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महज 50 रुपये में 1000 KM चलती है यह ई-साइकिल

महज 50 रुपये में 1000 KM चलती है यह ई-साइकिल, फोन की तरह चार्ज किया जा सकता है nexzu mobility e cycle

90 के दशक की बात करें तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि आने वाले कुछ सालों में भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicle) का कारोबार इतनी जोर पकड़ लेगा. सबको यही लगता था कि भला इन गाड़ियों को चार्ज करना कितना परेशानी भरा काम होगा. लेकिन जबकि ईंधन से चलने वाली गाड़ियों को तेल भरवा के चाहे जहाँ दौड़ाओ. लेकिन पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों के बाद हालात और नज़रिया लोगों का अब दोनों बदल रहा है. सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी देने की शुरुआत की है, उससे काफी बदलाव दिखाई पड़ने लगा है.

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Nexzu Mobility founder Atulya Mittal

सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की मानें तो 22 मार्च 2020 लॉकडाउन के कारण भले ही बेहद  चुनौतीपूर्ण रहा लेकिन इस साल इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 20 फीसदी तक बढ़ी है. कारण लॉकडाउन के बाद हर कोई अपने वाहन से सफ़र करने की चाहत रखता है. वहीं दूसरी ओर जब तेल की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं, तो इलेक्ट्रिक वाहन लोगों के पास एक विकल्प बनकर उभरा है. ऐसे में लोग इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ खरीदने में बेहद दिलचस्पी दिखा रहे हैं.

अतुल्य मित्तल ने शुरू किया स्टार्टअप (Atulya Mittal)

पुणे स्थित नेक्सजू मोबिलिटी (Nexzu Mobility) एक स्टार्टअप है जो भारत में ई-साईकल का निर्माण करती है.  स्टार्टअप को साल 2015 में अतुल्य मित्तल (Atulya Mittal) ने शुरू किया था. अतुल्य हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से शिक्षित हैं. अतुल्य द्वारा मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में यह बात उभर कर आई हैं कि, जब एक बार एक अपनी कंपनी ‘पापा जाॅन इंडिया’ के लिए पिज्जा डिलीवरी के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर या साइकिल ढूँढने गए तो कहीं नहीं मिली, तो उन्हें बड़ा दुख हुआ. इसी बात को समझते हुए अतुल्य मित्तल ने सोचा क्यों ना एक ई-साइकिल की कंपनी बनाई जाए. जो लोगों के लिए कम क़ीमत में ई-साइकिल उपलब्ध करवाए. उन्होंने आगे चलकर इसी स्टार्टअप पर दांव लगाया. जो बीते दो सालों से बेहद तेजी पर है.

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फोटो : Nexzu

बचत के सौदा है ‘इलेक्ट्रिक साइकिल’

अतुल्य का कहना है कि, कोरोना संक्रमण से पूरी दुनिया जूझ रही है, वर्तमान परीस्थितियों और हालात को देखते हुए इलेक्ट्रिक साइकिल या स्कूटर बचत का सौदा है. यदि हम इलेक्ट्रिक साइकिल की बात करें तो 0.2 किलोमीटर की दर से चार्ज करती है, लेकिन इसी की जगह यदि हम कोई ईंधन से चलने वाला स्कूटर देखें तो 1.5 रुपए प्रति किलोमीटर का ख़र्चा आता है. जबकि तेल की कीमतें दिनों दिन आसमान को छू रही है, ऐसे में आज इलेक्ट्रिक वाहन खरीदना किसी भी तरह से नुक़सान का सौदा नहीं जाता. अतुल्य का तर्क यह भी हैं कि 10 रुपए की बिजली से चार्ज करके उनकी साइकिल 150 किलोमीटर और स्कूटर 45 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है.

कीमत भी है आकर्षक

अतुल्य की कंपनी की इस ई- साइकिल और स्कूटर पूरी तरह से ‘मेड इन इंडिया’ हैं. ऐसे में इसे खरीदने पर देश का पैसा देश में ही काम आएगा. इनकी ये साइकिल बेहद हल्की है और इसमें पुर्जे भी बेहद कम लगे हैं. ऐसे में इसकी साफ-सफाई और मेंटेनेंस का ख़र्च भी ना के बराबर है. नेक्सजू मोबिलिटी की ये साइकिल फिलहाल दो वैरायटी में उपलब्ध है. पहला ROMPUS और दूसरा ROADLARK है.

