कोरोना वायरस डिज़ीज़ 19 के खौफ़ और तनाव से कैसे मुक्ति पाएँ?
कोरोना वायरस डिज़ीज़ 19 के खौफ़ और तनाव से कैसे मुक्ति पाएँ? covid19 fear anxiety how to cope in hindi
भारत में कोरोना वायरस डिज़ीज़-19 की दूसरी लहर आने को हैं. प्रकोप के मद्देनजर संपूर्ण विश्व में हाहाकार मचा हुआ है. अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, इटली, स्पेन जैसे देशों में इस भयावह बीमारी के चलते सैकड़ों हज़ारों लोग काल के मुंह में जा चुके हैं. आज की तारीख तक इससे बचाव के लिए वैक्सीन का इजाद तो कर दिया गया है, लेकिन आम लोगों की पहुंच से करीब-करीब दूर है. फिलहाल फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष की आयु के लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है.
भारत में भी यह भयानक बीमारी दूसरे चरण में है, दिनों दिन दूसरी लहर अपना प्रकोप बरपा रही है. सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र राज्य है. इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए देश को लॉक डाउन का दंश झेलना पड़ा था. हालात कुछ हद तक सामान्य हुए हैं. स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, सरकारी और निजी दफ़्तर, फैक्ट्री, बाजार, यातायात कम क्षमता के साथ खोल दिए गए हैं. बावजूद जिंदगी मानो थम सी गई है.
इन निराशाजनक परिस्थितियों में किसी के भी मन में निराशा, डर एवं असहायता की भावना का उठना स्वाभाविक है । तो चलिए आज हम आपको बताते हैं वर्तमान परिदृश्य में खौफ और तनाव से आप कैसे मुक्ति पा सकती हैं?
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, अमेरिका द्वारा किए शोध के अनुसार निम्न उपायों से आप वर्तमान असामान्य परिस्थितियों में अपने आप को सपोर्ट कर सकते हैं :
महामारी के दूसरे लहर से संबंधित खबरें बार-बार सुनना आपको परेशान कर सकता है. बीमारी से संबंधित समाचार देखने, पढ़ने या सुनने से ब्रेक लें. बार-बार महामारी के विषय में सुनना या इससे संबंधित दृश्य देखना आपको अशांत कर सकता है. घर में मनोरंजक गतिविधियों में व्यस्त रहें व सामान्य जीवन जीने का हर संभव प्रयास करें. मात्र इनमें ब्रेक के दौरान खबरें देखें, सुनें या पढ़ें.
- अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें. लंबी और गहरी सांसें लें, अपने आप को स्ट्रेच करें या योग करें.
- स्वास्थ्यप्रद, संतुलित, भोजन लें.
- नियमित रूप से प्रतिदिन योग और व्यायाम करें.
- 7 से 8 घंटे की नींद लें.
- शराब एवं अन्य ड्रग्स को अवॉयड करें.
- रिलैक्स करने का भरसक प्रयास करें. उन गतिविधियों को करने का प्रयास करें जो आप एंजॉय करती हैं.
- अन्य लोगों से संपर्क में रहें. अपने भरोसेमंद लोगों से अपनी परेशानियां साझा करें और उन्हें अपनी मन: स्थिति के विषय में बताएं.
महत्वपूर्ण जानकारी से अपडेट रहें
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जब आपको लगता है कि आप हालिया जानकारी को मिस कर रहे हैं, इस स्थिति में आप तनाव से अधिक ग्रस्त हो सकती हैं अथवा नर्वस महसूस कर सकती हैं. मात्र विश्वसनीय स्रोतों पर खबरें देखें, सुनें या पढ़ें.
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आप इस बात की सही और पुख्ता जानकारी के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की वेबसाइट पर जाकर कोविड 19 की सभी जानकारी प्राप्त कर सकती हैं. इस विषय पर भारत से जुड़ी जानकारी और आंकड़ों के लिए आप भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर जाएँ.
अपनों के संपर्क में रहें :
लॉक डाउन के बावजूद ईमेल, सोशल मीडिया, वीडियो कॉन्फ्रेंस, मोबाइल फोन के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में स्थित अपने मित्रों, रिश्तेदारों एवं सहकर्मियों के संपर्क में रहे. याद रखें, अपने प्रिय जनों से संपर्क और उनके हालचाल की नियमित जानकारी आपको रिलैक्स करती है.
