नागदा। किसानों के खाते में धोखाधड़ी कर राशि निकाल कर ऐश करने वाले बैंक प्रबंधक को पुलिस ने सोमवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से 4 आरोपियों को जेल भेज दिया गया जबकि दो मुख्य आरोपी दिलीप व्यास व कैशियर सुशील कुमार मीणा को 2 दिन का और रिमांड मंजूर किया है।
गौरतलब है कि उक्त 6 आरोपियों को चार दिन के रिमांड अवधि समाप्त होने पर न्यायालय में पेश किया था। इधर पुलिस ने आरोपियाें के पास से दो कार व 5 लाख से अधिक की राशि जब्त कि है। निकाली गई राशि से ही खरीदा है। ऐसे में यह बडा प्रश्न जनता के समक्ष उठ खडा हुआ है कि, अधिकारी बैंक में गबन करते रहे तथा इसकी भनक भी वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं लगी यह कैसे हो सकता है।
बैंक के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन से ही अनुमान लगा लेना चाहिए था कि यह इतनी महंगी कारें एवं इतने रुपए अपनी आवश्यकताओं पर आखिर किस तरह उडा रहे हैं। इस पुरे मामले में बैंक की साख बुरी तरह से प्रभावित हुई है।
पुलिस ने बैंक के अधिकारी व मुख्य आरोपी दिलीप व्यास निवासी गांव बनबना व डिप्टी मैनेजर दिनेश पिता सिद्वनाथ राठौर निवासी शिवलोक खजूरी थाना सांरगपुर जिला राजगढ़ से एक कार जब्त कि। यह कार दोनों अधिकारियों ने किसानों के खाते से की गई धोखाधड़ी के रु से ही खरीदी थी।
इसी प्रकार पुलिस ने दिलीप व्यास से 2 लाख रुपए, डिप्टी मैनेजर से 60 हजार, बैंक मेनेजर वैभव पिता ओमप्रकाश बडेरा निवासी वेद नगर उज्जैन से 2 लाख व कैशियर सुशील कुमार पिता रामगोपाल मीणा निवासी शिवलोक खजूरी कला पिपलानी भोपाल से 40 हजार रु नगद जब्त किए है।
रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी व्यास ने बताया कि उसने लगभग 23 लाख रु ब्याज पर वितरण कर दिए है। यह रुपए शहर व गांव के अलग-अलग 15 लोगों को दिए है। पुलिस अब इन 15 लोगों को भी थाने बुलाकर इन से राशि ले रही है। यदि इन लोगों ने राशि नहीं दी तो इन को भी आरोपी बनाया जाएगा।
क्या है मामला
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आईसीआईसीआई बैंक के खातों से राशि निकाले जाने की शिकायत 30 से अधिक किसानों ने बैंक प्रबंधन के साथ-साथ पुलिस थाना नागदा मण्डी में की थी। मामले में बैंक प्रबंधन ने तो कोई ज्यादा ध्यान नहीं दिया लेकिन मण्डी पुलिस थाना प्रभारी श्यामचन्द्र शर्मा की तत्परता से इतना बड़ा खुलासा हो सका है।
मामले में पुलिस ने अपनी तफतीश में पाया था कि बैंक के ही अधिकारियों ने गबन करते हुए करोडों रुपए की राशि उपभोक्ताओं के खातों से निकाल ली है। मामले में पुलिस ने छः आरोपीयों दिलीप व्यास, बैंक मेनेजर वैभव पिता ओमप्रकाश बडेरा निवासी वेद नगर उज्जैन, डिप्टी मैनेजर दिनेश पिता सिद्वनाथ राठौर निवासी शिवलोक खजूरी थाना सांरगपुर जिला राजगढ़, कैशियर सुशील कुमार पिता रामगोपाल मीणा निवासी शिवलोक खजूरी कला पिपलानी भोपाल, कंज्यूमर सर्विस ऑफिसर अंकित पिता रमेश कपूर निवासी कृष्ण परिसर थाना नानाखेड़ा उज्जैन, यशपाल सोलंकी पिता ईश्वर सोलंकी निवासी राजपूत मोहल्ला नरवर जिला उज्जैन को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ भादवि की धारा 420, 409, 468, 471 में प्रकरण दर्ज किया है।
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