दोस्तों कोलेस्ट्रोल बढ़ जाने से आप क्या समझते हैं? आमतौर पर लोगों को लगता है कि कोलेस्ट्रोल केवल ह्दय को हानि पहुंचाता है. लेकिन यह सत्य नहीं है. असल में कोलेस्ट्रोल के दो प्रकार होते हैं – एक है एचडीएल यानी हैल्दी कोलेस्ट्रोल और दूसरा है एलडीएल यानी बुरा कोलेस्ट्रोल. अच्छे और बुरे के बीच संतुलन होना बेहद ही आवश्यक होता है. (increased cholesterol 8 indicators)
दरअसल कोलेस्ट्रोल वह फैट है जिसे लीवर बनाता है. यदि निर्माण की मात्रा उसके प्रयोग से अधिक होने लगे तो यह बचा हुआ फैट नसों के भीतर एकाएक जमने लगता है. जिसके फलस्वरुप रक्त नलियां संकरी होने लगती है. असर यह होता है कि, रक्तप्रवाह के लिए ह्रदय को बहुत अधिक मेहनत करनी पड़ती है. यही कारण है कि कोलेस्ट्रोल का सीधा संबंध ह्रदय रोग से जोड़कर देखा जाता है. इसलिए कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करना यानी ह्रदय को स्वस्थ रखना एक समान बात है.
घर के बड़े बुजुर्गों द्वारा अक्सर सुनने में आता है कि, इंसान का शरीर हर स्वास्थ्य समस्या के होने की जानकारी लक्षणों के आधार पर कर दे देता है. लेकिन कोलेस्ट्रोल के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं है. इस समस्या के स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं जिस कारण अक्सर इसके बढ़ जाने के बाद ही इसका पता चलता है. इन सभी बातों के बावजूद कुछ ऐसे लक्षण हैं जो आपको इशारा तो देते है। बस आपको इन लक्षणों को समझने की आवश्यकता होती हैं. आइये जानते हैं क्या है वह लक्षण…
संकेत 1: छाती में दर्द
Table of Contents
कई बार छाती में दर्द का होना और सांस का फूलना. क्योंकि कोलेस्ट्रोल नसों में फैट को जमाकर रक्तनलिकाओं को धीमा कर देती है. इन संकरी नसों से रक्त का बहाव करने के लिए ह्रदय को ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता पड़ती है. जिस कारण सीने में तेज दर्द भी होता है और सांसे फूलने लगती है.
संकेत 2: ब्लड प्रैशर
ब्लड प्रैशर का बढ़ना. यदि आपका ब्लड प्रैशर सामान्य रहता है और अचानक से आपको बेचैनी महसूस हो और बीपी बढ़ने लगे तो इस संकेत को गंभीरता से लें, यह एक लक्षण है जो आपके कोलेस्ट्रोल के बढ़ने की ओर इशारा कर रहा है.
♦ लेटेस्ट जानकारी के लिए हम से जुड़े ♦ |
WhatsApp पर हमसे बात करें |
WhatsApp पर जुड़े |
TeleGram चैनल से जुड़े ➤ |
Google News पर जुड़े |
संकेत 3: पैरों में सूजन
पैरों में सूजन, पानी का जमाव और दर्द का होना. यदि आपके पैर बिना किसी कारण के सूज रहें है और आपके पैरों में दर्द रहता है तो इसका कारण कोलेस्ट्रोल हो सकता है. कोलेस्ट्रोल और पैरों के दर्द, सूजन व ऐंठन के बीच गहरा संबंध है.
संकेत 4: अचानक वजन बढ़ना
वजन का अचानक से बढ़ना. कई लोगों का वजन एकाएक बढ़ने लगता है. मतलब कि वजन का बढ़ना या शरीर में भारीपन को महसूस करना एक कारण हो सकता है कि आपका कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ रहा है.
संकेत 5: पसीना
अत्यधिक पसीना आना. यदि आपको पसीना कम आता हो और बिना कारण ही आपको पसीना बहुत अधिक आने लगे तो इसका अर्थ है कि आपके शरीर के भीतर कोई न कोई समस्या पैदा हो रही हैं. इसका कारण बीपी या शुगर का बढ़ना से लेकर कोलेस्ट्रोल बढ़ना भी हो सकता है.
संकेत 6: थकान
थकान महसूस होना. थोड़ा सा काम करने पर थकान का अनुभव करना या फिर हमेशा निराशा के भाव के साथ शरीर में स्फूर्ति न रहना भी इसका कारण हो सकता है.
संकेत 7: पलकों के करीब पीलापन
आंखों की पलकों के पास पीले रंग की गांठें आपके शरीर में कोलेस्ट्रोल के स्तर के बढ़ने को दर्शाता है. यह गांठें वसा (फैट) के होते हैं जो कोलेस्ट्रोल के बढ़ने के कारण बनने लगते हैं.
संकेत 8 :
हाथ-पैरों का सुन्न या एकदम ठंडा पड़ना.इसमें पैर एकदम ठंडे रहने लगते हैं और वे गर्म ही नहीं हो पाते है. इतना ही नहीं हाथ-पैरों का सुन्न पड़ना भी इसी समस्या की तरफ इंगित करता है.
जान लें कि, कोलेस्ट्रोल से बचाव के दो मुख्य तरीके हैं. एक स्वास्थ्यवर्धक आहार व जीवनशैली और दूसरा समय समय पर कोलेस्ट्रोल की जांच कराना. यदि आप हर साल हैल्थ चैकअप पर इनवेस्ट करते हैं तो आप कोलेस्ट्रोल की गंभीर समस्या के होने से पहले ही उसे नियंत्रित करने में सफल हो सकते हैं.
इसे भी पढ़े :
- चीनी से स्क्रब बनाने के पाँच तरीके (chini scrub in hindi)
- गिलोय का काढ़ा बनाने का तरीका और इसे पीने के फायदे
- गिलोय में हल्दी,नमक और नींबू मिलाकर पीने के फायदे । Benefits of drinking turmeric salt with lemon in Giloy
- प्रेगनेंसी कैलकुलेटर बॉय और गर्ल इन हिंदी
- गर्भावस्था से जुड़े 10 रोचक तथ्य जो शायद आपको ना पता हो
लेटेस्ट नागदा न्यूज़, के लिए न्यूज मग एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।