प्रेगनेंसी ( Pregnancy) हर विवाहिता के जीवन का सुखद अहसास होता है, जिसका वह विवाह के बाद से हर पल इंतजार करती है. महिला के गर्भावस्था की खबर के बाद से माता-पिता के साथ घरवालों और रिश्तेदारों में भी काफी उत्सुकता (Baby Boy Pregnancy Test) देखने को मिलती है. कारण गर्भवती का हर परिचित यह जानने की मंशा रखता है कि, गर्भ में पल रहा भ्रूण लड़की है या लड़का (Baby Boy Pregnancy Test). आपकों बता दें कि, भारत में भ्रूण का लिंग परीक्षण कराना क़ानूनी अपराध है.
लेकिन, गर्भवती के माता-पिता की जिज्ञासा के आगे भले किसी की कहा कुछ चलती है. भारतीय घरों में विवाहिता के गर्भवती होने के बाद खुशियां मनाई जाती है, कारण होने वाला बच्चा वंश में वृद्धि करता है. तमाम कानूनी जटिलताओं के बाद भी माता पिता को इस बात की जिज्ञासा रहती है कि, आने वाले नए मेहमान का लिंग क्या है, चलिए आपकों लेख के जरिए बॉय और गर्ल प्रेगनेंसी कैलकुलेटर । Boy or Girl Pregnancy Calculator in Hindi के बारे में कुछ घरेलू तरीके के बताते हैं. Also Read : प्रेगनेंसी में पेठा खाने के फायदे और स्वास्थ्य लाभ
हमारे द्वारा बताए गए तरीके भले ही बेहद ही प्राचीन और घरेलु हो सकते हैं, लेकिन सटिक जरूर होंगे. कारण ग्रामीण परिवेश में आज भी इन्हीं तरीकों पर अटूट विश्वास कर लोग नन्हें मेहमान के स्वागत की तैयारियां करते हैं. Also Read : सौंफ के लड्डू प्रेगनेंसी के किस महीने में खाना चाहिए
बॉय और गर्ल प्रेगनेंसी कैलकुलेटर । Boy or Girl Pregnancy Calculator in Hindi
- पेट का आकार – यदि गर्भवती महिला का पेट भारी और नीचे की ओर झुका हुआ है, तो इसे गर्भ में लड़के की मौजूदगी के लक्षण के तौर पर देखा जाता है.
- त्वचा में बदलाव – प्रेगनेंसी के दौरान त्वचा में बदलाव आना एक सामान्य बात है. पौराणिक किवदंतियों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि यदि गर्भ में लड़का है, तो गर्भवती महिला के चेहरे पर दाने, मुंहासे और दाग ज़्यादा दिखने लगते हैं. इसके अलावा गर्भवती महिला का चेहरा भी मुरझाया हुआ सा दिखने लगता है.
- स्तन के आकार में बदलाव – प्रेगनेट महिला के शरीर में हार्मोन के कारण बहुत सारे बदलाव होते हैं, जैसे- औरत के स्तन का आकार बढ़ता है, जिससे वह स्तनपान के लिए तैयार होती है. हालांकि, दोनों स्तनों के आकार में थोड़ा फर्क होता है. यदि गर्भवती का दायां स्तन, बाएं स्तन से बड़ा और भारी हो, तो इसे गर्भ में लड़का होने का लक्षण माना जाता है.
- ठंडे पैर और रूखे हाथ – प्रेगनेंसी के दौरान पैरों का ठंडा रहना और हाथों का रूखा रहना गर्भ में लड़के की मौजूदगी की निशानी माना जाता है.
- तीखा और बेहद ही चटपटा भोजन करने की इच्छा होना – सामान्य रुप से प्रेगनेंसी में कई प्रकार की चीजें खाने की इच्छा होती है, यदि गर्भ में लड़का होने पर चटपटी और नमकीन चीज़ें खाने की इच्छा ज़्यादा होती है.
- दिल की धड़कन – गर्भ में पल रहे बच्चे का दिल एक मिनट में लगभग 140 बार धड़कता है. चूंकि लड़कों के दिल की धड़कन धीमी होती है, इसलिए यदि बच्चे का दिल एक मिनट में 140 बार से कम धड़के, तो इसे गर्भ में लड़का होने का लक्षण माना जाता है.
जिस तरह से गर्भ में लड़के की मौजूदगी का अनुमान लगाया जा सकता है, ठीक उसी तरह से गर्भ में लड़की की मौजूदगी का अनुमान भी लगाया जा सकता है. गर्भ में लड़की की मौजूदगी के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- दिल की तेज़ धड़कन – गर्भ में लड़के की तुलना में लड़की की दिल की धड़कन तेज़ होती है. यदि अल्ट्रासाउंड स्कैन से पता चलता है कि गर्भ में मौजूद बच्चे का दिल एक मिनट में 140 से अधिक बार धड़क रहा है, तो इसे गर्भ में लड़की होने का लक्षण के तौर पर देखा जाता है.
- जी मिचलाना और उबकाई आना – महिला चिकित्सकों के अनुसार, प्रेग्नेन्सी में जी मिचलाने और मितली की समस्या का ज़्यादा होना, गर्भ में लड़की होने का संकेत माना जा सकता है.
- पेट का आकार – यदि गर्भवती होने पर आपका पेट गोलाकार और ऊपर उठा हुआ है, तो इसे गर्भ में लड़की होने का संकेत माना जा सकता है.
- मनोदशा में बदलाव – गर्भ में लड़की होने पर महिलाओं की मनोदशा बदलती रहती है. उनमें गुस्सा, चिड़चिड़ापन, तनाव और अवसाद की भावना ज़्यादा नज़र आने लगती है.
- स्तन के आकार में बदलाव – गर्भावस्था के दौरान अपने स्तन को ध्यान से देखें, इससे बच्चे का लिंग जानने में मदद मिल सकती है. यदि बाएं स्तन का आकार दाएं स्तन से बड़ा है, तो इसे गर्भ में लड़की होने का लक्षण माना जा सकता है.
- लहसुन से परीक्षण – गर्भवती होने पर लहसुन खाने के बाद अगर आपके शरीर की गंध बदलती नहीं है, तो समझिए कि गर्भ में लड़की है. दरअसल, गर्भ में लड़का होने पर शरीर के रोम छिद्रों में से गंध आने लगती है.
- मीठी चीज़ें खाने की इच्छा – यदि गर्भवती महिला को अचानक से मीठी चीज़ें (मिठाई, चॉकलेट, आदि) खाने की इच्छा होने लगे, तो इसे गर्भ में लड़की होने का लक्षण माना जाता है.
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