संगीत सुनें:
यदि संगीत आपके फोकस को बाधित नहीं करता तो कार्य करते वक्त संगीत सुनें. दोस्तों जब भी आप खाली हों, तब भी अपनी पसंद का म्युजि सुनें. एक रिसर्च में साबित हुआ है कि तेज ध्वनि वाला संगीत मानसिक तनाव को दूर करता है.
हॉबीज में व्यस्त रहें:
जब भी आपके पास खाली समय हो तो पसंदीदा मनोरंजक हॉबीज में व्यस्त रहें. यदि आपको किताबें पढ़ना पसंद हो तो स्तरीय, मनोरंजक साहित्य अथवा प्रेरक साहित्य पढ़ें. यदि आपकी रुचि लेखन में हो तो अपनी पसंद की विधा में लेखन करें. दोस्तों यह क्रियाएं आपकों तनाव दूर करने का सर्वोत्तम उपाय है. यदि आपके घर या आंगन में बागवान है तो खाली वक़्त में बागवानी कर सकती हैं, नृत्य, गायन, पेंटिंग या योगा, ध्यान कर सकती हैं.
आशावान रहें:
इस संकट के चलते निराशा अथवा बेबसी का अनुभव न करें. याद रखें यह कुछ क्षणों का संकट है. यह सोचकर अपने भीतर आशा की एक नई किरण जगाएं. दोस्तों यह संकट का दौर भी जल्दी गुजर जाएगा और स्थिति बहुत जल्दी सामान्य हो जाएगी.
गहरी सांस लेना:
जब भी तनाव महसूस करें, गहरी सांसें लें. यह आपका माइंड एवं शरीर रिलैक्स कर सकती हैं और बेहतर नींद ले सकती हैं.
गहरी सांस लेने से शरीर में फील गुड हॉर्मोन्स एंडोर्फिन का स्राव होता है जिससे आप खुशनुमा अहसास से भर जाती हैं और यह शरीर द्वारा निर्मित प्राकृतिक दर्द नाशक होता है.
गहरी सांस लेने से आपकी मांसपेशियां रिलैक्स हो जाती हैं और आपके शरीर को भरपूर ऑक्सीजन मिलने लगती है. आपका शरीर और माइंड शांत हो जाते हैं और तनाव दूर होता है.
गहरी सांस लेने से शरीर से टॉक्सिन्स हट जाते हैं और रक्त का बहाव बेहतर होता है.अतः हमें अधिक ऑक्सीजन प्राप्त होती है जिससे हमारी ऊर्जा का स्तर बढ़ता है.
प्राणायाम:
तनाव दूर करने के लिए आप अनुलोम विलोम, भस्त्रिका एवं कपालभाती जैसी प्राणायाम की तकनीकों का उपयोग कर सकती हैं.
व्यायाम, योग एवं ध्यान:
व्यायाम, योग एवं ध्यान भी तनाव दूर करने के कारगर उपाय हैं. दोस्तों योग एवं ध्यान तनाव के साधारण लक्षण जैसे मांसपेशिओं का तनाव, सर दर्द और अनिद्रा में राहत पहुंचा सकते हैं और अशांत माइंड को शांत कर सकते हैं.
पूजा अर्चना एवं धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें:
जब भी मन अशांत हो, भगवान की पूजा करें। पूजा से आत्मिक शांति मिलती है और तनाव दूर होता है।
आत्मिक सुकून पाने के लिए आप रामायण की चौपाइयों का मधुर संगीत भी सुन सकती हैं. वेदों के मंत्रों का संगीत, विभिन्न आरती, धार्मिक गाने भी आपको बेहद आत्मिक शांति प्रदान करेंगे। संगीत आपका ध्यान वर्तमान संकट से हटाने में बेहद कारगर हो सकता है. इसके लिए आप वैदिक मंत्रों का जाप भी कर सकती हैं. तनाव के क्षणों में गायत्री मंत्र का जाप भी बहुत कारगर सिद्ध होता है.
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