना लें.

इसके अलावा अरंडी या कैस्टर ऑयल या एलोवेरा जेल का काजल भी बनाया जा सकता है. जब आप दिया लेंगी तब उसमें अरंडी का तेल या एलोवेरा जेल भरें. अब आप रुई की बत्ती भिगोकर जला लें और तांबे की प्लेट में इसकी कालिख इकट्ठी करें. इकट्ठी की हुई कालिख को पिघले हुए देसी घी में मिलाकर साफ शीशी में पेस्ट बना कर रख लें.

याद रखें घर का बनाया हुआ काजल तभी अच्छा रहता है जब उसके लिए इस्तेमाल किए हुए बर्तन साफ और किटाणु रहित हों। इसके अलावा जिस चीज़ का काजल बनाना है, उसे भी स्वच्छ और स्वस्थ होना चाहिए। घर का बनाया हुआ काजल स्वास्थ्य और सौन्दर्य दोनों में ही वृद्धि करता है.

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Ravi Raghuwanshi

रविंद्र सिंह रघुंवशी मध्य प्रदेश शासन के जिला स्तरिय अधिमान्य पत्रकार हैं. रविंद्र सिंह राष्ट्रीय अखबार नई दुनिया और पत्रिका में ब्यूरो के पद पर रह चुकें हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय अखबार प्रजातंत्र के नागदा ब्यूरो चीफ है.

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