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कसूरी मेथी के लाभ उपयोग व नुकसान | Kasoori Methi benefits uses and side effects in hindi

कसूरी मेथी के लाभ उपयोग व नुकसान  Kasoori Methi benefits uses and side effects in hindi 

कसूरी मेथी मुख्यतः एशिया के ‘मेडिटेरेनियन’ इलाके में पाई जाती है. भारतीय लोगों के बीच सोच है कि ये पुराने जड़ी बूटियों में से एक है. इसका इस्तेमाल रसोई में भोजन बनाने से लेकर आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी होता है. इसके इस्तेमाल से मानव शरीर को कई तरह के लाभ प्राप्त होते है. इसके सेवन से होने वाले लाभ और सेवन के दौरान की जाने वाले परहेज का विशेष वर्णन यहाँ पर किया जा रहा है, जिस पर गौर करके आप एक स्वास्थ तरीके से मेथी का सेवन कर सकते हैं.

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कसूरी मेथी के लाभ व नुकसान (Kasoori Methi benefits and side effects in hindi)

Table of Contents

कसूरी मेथी स्वास्थ्य सम्बंधित लाभ (Kasoori Methi Health Benefits)

कसूरी मेथी कई तरह से मानव स्वास्थ को लाभ पहुंचाता है. इसके प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं.

एंटी इनफ्लेममेट्री प्रॉपर्टी :

कई आयुर्वेदिक चिकित्सक ने इसे एक अच्छा एंटी इनफ्लेमेटरी बताया है. इसकी मदद से विभिन्न प्रकार के घावों को ठीक किया जाता है. इसके लिए इसका पेस्ट बनाकर घाव की जगह पर लगाना पड़ता है. साथ ही इसके दाने से गैस्ट्रोईनटेस्टीनल जैसे रोग का निदान होता है.

कोलेस्ट्रोल लेवल घटाने में सहायक :

वैज्ञानिक शोध में ये पाया गया है कि इसमें लो डेंसिटी लिपोप्रोटिन मौजूद होता है. यह तत्व शरीर में कोलेस्ट्रोल घटाने में सहायता करता है. इसमें स्टेरॉयड सपोनिंस पाया जाता है. यह तत्व लोगों के शरीर में कोलेस्ट्रोल को जमने से रोकने में सहायता करता है.

ह्रदय सम्बंधित रोगों का रोकथाम :

इसमें पाए जाने वाले तत्व गलाक्टोमन्नन ह्रदय स्वास्थ को बनाये रखने में बहुत सहायक है.

पाचन तंत्र में सहायक :

इसमें रिच फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद है. ये एंटी ऑक्सीडेंट हानिकारक चीज़ों को शरीर से बाहर निकालने में और पाचनतंत्र को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक है. कब्ज़ के रोगी यदि सुबह सुबह उठकर मेथी का शरबत ग्रहण करें, तो कब्ज़ ठीक हो सकता है.

सुगर नियंत्रण में सहायक :

मधुमेह के रोगी को अपने डाइट में मेथी शामिल करना बहुत ज़रूरी है. मेथी में पाया जाने वाला गलाक्टोमन्नन रक्त में शर्करा की मात्रा को कम करता है और शुगर नियंत्रण रखता है. इसमें एमिनो एसिड पाया जाता है. इसकी सहायता से सुगर रोगियों के लिए इन्सुलिन बनाया जाता है. अतः मेथी का लड्डू बना कर उसका सेवन करना इसमें लाभदायक साबित होगा.

वजन घटाने में सहायक :

भीगा हुआ मेथी यदि सुबह सुबह उठ कर खाली पेट में चबा कर ग्रहण किया जाये तो यह आवश्यकता से अधिक वजन वाले लोगों को वेट लोस में बहुत सहायता करता है. अतः अधिक वजन वाले लोगों के लिए यह वजन घटाने घरेलू उपाय के साथ साथ का एक अचूक और साधारण उपाय है.