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फोटो : Nexzu

यदि हम इसकी क़ीमत की बात करें तो सबसे कम क़ीमत 31, 980 रुपए है. वहीं दूसरी Roadlark साइकिल की क़ीमत 42, 317 है. ये क़ीमत भले की आपको आम साइकिलों के मुकाबले ज़्यादा हो, लेकिन मेंटेनेंस का ख़र्च और ईंधन का ख़र्च घटा दिया जाए तो दूसरे वाहनों से काफ़ी सस्ती पड़ती है.

दमदार बैटरी के साथ है पावरफुल मोटर

यह कंपनी महाराष्ट्र (Maharashtra) के नज़दीक पुणे में ई-साइकिल का उत्पादन कर रही है. इसे आप स्कूटर या बाइक के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसका सीधा कारण है कि, साइकिल में 36V, 250 WUB HUB ब्रशलेस DC मोटर दिया गया है. जो कि किसी मोटरसाइकिल के बराबर ऊर्जा देता है. इतना ही नहीं मोटर को पावर देने के लिए 36V, 5.2 MAh की बैटरी दी गई है. ताकि साइकिल लंबी दूरी तय कर सके.

नार्मल सॉकेट से होगी चार्ज

कंपनी की मानें तो यह साइकिल 2.5 वोल्ट से तीन घंटे में फुल चार्ज हो जाएगी. खास बात यह है कि, चार्ज करने के लिए मोबाइल चार्ज करने वाले साॅकेट से भी चार्ज किया जा सकता है. जिसके बाद Rompus 30 किलोमीटर से ज़्यादा दूरी तय कर सकती है, साथ ही Roadlark जो कि 42,317 रुपए की है वह 80 से ज़्यादा किलोमीटर तक जा सकती है. साइकिलों में पैडल मोड भी मिलता है. यदि चाहो तो बैटरी की बजाय पैडल से भी चला सकते हैं. कंपनी नई साइकिल पर 18 महीने की वारंटी देती है. जिसमें बैटरी और मोटर शामिल होते हैं.

चार रंगों के साथ है शानदार डिजाइन

कंपनी ने साइकिल को बनाते हुए ग्राहकों के रंगों के शौक का विशेष तौर पर ध्यान रखा है. इसलिए इस साइकिल को चार रंगों में बाजार में उतारा गया है. इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए स्टील एलॉय फ्रेम के साथ बनाया गया है. चार रंगों में लाल, नीला, सिल्वर और काला शामिल है. साइकिल में आरामदायक फोम के साथ एक सीट दी है. बेहतर स्पीड के लिए 26 इंच के टायर दिए गए है.

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फोटो : Nexzu

‘आत्मनिर्भर भारत’ को बढ़ाएगी आगे

नेक्सजू मोबिलिटी के सीईओ राहुल शौनक कहते हैं कि इस साइकिल में सामान से लेकर इंजीनियर तक भारत के लगे हुए हैं. सिर्फ़ इसकी लिथियम बैटरी को बाहर से मंगाया गया है, जो कि भारत में अभी तक नहीं बनती. ऐसे में यह साइकिल ‘मेड इन इंडिया’ को बढ़ावा देने के साथ प्रधानमंत्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ (Aatm Nirbhar Bharat) को भी आगे बढ़ाती है. कंपनी की कोशिश है कि वह भारत के स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा दे, ताकि स्थानीय स्तर पर लोगों को भी ज़्यादा से ज़्यादा रोजगार मिल सके.

कहाँ से खरीदें

कंपनी का कहना है कि जो भी इस साइकिल को खरीदना चाहता है वह अपने नजदीकी नेक्सजू डीलरशिप के पास से खरीद सकता है. नहीं तो वह कंपनी की वेबसाइट पर जाकर भी स्वयं आर्डर कर सकता है. जल्द ही कंपनी इस साइकिल को अमेजन (Amazon) और फ्लिपकार्ट (Flipkart) के जरिए भी बेचना शुरू करेगी. ऐसे में यदि आप इस साइकिल को अपना बनाना चाहते हैं तो किसी भी माध्यम को अपना सकते हैं.

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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