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तीन बातें जो कराती है अनहोनी का आभास, जानें उपाय

तीन बातें जो कराती है अनहोनी का आभास, जानें उपाय (tone totke se kaise bache)
दोस्तों कई बार हमारे हाथ पैर को लगातार किसी भी चीज से किसी वस्तु से ठोकर लगती रहती है. क्या अनायास आपके शरीर पर किसी भी प्रकार ठोकरे लगती रहती है. जैसे कि हम कहीं से आ या जा रहे हो, घर पर ही तो क्या आपके साथ भी ऐसा होता है ? यदि माह में आपके साथ ऐसा चार पांच बार से अधिक हो रहा है तो आप समझिए इससे आगे आप के साथ इससे बड़ी अनहोनी होने वाली है.
रोजाना ठोकरे लगना निर्माण कार्य करने वाले श्रमिकों के साथ हो सकता, लेकिन ऐसे लोग जिनका निर्माण कार्य से कोई संबंध नहीं उन लोगों के साथ ऐसा होना किस बात का संकेत देती है. लेख के जरिए जानते हैं कुछ अनिश्चित घटनाएं जो हमें भविष्य में होने वाले अनहोनी के बारे में सचेत करती है. साथ ही इनसे छुटकारा पाने के कुछ उपायों के बारे में भी जानेंगे.
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पहला संकेत : यदि आपके प्रियजन जो हैं जिनके साथ आपका बहुत अच्छा व्यवहार है. एक दूसरे को अच्छा मानते हैं समझते हैं, इसके बावजूद एक दो माह के भीतर उनसे बेवजह वाद विवाद बढ़ रहे हैं. मनमुटाव माह में चार पांच बार से अधिक होने लगा है तो आप समझ जाइये आपके कैरियर को लेकर आपके स्वास्थ्य को कोई बड़ा खतरा है. आपके साथ कुछ बड़ा होने वाला है यह इस बात का संकेत है.
दूसरा संकेत : यदि आप अपने घर से निकलते हैं कोई कार्य के लिए वह आपका कार्य बार बार बिगड़ जा रहा हो, इतना ही नहीं हर जगह आपको सिर्फ निराशा ही हाथ लग रही है. आपको दिन में कोई चैन नहीं और रात को नींद भी नहीं आ रही तो आप समझ लीजिए कि धन से मन से और तन से दिमाग से आपको कोई बहुत बड़ी क्षति होने वाली है.
चलिए दोस्तों अब बात करते हैं इनके उपायों के बारे में : यदि आपके साथ इनमे से कोई क्रिया कोई संकेत आपको मिल रहे तो आप इस उपाय को अपनाकर अपने आने वाली समय को सुखद बना सकते हैं. उपाय नीचे क्रमवार दिए गए हैं:
यदि आपके साथ इनमें से कुछ भी हो रहा तो आप सोमवार के दिन प्रातःकाल एक बाल्टी लीजिये बाल्टी आपको थोड़ी बड़ी लेनी है. बाल्टी में पांच तुलसी के पत्ते डाले. 10 से 12 ग्राम शहद डालें. जिसके बाद थोड़ा सा गंगाजल और थोड़ी हल्दी डाल दें. अब उस बाल्टी को साफ पानी से भर लीजिये और एक बड़ा पात्र सामने रख लें. जिस पर आपके दोनों पैर आ जाएं और आप पात्र पर पैर रख कर खड़े हो सकें.
बाल्टी जिस पर आपने हमारे द्वारा बताई गई साग्रमी मिश्रित कि है, उसे उठाकर सर के ऊपर से उस पानी से आप स्नान करें. जब पानी वह मिश्रित पानी खत्म हो जाए तब बाल्टी आप जमीन आदि पर न रखे. आपके पीछे किसी को घर के किसी भी सदस्य को बोल दें कि वो आपके पीछे खड़े रहे. और आप अपने सर के ऊपर से पीछे की ओर उस बाल्टी को आपके पीछे खड़े व्यक्ति को पकड़ने के लिए बोले.
अपने पीछे खड़े व्यक्ति को बाल्टी थमा दें. अब आप जिस पात्र पर खड़े थे स्नान के वक्त उससे आप बाहर आये और आपके स्नान से जो पानी उस पात्र में इकठ्ठा हुआ हैं. उसे एक साफ साफ सुथरी कांच की बोतल में भर लें. बोतल में सारे पानी नहीं आ सकेंगे तो बचा हुआ पानी आप किसी काले रंग के कुत्ते के ऊपर डाल दें.
यदि आपको काले रंग का कुत्ता नही मिलता तो आप को जो भी कुत्ता मिले आप उसके ऊपर भी इन बचे हुए पानी को डाल सकते हैं. तो कांच की एक साफ सुथरी बोतल में आपने वह जल मिश्रित जल भर लिया जो स्नान के बाद पात्र में इकठ्ठा था. अब इस बोतल को किसी नदी तालाब नहर कुंवा या सरोवर में उसी दिन सोमवार के दिन ही फेंक आए और पीछे मुड़कर ना देखें.
यदि आपके घर के समीप नदी,तालाब या सरोवर नहीं है तो आप किसी सुनसान जगह खाली जमीन या खंडहर पर इस बोतल को फेंक आएं. या जमीन पर गढ्ढे खोदकर इसे वही दफन कर दीजिए. इस प्रयोग से आपके सभी नकारात्मकता खत्म हो जाएंगे. आपके साथ भविष्य में होने वाली बड़ी घटना दुर्घटनाओं से आपकी रक्षा हो जाएगी. इतना ही नहीं आपके अंदर सकारात्मक एहसास स्वयं अनुभव होगा.
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Ravi Raghuwanshi

रविंद्र सिंह रघुंवशी मध्य प्रदेश शासन के जिला स्तरिय अधिमान्य पत्रकार हैं. रविंद्र सिंह राष्ट्रीय अखबार नई दुनिया और पत्रिका में ब्यूरो के पद पर रह चुकें हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय अखबार प्रजातंत्र के नागदा ब्यूरो चीफ है.

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