दोस्तों लेख के जरिए आज हम जानेंगे की Gul Khane Se Kya Hota Hai और Gul Ka Arth साथ ही जानेंगे. मित्रों यह भी जानेंगे Gul आपकी सेहत के लिए कैसा है. साथ ही पोस्ट में जानेंगे ज्यादा Gul Khane लेने की कीमत आपको कितनी भारी पड़ सकती है. इन सब के बारे में Gul Khane Se Kya Hota Hai पोस्ट में विस्तार से जानेंगे. अनुरोध है आप हमारे पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़े. यदि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपकों पसंद आए तो अपने ईष्ट मित्रों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जरूर शेयर करें.
Gul Khane Se Kya Hota Hai
Table of Contents
गुल खाने से अधिक नुकसान दायक उसमें मौजूद Nicotine होता है. जो कि मानव के रक्त तक पहुंचाने के लिए गुल में मिलाया जाता है. Nicotine सिगरेट, खैनी, गुटखा, पान के जरिए मनाव के रक्त यानी कि खून तक पहुंच जाता हैं, बताते चले कि, फेफड़ों व मुंह के कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू ही है. बीड़ी और सिगरेट दोनों से ही कैंसर होता हैं, चिकित्सकों का तर्क है कि, सिगरेट की तुलना में बीड़ी से अधिक नुकसान होता है.
बीड़ी मनुष्य के लिए बेहद ही हानिकारक है, क्योंकि इसमें कोई परत या फिर फिल्टर नहीं लगा होता है, जिससें ज्यादा धुआं मनुष्य के फेफड़ों के अंदर तक पहुंचता है. दूसरी ओर सिगरेट में फिल्टर होने के कारण धुआं कम मात्रा में मनुष्य के लग्स यानी कि फेफड़ों में जाता है. बीड़ी में Covering नहीं होने की वजह से यह बेहद ही हानिकारक मानी जाती हैं.
Gul in Hindi
गुल भी एक प्रकार का तम्बाकू से निर्मित पदार्थ है. गुल को बेवजह मंजन के नाम से प्रचलित कर दिया गया है, जबकि वास्तविकता में यह पिसा हुआ तम्बाकू ही है, नशा एक ऐसी बीमारी हैं जो हमें और सामाज से दूर कर देती है. नशे में डूबी पीढ़िया हमारे देश की समृद्धि को तेजी से निगलता जा रहा है.
Gul Ka Arth
गुल Nicotiana प्रजाति के पेड़ के पत्तों को सुखा कर नशा करने के के लिए एक उपयोगी पदार्थ बनाया जाता है. दरसल गुल एक मीठा और धीमा जहर है, गुल Nicotiana Tebecum पौधे से प्राप्त किया जाता है. यह बेहद ही खतरनाक और धीमा जहर है.
धीरे धीरे यह आदमी की जान लेता है सरकार को भी शायद यह पता नहीं कि तम्बाकू से कितना बड़ा नुकसान इस देश को हो सकता है वह सिर्फ राजस्व प्राप्त करना चाहती है, यह बात तो सत्य हैं किंतु यह भी सत्य है कि तम्बाकू से उत्पन्न रोगों के इलाज पर जितना खर्च किया जाता है, यह राजस्व उससे कहीं गुना कम है.
गुल एक प्रकार के नशीलें प्रदार्थ को कहा जाता है जिसमें सिगरेट, खैनी, गुटखा आदि प्रदार्थ पाए जाते है. गुल का सेवन करना स्वस्थ के लिए हानिकारक हो सकता है वर्तमान समय में हमारे आस पास हम देखते है की गुल का सेवन करने वालो की संख्या दिन पर दिन बड़ती जा रही है.
गुल के सेवन से मानवा जीवन के उर्जा का नुकसान होता है, ऐसा नहीं है कि, किसी भी व्यक्ति को यह नहीं पता कि तम्बाकू का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है. पता सभी काे है, बावजूद लोग इसका सेवन करने से बाज नहीं आते हैं. लाख कोशिशों के बाद भी यह लत छूटती नहीं हैं. धीरे-धीरे उससें जीवन शक्ति भी कम होती जाती है और वह अपने आपको एक तरह से विनाश के हवाले भी कर देता है.
