मार्च में एकादशी कब की है 2022 | March Mein Ekadashi Kab Ki Hai 2022
सनातन धर्म में एकादशी व्रत का पौराणिक महत्व हैं. इस व्रत में भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है. 365 दिनों में कुल 24 एकादशी होती है. मतलब प्रत्येक माह में दो एकादशी, लेकिन जब अधिकमास या मल मास लगता है. तो इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है. एकादशी चाहे 24 हों या 26 सभी एकादशी का अपना भिन्न-भिन्न महत्त्व होता है.
हिंदू धर्म के पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार जो भक्त एकादशी का व्रत करता है, उसका जीवन सदैव खुशियों से भरा रहता है. दुख तकलीफ उसे कभी छू तक नहीं सकता. सकारात्मक वातावरण सदैव उसके घर – आंगन में वास करता है. इस पोस्ट के जरिए आज हम आपकों बताने वाले है की मार्च में एकादशी कब की है 2022 – March Mein Ekadashi Kab Ki Hai 2022
Ekadashi Kab Hai February 2022 – एकादशी कब है फरवरी 2022 |
मार्च 2022 में एकादशी कब की है – March Mein Ekadashi Kab Ki Hai 2022
जैसा कि हम सभी को विधित है एकादशियों के व्रत भगवान विष्णु को समर्पित हैं, जो भक्त एकादशी का व्रत सच्ची निष्ठा से करता है. उसके द्वारा जीवन में किए गए सभी पाप माफ हो जाते हैं. मृत्यु के बाद एकादशी उपासक को मोक्ष की प्राप्ति होती है. एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि को किया जाता है. प्रति माह की दो एकादशियों में एक एकदशी शुक्ल पक्ष की होती है और दूसरी एकदशी कृष्णा पक्ष की होती हैं. चलिए अब जानते है की एकादशी कब की है मार्च 2022 में – Ekadashi Kab Ki Hai March 2022 Mein
March Mein Ekadashi Kab Ki Hai- मार्च 2022 में दो एकादशी होंगी, जिसमे शुक्ल पक्ष में पौष आमलकी एकादशी व कृष्णा पक्ष में पापमोचिनी एकादशी होगी. आमलकी एकादशी 14 मार्च 2022 की है, जो 13 मार्च सुबह को 10 बजकर 21 मिनट पर प्रारंभ होगी और 14 मार्च दोपहर को 12 बजकर 05 मिनट पर समाप्त होगी. इसके बाद पापमोहिनी एकादशी 28 मार्च 2022 को होगी, जो 27 मार्च शाम को 6 बजकर 04 मिनट पर शुरू होगी और 28 मार्च शाम को 04 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगी.
सभी एकादशी व्रत का वर्णन महाभारत काल में मिलता है, जिसका अर्थ यह हैं कि, सभी एकादशी जब से ही चली आ रहीं है. इसके अलावा एकादशी के व्रत को “हरी का दिन” कहा जाता हैं, यहां पर हरी भगवान विष्णु को माना जाता है क्योकि भगवान विष्णु ही जगत के पालनहार हैं.
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