एसिड और हार्ट बर्न के निदान :

रोज़ अपने डाइट में एक चम्मच मेथी खाने से यह किसी भी तरह से हार्ट बर्न और एसिड रिफ्लक्स से बचाता है. इसके तत्व पेट के अन्दर आंत में गैसट्रोईन्स्तेस्तिनल उत्तकों को नियमित और नियंत्रित करते है. मेथी ग्रहण करने से पहले इसे भिंगो लेना सही होता है.

गर्भावस्था में सहायक :

इसके सेवन से गर्भावस्था में बच्चे के जन्म के समय माँ को आसानी होती है. गर्भावस्था के दौरान इसके लगातार सेवन से यह प्रसव के दौरान उटेरिन कॉन्ट्रैक्शन का रोकथाम करता है और लेबर पेन को भी कम करता है.

मासिक धर्म की परेशानियों में कारगर :

मेथी में ‘डाईओसजेनीन’ और ‘इसोफ्लावोनेस’ नामक तत्व पाए जाते हैं. इस तत्वों में एस्ट्रोजन जैसे गुण पाए जाते हैं. ये तत्व मेंचुरल क्रंप में राहत देता है. मासिक धर्म के शुरूआती समय में या गर्भवती आदि स्त्रियों के शरीर में लौह तत्व की कमी देखी जाती है. इस कमी को पूरा करने के लिए डाइट में मेथी शामिल करना बहुत सहायक होता है, किन्तु डाइट में मेथी के साथ आलू और टमाटर रहना ज़रूरी है. आलू और टमाटर शरीर में लौह तत्व शोषण करने की क्षमता बनाता है.

कोलोन कैंसर का रोकथाम :

इसमें पाए जाने वाले फाइबर मसलन सपोनिंस, मुसिलेज शरीर से विषाक्त तत्वो को बाहर निकालने में मददगार होते हैं. ये कोलोन के म्यूकस मेम्ब्रेन कैंसर से बचाता है

कसूरी मेथी त्वचा सम्बंधित लाभ (Kasuri Methi Skin Benefits)

कसूरी मेथी का इस्तेमाल आप त्वचा को तंदरुस्त रखने के लिए भी किया जा सकता है. ये मुहांसों, दानों आदि के इलाज में सहायता करता है. इसका उपयोग करने के लिए सबसे पहले इसे पानी में डाल कर उबाल लें. पानी ठंडा हो जाने पर उस पानी से अपना मुंह धोयें. नियमित रुप से इसका इस्तेमाल करने से कील मुंहासे कम होने लगते हैं. साथ ही मेथी के पत्ते का पेस्ट बना कर त्वचा के प्रभावित क्षेत्रों में लगाएं और 20 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद साफ़ पानी से मुंह धो लें.

कसूरी मेथी बाल सम्बंधित लाभ (Kasuri Methi for Hair Benefits)

मेथी का उपयोग बाल सम्बंधित परेशानियों के निदान के लिए के लिए भी सालोंं से किया जाता रहा है. बाल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से मेथी अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. नियमित रूप से मेथी से बने व्यंजनों के सेवन से बाल जड़ों से मजबूत होते हैं और घने- काले हो जाते हैं. सेवन के साथ साथ मेथी का प्रयोग बाल के लिए वाह्य रूप से भी किया जाता है, वाह्य रूप से मेथी का प्रयोग बालों के लिए करना हो, तो इसके लिए साफ़ पानी लें. इस पानी में मेथी डालें और इसे उबाल लें. इस उबले हुए पानी से बालों के सिरों तक मालिश करें. प्रतिदिन सिर की मालिश से शीघ्र ही लाभ पहुँचने लगता है.

कसूरी मेथी के पत्ते के लाभ (Kasuri Methi Leaves Benefits)

आंत्र सम्बंधित समस्या से निदान :

ये मेथी लीवर सम्बंधित परेशानियों और डाईपेप्सिया के निदान में सहायक है. साथ ही यह गैस्ट्रिक समस्याओं से निदान में भी सहायता करता है. डीसेंट्री डाईरिया आदि के समय इसका सेवन रोगी को कराया जा सकता है, जिससे उसे राहत मिलती है.

