मच्छर के कितने दांत होते हैं? | Machhar Ke Kitne Dant Hote Hai
मच्छरों ने आम तौर पर हम सभी को काटा है. इससे बचाव के लिए हमारे द्वारा तमाम तरह के उपाए किए जाते है. मच्छर बीमारियों के वाहक होते है. इसलिए खाद्य सामग्री को मच्छरों से दूर रखना चाहिए. क्या आपकों पता है कि, मच्छर इंसान को काटते समय अपने दांतो से इंसानी खून को अपने शरीर में ले जाता है. क्या आपकों पता है कि, मच्छर के कितने दांत होते हैं, यदि आपको इस बारे में बेहद ही शुन्य जानकारी है, तो हमारा यह पोस्ट आपके के लिए मददगार साबित होगा. पोस्ट के जरिए हम आपकों मच्छर से संबधित विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले है.
इस के आर्टिकल की मदद से जानेंगे कि, मच्छर के कितने दांत होते हैं, हम आपको इस विषय से जुड़ी करीब-करीब हर एक जानकारी आपके साथ साझा करेंगे. तो ऐसे में दोस्तों आज का यह लेख आपके लिए बेहद ही उपयोगी महत्वपूर्ण होने वाली है, तो इसको अंत जरूर पढ़िए.
मच्छर के कितने दांत होते हैं? | Machhar Ke Kitne Dant Hote Hai
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यदि आपकों नहीं पता है कि, मच्छर के कितने दांत होते हैं तो आपका ज्ञान बढ़ाने के लिए बता दें कि, मच्छर 47 दांत होते हैं. जिनका उपयोग मच्छर किसी भी जीव का शिकार करने के लिए करता है. जब भी मच्छर किसी इंसान को काटता है, तो वह दातों की सहायता से इंसानी खून को चूसता है. मच्छर इस प्रक्रिया को इतनी तेजी से करता है, कि इंसानी त्वचा के अंदर एक छेद भी छोड़ जाता है. हालांकि छेद काफी छोटा होता है, यह साधारण आंखों से दिखाई नहीं देता है. जितना छोटा छेद होता है उतने ही छोटे मच्छर के दांत होते हैं.
मच्छर की आयु कितनी होती है? | machhar ki age kitne hote hain
वहीं यदि मच्छरों की आयु की बात करें, कि एक मच्छर की आयु कितनी होती है, या फिर एक मच्छर का जीवनकाल कितना होता है, तो साधारण तौर पर एक मच्छर करीब 2 माह यानी 60 दिनों तक जीवित रह सकता है. कोई भी मच्छर 2 माह से अधिक जीवित नहीं रह सकता है. आमतौर पर मच्छर 60 दिनों के भीतर किसी ना किसी कारण से मर जाता है.
मच्छर इंसानों का खून क्यों पीते है?
वैज्ञानिक शोध की मानें तो, पहले मच्छर खून नहीं पीते थे. इंसानों या अन्य जानवरों का खून पीने का यह बदलाव उनमें धीरे-धीरे आया. मच्छरों की कई प्रजातियां हैं जो खून नहीं पीती हैं और जीवित रहने के लिए अन्य चीजों का सेवन करती है. लोक धारणा है कि, यह बदलाव करीब हजारों साल पहले मच्छरों के अंदर खून पीने के कारण आया है. जहां गर्मी ज्यादा होती है या जगह सूखी रहती है, यानी जहां पानी की कमी होती है वहां मच्छर खून नहीं पीते. कारण मच्छरों को पनपने के लिए नमी की आवश्यकता होती है. जहां पानी जमा होता है वहां मच्छरों को पनपने में कोई दिक्कत नहीं होती है. लेकिन जब उन्हें पानी की कमी महसूस होने लगती है तो वे इंसानों या अन्य जीवों का खून पीने लगते हैं.
मच्छर के काटने से कौन कौन से रोग होते हैं?
बता दें कि, मच्छर के काटने से दर्जनों बीमारी हो सकती है. यदि आपकों मच्छर काट लेता है तो आपकों डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और ग्रेटट एंट्राइटिस जैसे गंभीर रोग हो सकते है. कई बार तो यह अलग-अलग प्रकार की बीमारियां जानलेवा भी साबित हो जाती है. यदि किसी भी व्यक्ति को मादा एनाफिलीज मच्छर काट लेता है, तो उसको मलेरिया जैसा गंभीर रोग हो जाता है. इस बीमारी से ग्रसित इंसान को बुखार, थकान और बेचैनी जैसी अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा डेंगू रोग भी मच्छर के कारण फैलता है. डेंगू रोग जानलेवा रोग है. दोस्तों मच्छरों और उनसे फैलने वाली बीमारियों के रोकथाम के लिए हमें घरों को साफ सुथरा रखना चाहिए. ताकि मच्छरों की पैदावार नहीं हो सके. मच्छर मुख्य रूप से उसी क्षेत्र में जन्म लेते हैं जहां पर या तो गंदगी है या फिर जहां पर पानी की मात्रा है या फिर पानी कई दिनों से जमा है. ऐसे में हमें सफाई का विशेषतौर पर ध्यान रखना चाहिए.
आज आपने क्या सीखा
तो आज की इस लेख के जरिए हमने आपकों बताया कि मच्छर के कितने दांत होते हैं, हमारे द्वारा पोस्ट के पोस्ट के माध्यम से मच्छरों से जुड़ी करीब-करीब हर एक जानकारी को देने का प्रयास किया है. इतना ही नहीं लेख के जरिए मच्छर से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर की है, जैसे कि मच्छर का जीवनकाल कितना होता है, मच्छर के काटने से इंसानी शरीर के अंतर्गत कौन-कौन से रोग हो सकते हैं, तथा किस तरह से हम मच्छरों को बढ़ने से रोक सकते हैं.
FAQ
मच्छरों की आंखें कितनी होती है?
जानवरों ने एक कदम आगे बढ़ाया है और उनकी दो आंखें हैं. इससे उन्हें गहराई को महसूस करने में मदद मिलती है. यह विशेषता आर्थ्रोपोड्स या आर्थ्रोपोड्स में पाई जाती है.
क्या रंग मच्छरों को भगाते हैं?
वाशिंगटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की मानें तो, मच्छरों को भगाने के लिए सबसे अच्छे रंग सफेद, हरा, नीला और बैंगनी हैं. ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि मच्छरों को ये रंग पसंद नहीं हैं, बल्कि इसलिए कि वे गर्मी और प्रकाश को प्रतिबिंबित करते हैं, जो मच्छरों को वास्तव में पसंद नहीं है, यही वजह है कि वे शाम को निकलते हैं.
मच्छरों को अंधेरा पसंद है या रोशनी
मच्छर काले, साथ ही गहरे और चमकीले रंगों की ओर आकर्षित होते हैं. चूंकि काला सबसे गहरा “रंग” है, इसलिए यह छाया उड़ने वाले कीड़ों को आकर्षित करेगी. हालांकि, अन्य गहरे और चमकीले रंग भी मच्छरों को आकर्षित करेंगे.