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उपयोगी प्लास्टिक की वस्तुओं के नाम संस्कृत में | Plastic Object Name In Sanskrit

दैनिक उपयोगी प्लास्टिक की वस्तुओं के नाम संस्कृत में
Plastic Object Name In Sanskrit

दोस्तों इस आर्टिकल में हम जानेंगे प्लास्टिक की वस्तुओं को संस्कृत में क्या कहते है. आज हम अपने दैनिक जीवन में प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का उपयोग करना बेहद ही अधिक पसंद करते हैं. इसका एक मुख्य कारण प्लास्टिक की वस्तुओं का आसानी से कम दामों में उपलब्ध हो जाना भी है. दूसरा कारण यह है कि प्लास्टिक की वस्तुएं स्टील की वस्तुओं से हल्की एवं लंबे समय तक चलने वाली होती है, जिससे लोग प्लास्टिक की वस्तुओं को अपने दैनिक जीवन में अधिक पसंद करते हैं.

प्लास्टिक की वस्तुओं में सबसे अधिक लोकप्रिय यदि कोई वस्तु मानी जाती है तो वह है प्लास्टिक की टिफिन एवं बोतलें. प्लास्टिक के टिफिन एवं बोतलें इतनी हल्की होती है कि इनमें खाना एवं पानी ले जाना बड़ा आसान होता है. साथ ही टूटने फूटने का भय भी कम होता है. आजकल प्लास्टिक की यूज एंड थ्रो वाली ग्लासों का भी बहुत चलन है.

वैसे तो प्लास्टिक इको फ्रेंडली नहीं मानी जाती है इसलिए इस बात को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों ने इसका भी उपाय खोज निकाला जिसमें प्लास्टिक की वस्तुओं के खराब अथवा टूट जाने पर उसे फिर से एक बार रिसाइकल कर लोगों के द्वारा उपयोग करने लायक बनाया जा सके. कई पश्चिमी देशों में प्लास्टिक को रिसाइकल करके इससे सड़क निर्माण किया जा रहा है. सड़क बनाए जाने के पीछे यह कारण है कि, इसे नष्ट करने में सैकड़ों वर्ष का समय लग जाना. इसलिए कई देशों की सरकार प्लास्टिक को सड़क निर्माण के मटेरियल के रुप में उपयोग कर रही है.

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Plastic Object Name In Sanskrit

आइए संस्कृत भाषा में प्लास्टिक की वस्तुओं के नाम को जानें | Plastic Object Name In Sanskrit

प्लास्टिक वस्तुओं के संस्कृत नामप्लास्टिक वस्तुओं के हिंदी नाम
कड्कतंकंघी
कलश:कलश
पेषनयंत्रम्ग्राइंडर
स्थालीकाथाली/ प्लेट
चमस:चम्मच
आसंद:कुर्सी
चषक:गिलास
द्रोणीबाल्टी
कट:चटाई
नलिकानल
पेटिकाडिब्बा
पुष्पाधानीफूलदान
करदीप:टॉर्च
अवकरिकाकूड़ा दान
कूपीबोतल
शीतककूलर
पानभांडप्याला

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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