धन के देवता कुबेर और आयुर्वेद के पूजक भगवान धन्वंतरि का पूजन धनतेरस के दिन किया जाता है. धनतेरस दीवाली पर्व के कृष्णा पक्ष की त्रयोश्चदी को मनाया जाता है. धनतेरस पांच दिवसीय दीवाली पर्व के शुरू होने का सबसे पहला त्यौहार है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था, इसलिए इसे धनतेरस के त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. यह दीपोत्सव के हफ्ते का सबसे पहला त्यौहार है, इसके बाद छोटी दिवाली, बड़ी दिवाली, गोवर्धन पूजा और फिर भाई दूज आता है. इस त्यौहार को “धन्वंतरि त्र्योश्दी” के नाम से भी जाना जाता है.
हिंदू धर्म में धनतेरस के दिन नए बर्तन खरीदे जाने की परंपरा है, इसके पीछे का कारण है कि, इस तिथि को समुद्र मंथन में से भगवान धन्वंतरि कलश लेकर प्रकट हुए थे. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन यदि पूजन पुरे विधि विधान से किया जाये तो माँ लक्ष्मी की की कृपा सदैव बनी रहती है. इस लेख में अब हम जानेंगे कि, धनतेरस का त्यौहार साल 2022 में कब है – Dhanteras 2022 Mein Kab Hai Date
धनतेरस 2022 में कब है तारीख – Dhanteras 2022 Mein Kab Hai Date
धनतेरस जैसा कि यह अपने नाम के अर्थ को सार्थक करता है. धन संपत्ति को 13 गुना बढ़ाना और घर में सुख समृद्धि का वास कराने का दिन. इसी दिन समुन्द्र मंथन में भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था, जो अपने साथ में अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे. आयुर्वेदिक चिकित्सक धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि का पूजन करते हैं.
2022 Mein Dhanteras Kab Hai Date – हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार, “यह त्यौहार दिवाली से पहले कृष्णा पक्ष की त्रयोश्चदी को मनाया जाता है. इस साल कार्तिक मास के कृष्णा पक्ष की त्रयोशदी तिथि का प्रारम्भ 23 अक्टूबर, दिन रविवार को शाम को 5 बजकर 44 मिनट से 6 बजकर 5 मिनट तक रहेगी. तिथि के अनुसार 2022 में धनतेरस 23 अक्टूबर 2022 की है, जिस दिन रविवार का दिन है.
धनतेरस का सीधा अर्थ है धन-संपदा में समृद्धि और तेरस का मतलब तेहरवां दिन होता है. इस दिन माता लक्ष्मी पूजन से समृद्धि, खुशियां और खुशहाली आती है. यह दिन बर्तन और आभूषण व्यापारियों के लिए बेहद ही खास होता है. सराफा व्यापारी पूरे वर्ष धनतेरस के शुभ मुहूर्त का इंतजार करते हैं.
धनतेरस का शुभ मुहूर्त 2022 – Dhanteras 2022 Shubh Muhurat
धनतेरस के दिन संध्याकाल यानी शाम के समय पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इस दिन पूजा के स्थान पर लक्ष्मी जी और गणेश जी की स्थापना करना शुभ माना जाता है.
Dhanteras Pujan Muhurat 2022- इस वर्ष धनतेरस का मुहूर्त शाम को 5 बजकर 44 मिनट से 6 बजकर 5 मिनट तक है. जिसमे प्रदोष काल शाम 5 बजकर 44 मिनट से लेकर 8 बजकर 16 मिनट तक है और वृषभ काल शाम 6 बजकर 58 मिनट से शाम 8 बजकर 54 मिनट तक है.
धनतेरस पूजन शुभ मुहूर्त 2022- शाम को 5 बजकर 44 मिनट से 6 बजकर 5 मिनट तक.
प्रदोष काल- शाम 5 बजकर 44 मिनट से 8 बजकर 16 मिनट तक.
वृषभ काल- शाम 6 बजकर 58 मिनट से शाम 8 बजकर 54 मिनट तक.
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