गुल का सेवन आमिर से लेकर गरीब और मध्यम वर्गीय व्यक्ति भी कर रहा है पुरुषो के साथ महिलाएं भी इस के सावन से वंचित नही रह गई है, गुल का सेवन छोटे बच्चो से लेकर बुजुर्ग व्यक्ति भी इसकी आदत में पड़ चूका है.
Gul Ka Matlab Kya Hai
गुल भी एक प्रकार का तम्बाकू तत्व है. गुल को आम बोल चाल की भाषा में मंजन का नाम दे दिया है ,जबकि यह मात्र पिसा हुआ तम्बाकू ही है, नशा एक ऐसी बीमारी है.
लेकिन सबसे बड़ी होने वाली हानि यह है की हमारा युवा-वर्ग गुल की चपेट में बड़े स्तर पर पहुंचन चुका है, आज के लोग पढ़े लिखे होने के बाद भी नशे की लत के शिकार हो रहे हैं.
इस नशे की लत से छुटकारा पाने का एक ही उपाय है कि युवा पीढ़ी को मानसिक शांति की ओर ले जाए, युवा हमारे देश का भविष्य है और हमें भविष्य को ही सुधरने की जरुरत है.
क्योंकी एक Research के मुताबित यह पता चला है की गुल का लगातार सेवन करने वालो में मानशिक शांति का बहुत आभाव है और वो गुल के सेवन के लिए भी बार बार खुद ही अपने दिमाग को ख़राब करने का बहाना खोजते रहते हैं.
Gul Ke Fayde
गुल खाने से कभी हमें किसी प्रकार का फायदा नहीं होता, वरन यह हमारे शरीर के आंतरिक अंगों को धीरे-धीरे हानि पहुंचाता है. गुल का प्रतिदिन सेवन करने से मानव शरीर अन्दर से खोखला हो जाता है. साथ ही अनेक प्रकार के जटिल रोगों से ग्रस्त हो जाता है.
गुल से छुटकारा पाने के लिए किसी भी मंजन से साधारण ब्रश करें फिर उसके बाद निकोटिन गम चबाएं यह एक प्रकार का चबाने वाला गम होता है जो कि सिगरेट की लत को छुड़ाने के काम आता है.
Gul Khane Ke Nuksan
गुल अकसर सिगरेट, खैनी, गुटखा, पान, के माध्यम से हमारे खून तक पहुंचाया जाता है फेफड़ों के कैंसर का मुख्य कारण तंबाकू को ही माना जाता हैं, फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा सबसे ज्यादा उन लोगों को रहता है जो गुल के रूप में सिगरेट का सेवन करते हैं.
तंबाकू से Leukoplakia का रिस्क अधिक रहता है Leukoplakia से खास तौर पर मुंह के अंदर होने वाली जलन जैसी सारी समस्या पैदा होती है. इसमें मसूड़ों में, जीभ में, मुंह के अंदर नीचे या फिर गाल के अंदर एक सफेद दानेदार दाग बन जाते हैं इसी को Leukoplakia कहते हैं
ये खास तौर पर उन लोगों को होता है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जिसमें दांत और मसूड़े तेजी से सड़ते हैं और मुंह के कैंसर का यह बहुत बड़ा कारण है. इससे गले के कैंसर का रिस्क अधिक रहता है तंबाकू में मौजूद Nicotine हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ा देता है जिससे दिल के रोगों की आशंका अधिक भी रहती है.
- तंबाकू खाने वाले व्यक्ति में मुहं, गले या फेफड़ों का कैंसर होने की संभावना रहती है.
- तंबाकू सेवन करने वाली महिलाओं में गर्भपात की दर सामान्य महिलाओं से तकरीबन 15 प्रतिशत ज्यादा होती है.
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन पुरुषों में होने वाली एक ऐसी समस्या है जो इरेक्शन को ठीक तरह से नहीं होने देती है।
- तंबाकू डायबिटीज, एसिडिटी की समस्या का भी कारण बनता है साथ ही हड्डियों से कैल्शियम कम कर देती है जिससे Osteoporosis का खतरा बढ़ जाता है।
- तम्बाकू का सेवन करने से आपका दिल बहुत ही कमजोर बनकर काम करता हैं.
उम्मीद करते है आपको हमारी यह पोस्ट Gul Khane Se Kya Hota Hai और Gul Ka Arth पसंद आई होगी.
अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर कर दीजिए और इस आर्टिकल से जुड़ा कोई भी सवाल हो तो उसे आप नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के पूछ सकते हैं.