गुरु पूर्णिमा 2022 कब है? Guru Purnima 2022 Mein Kab Hai

हिंदू धर्म में गुरु काे बेहद ही सम्मानित दर्जा दिया गया है. गुरु पूर्णिमा के दिन अल सुबह स्नान कर सबसे पहले पूजन सामग्री तैयार करें. जिसके बाद भगवान और गुरु का पूजन करें. पूजा के लिए उत्तर दिशा में व्यास जी की प्रतिमा स्थापित कर उस पर सुगंधित फूल या माला अर्पित कर पूजा आरती करें. प्रतिमा को मीठे व्यंजन का भोग लगाएं. जिसके बाद अपने गुरु को आसन पर विराजित कर पुष्पमाला और उन्हें अपने सामर्थ्य अनुसार कुछ ना कुछ सर्मपित करें. उनका आशीर्वाद प्राप्त करें गुरु पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा से विशेष लाभ प्राप्त होता है..! पोस्ट के जरिए जानते हैं कि, गुरु पूर्णिमा 2022 कब है? Guru Purnima 2022 Mein Kab Hai.

गुरु पूर्णिमा 2022 कब है? Guru Purnima 2022 Mein Kab Hai

  • गुरु पूर्णिमा 2022
  • बुधवार, 13 जुलाई 2022
  • पूर्णिमा तीथी शुरू – 13 जुलाई 2021 को सुबह 04:01 बजे
  • पूर्णिमा तीथि समाप्त – 14 जुलाई 2021 को सुबह 00:06 बजे

गुरु पूर्णिमा का महत्व – Significance of Guru Purnima

हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों के अनुसार गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा के साथ महाभारत के रचयिता व्यास जी का जन्मदिवस भी मनाया जाता है. संस्कृत के महान विद्वान होने के साथ ही उन्होंने महाभारत महाकाव्य की रचना भी की थी. वेदव्यास जी को आदिगुरु कहा जाता है, इसलिए बहुत से लोग गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं इस दिन अपने गुरुजनों की यथा संभव सेवा कर उनका आशीर्वाद पाने का का बहुत अधिक महत्त्व है क्यों ऐसा माना जाता है कि गुरु के बिना एक शिष्य के जीवन में कोई अर्थ नहीं होता.

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गुरु पूर्णिमा उपाय 2022 – Guru Purnima Remedy 2022

पौराणिक मान्यता के अनुसार गुरु पूर्णिमा के दिन छोटे-छोटे उपाय करने से परिवार में सुख समृद्धि आती है. इन उपायों को करने से सभी मनोकामना पूरी होती है. गुरु का आदर और सम्मान करना चाहिए गुरु पूर्णिमा के दिन जरूरतमंद लोगों की पीला अनाज पीले वस्त्र और मिठाई का भोग लगाकर दान करने से आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती है. भगवान विष्णु की जी सच्चे मन से आराधना और आज के दिन अनाज का दान करने से कुंडली के गुरु दोष समाप्त होते हैं गुरु पूर्णिमा के दिन प्रातः कल स्नानादि के बाद घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का निशान बनाए और पूजास्थल पर दीपक जलाएं इससे गृह क्लेश दूर होकर सुख समृद्धि बनी रहती है..!

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