पीरियड के कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए / पीरियड के दौरान पूजा की मनाही क्यों है – महिलाओं में तय समय पर पीरियड आना एक अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है। सही समय पर पीरियड आना महिलाओं के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर माना जाता है। लेकिन हमारे भारतीय समाज में कुछ ऐसी पौराणिक मान्यताएं हैं, जिनका पालन करना बहुत ही आवश्यक हो जाता है।
महिला के पीरियड आने के बाद पूजा-पाठ को लेकर काफी मतभेद हैं, जैसे- पीरियड आने के बाद पूजा-पाठ करना चाहिए या नहीं या पीरियड आने के कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए। यह सभी प्रश्नों के उत्तर आपको इस आर्टिकल के माध्यम से देने वाले हैं। यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही मददगार साबित होने वाला है। दोस्तों आज हम आपको इस रोचक पोस्ट के जरिए बताएंगे की Period Ke Kitne Din Bad Mandir Jana Chahie.
पीरियड के कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए |Period Ke Kitne Din Bad Mandir Jana Chahie
Table of Contents
साधारणतौर पर पीरियड आने के चार दिन के बाद मंदिर जाना चाहिए। यदि आप पीरियड आने के चार दिन बाद मंदिर जाकर पूजा करते हैं, तो आपको पूजा का फल प्राप्त नहीं होगा। यदि आप घर पर भी अपने देवी-देवताओं का पूजन करते हैं तो भी पीरियड आने के चार दिन बाद ही करना चाहिए।
क्या पीरियड्स में मंदिर जा सकते हैं
पीरियड्स में मंदिर जाना या नहीं जाना यह महिला के विश्वास और उनके मन मर्जी पर निर्भर करता हैं। कुछ पौराणिक मान्यता के अनुसार पीरियड के दौरान मंदिर जाना अशुभ माना जाता हैं। जो लोग इस मान्यता का अनुसरण करते हैं वह महिला पीरियड के दौरान मंदिर नहीं जाती है।
लेकिन कुछ महिलाएं इस पौराणिक किवदंति को नहीं मानती है और वह मंदिर जाती हैं, लेकिन गर्भगृह में प्रवेश नहीं करती है।पीरियड में मंदिर जाना या नहीं जाना महिला की मर्जी पर निर्भर करता हैं। कुछ लोगों के घर के बड़े बुजुर्गों द्वारा पीरियड के दौरान मंदिर जाने की मनाही होती हैं।
तो ऐसे समाज की महिलाएं अपने समाज के नियम का निर्वहन करते हुए मंदिर नहीं जाती है। कुछ महिलाएं पीरियड के चार दिन बाद मंदिर जाती हैं। इस प्रकार से भिन्न-भिन्न मान्यता होने के कारण मंदिर जाना या नहीं जाना महिला की मर्जी पर निर्भर करता है।
क्या पीरियड के 6 दिन पूजा कर सकते हैं
यदि आप चाहे तो पीरियड के 6 दिन बाद से पूजा कर सकती हैं, लेकिन काफी महिलाएं पीरियड के चार दिन बाद से ही पूजा करना शुरू कर देती हैं। मान्यता है कि, महिलाएं पीरियड के चार दिन निकल जाने के बाद पांचवे दिन निश्चित रूप से पूजा कर सकती हैं।
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पीरियड में क्या क्या नहीं छूना चाहिए?
वैसे तो कई भारतीय घरों की महिलाएं पीरियड के दौरान पूजा-पाठ से जुड़ी सामग्री को छूने बचती हैं। कुछ महिलाएं अपने घर के मंदिर को छूने से बचती हैं। कई बार काफी लोगों के घर में हवन आदि रखा जाता हैं। उस दौरान हवन से जुडी सामग्री भी छूने से बचना चाहिए।
पीरियड के दौरान पूजा की मनाही क्यों है
धार्मिक मान्यता से अलग हट वैज्ञानिक दृष्ट से देखा जाए तो हवन और पूजा-पाठ काफी लंबे समय तक चलता है। लंबे समय तक हवन और पूजन होने के कारण पीरियड के दौरान महिलाएं अधिक समय तक पूजा में बैठ नहीं पाती है।
पीरियड के दौरान किसी भी महिला का शरीर बहुत अधिक कमजोर होता हैं। ऐसे स्थिति में महिला को आराम की सख्त जरूरत होती हैं। इसलिए पीरियड के दौरान महिला को पूजा में बैठने की जगह आराम करने की सलाह दी जाती थी। और पूजा-पाठ आदि से दूर रखा जाता था।
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमारे द्वारा इस रोचक आर्टिकल के जरिए से बताया है की पीरियड के कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए। इसी के साथ ही इस विषय से जुड़ी अन्य और भी जानकारी आपके साथ साझा की है। हम आशा करते हैं कि, हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। यदि हमारे पोस्ट से आपका ज्ञान बढ़ा हैं तो इसे आगे जरुर शेयर करें, ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके।
दोस्तों हमें पूरा विश्वास है कि, आपको हमारा यह पीरियड के कितने दिन बाद मंदिर जाना चाहिए / पीरियड के दौरान पूजा की मनाही क्यों है आर्टिकल अच्छा लगा होगा। धन्यवाद
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