माउथफ्रेशनर :

मेथी पत्ते से घर में ही माउथ फ्रेशनर बनाया जा सकता है. यह माउथ फ्रेशनर बहुत कारगर होता है. इसे बनाने के लिए सबसे पहले मेथी पत्ते को सुखा लें. इन सूखे हुए पत्ते को अच्छे से पीस लें. किसी साफ़ बर्तन में नीम्बुओं की कुछ बूँद डालें और इसमें पीसा हुआ मेथी पत्ता भर के रख दें. इस बर्तन को कुछ समय के लिए गर्म करें. इसके ठन्डे हो जाने के बाद इसका इस्तेमाल करें.

डायबिटीज में लाभदायक :

मेथी पत्ता त्वचा के दाग़ धब्बों के निदान में बहुत कारगर होता है. यदि आपके चेहरे पर किसी तरह का दाग़ धब्बा है, तो मेथी साग का प्रयोग इसके लिए किया जा सकता है. इसे पीस कर इसमें कुछ बूँद पानी मिलाकर दाग़ धब्बो वाली जगहों पर लगाएं. इसे नियमित रूप से प्रतिदिन लगाएं. जल्द ही दाग़ धब्बे कम होने लगेंगे.

ज्वर के निदान में सहायक :

ज्वर ग्रषित व्यक्ति को यदि शहद और नीबू के साथ मेथी पत्ता का सेवन कराया जाए, तो ज्वर उतरने लगता है. कई हेल्थ फ़ूड स्टोर में मेथी निहित चाय भी बेची जाती है. ये चाय इम्युनिटी बढाने में सहायक होती है. इससे ज्वर में खूब राहत मिलती है.

कसूरी मेथी का प्रयोग (Kasuri Methi Uses)

कसूरी मेथी का प्रयोग कई तरह से होता है. इसकी पत्तियों से लेकर इसके बीज सभी कुछ काम के हैं. इसकी ताज़ी हरी पत्तियों का इस्तेमाल सलाद बनाने के लिए किया जाता है. विभिन्न तरह के व्यंजनों में मेथी साग डालने के लिए इसे सुखा कर रखा जाता है. इसके बीज भी मसाले में प्रयोग किये जाते हैं.

कसूरी मेथी से नुकसान (Kasuri Methi Side Effects)

मानव शरीर में जिस तरह किसी तत्व की कमी कई तरह के रोगों को आमंत्रित करती है, उसी तरह किसी तत्व की अधिकता भी विभिन्न तरह के रोगों की वजह बन जाती है. अतः इसके इस्तेमाल और इसका सेवन करते हुए निम्न बातों का ध्यान दें:

  • इसके पेस्ट को अपने चमड़े में लगाने से पहले ये समझ लें कि आपको किसी तरह की त्वचा सम्बंधित अन्य रोग अथवा एलर्जी नहीं है.
  • गर्भावस्था के समय इसके अधिक सेवन से मिसकैरेज होने की सम्भावना रहती है. अतः इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से एक बार ज़रूर सलाह लें.
  • यदि आप किसी तरह की दवाई ले रहे हों, इस बात का ध्यान रखें कि दवाई लेने के दो घंटे पहले अथवा दो घंटे बाद ही मेथी का सेवन हुआ हो. इसका कारण ये है कि मेथी में पाए जाने वाले तत्व अच्छे शोषक होते हैं, जो दवा में निहित तत्वों को शोषित कर लेते हैं.
  • हालांकि इसके कई लाभ हैं किन्तु इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ले लें, ताकि यदि किसी दवा लेते हुए मेथी से परहेज करना हो तो किया जा सके.

इस तरह कसूरी मेथी के पत्ते से लेकर इसके बीज का प्रयोग विभिन्न तरह से व्यंजन से लेकर औषधि के रूप में प्रयोग होता है.

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Ravi Raghuwanshi

रविंद्र सिंह रघुंवशी मध्य प्रदेश शासन के जिला स्तरिय अधिमान्य पत्रकार हैं. रविंद्र सिंह राष्ट्रीय अखबार नई दुनिया और पत्रिका में ब्यूरो के पद पर रह चुकें हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय अखबार प्रजातंत्र के नागदा ब्यूरो चीफ है.

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