कलश यात्रा क्यों निकाली जाती है | Kalash Yatra Kyu Nikali Jati Hai
आज आप जानेंगे कि कलश यात्रा क्यों निकाली जाती है? तथा कलश का हिन्दू धर्म में इतना महत्त्व क्यों है? दोस्तों आपने भी गौर किया होगा कि, कई धार्मिक मंडलों द्वारा भागवत कथा के शुभारंभ और किसी विशेष नक्षत्र में कलश यात्रा निकाली जाती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है यह यात्रा आखिर क्याें निकाली जाती है। हिंदू धर्म में कलश यात्रा का काफी खास महत्व होता है, पोस्ट के जरिए आज हम कलश यात्रा के बारे में संक्षिप्त रूप से जानकारी हासिल करेंगे।
कलश यात्रा क्यों निकाली जाती है?| Kalash Yatra Kyu Nikali Jati Hai
कलश का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है। किसी भी मांगलिक कार्य की शुरुआत के पूर्व कलश पूजन किया जाता हैं जैसे- गृह प्रवेश, व्यापार का प्रारम्भ, दुर्गा पूजन, और कई अन्य पूजन के प्रारम्भ में कलश पूजन किया जाता है। भागवत कथा का आरम्भ करने से पहले कलश यात्रा निकाली जाती है क्योंकि माना जाता है कि कलश में सारे देव विराजमान होते हैं और कलश को सिर पर रख कर भ्रमण करने से धरा सिद्ध होती है तथा साथ ही जो कलश का धारण करता है उसकी आत्मा भी पवित्र हो जाती है।
कलश का सम्बन्ध समुद्र मंथन से भी जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि जटाओं से युक्त नारियल मंदराचल है तथा कलश की ग्रीवा (कंठ) में बाँधा कच्चा सूत्र ही वासुकी है। कलश में सभी देवताओं का वास है तथा इसके अन्दर भरा जाने वाला जल शीतलता का प्रतिक है, पृथ्वी के बाद सृजन का उत्तरदायित्व मातृ शक्ति को दिया गया है इसके कलश यात्रा में वह कलश धारण करती है।
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