Gupt Navratri 2023 Date: इस दिन से शुरू हो रही हैं गुप्त नवरात्रि 2023 । Gupt Navratri 2023 Date and time
Gupt Navratri 2023 Date: सनातन धर्म में नवरात्रि पर्व का बेहद ही खास महत्व होता है. मुख्य रूप से नवरात्र शरद और चैत्र माह में आती है. लेकिन शास्त्रों के अनुसार यह चार प्रकार की होती है. माघ और आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2023 Kab Se Shuru Hain) कहा जाता है. इस साल माघ मास यानी जनवरी और फरवरी की गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2023) 22 जनवरी 2023, रविवार से शुरू हो रहे हैं. पौराणिक किदवंति है कि, इस नवरात्रि को लेकर कई तरह के रहस्य हैं, इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है.
गुप्त नवरात्रि शुभ मुहूर्त (Gupt Navratri Shubh Muhurat)
नवरात्रि शुरू 22 जनवरी 2023, रविवार
नवरात्रि समाप्त 30 जनवरी 2023 दिन सोमवार
कलश स्थापना मुहूर्त- सुबह 08:34 से 09: 59 तक
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:13 से 12:58 तक
Magha Gupt Navratri 2023 Dates
- Navratri Day 1(Pratipada) – January 22, 2023 (Sunday) – घटस्थापना, Shailputri Puja
- Navratri Day 2 (Dwitiya) – January 23, 2023 (Monday) – Brahmacharini Puja
- Day 2 (Tritiya) – January 24, 2023 (Tuesday) – Chandraghanta Puja
- Day 3 (Chaturthi) – January 25, 2023 (Wednesday) – Kushmanda Puja
- Day 4 (Panchami) – January 26, 2023 (Thursday) – Skandamata Puja
- Day 5 (Shashthi) – January 27, 2023 (Friday) – Katyayani Puja
- Day 6 (Saptami) – January 28, 2023 (Saturday) – Kalaratri Puja
- Day 7 (Ashtami) – January 29, 2023 (Sunday) – Sri Durga Mahaashtami, Mahagauri Puja, Sandhi Puja
- Day 9 (Navami) – January 30, 2023 (Monday) – Siddhidatri Puja, Navratri Parana
क्या है गुप्त नवरात्रि
पौराणिक ग्रंथाें के अनुसार चैत्र और शारदीय नवरात्रि में सात्विक और तांत्रिक दोनों प्रकार की पूजा की जाती है, लेकिन गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा भी गुप्त तरीके से की जाती है. इसका सीधा मतलब है कि, इस दौरान तांत्रिक क्रिया कलापों पर ही ध्यान दिया जाता है. इसमें मां दुर्गा के भक्त आसपास के लोगों को इसकी भनक नहीं लगने देते कि वे कोई साधना कर रहे हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दौरान जितनी गोपनीयता बरती जाए उतनी ही अच्छी सफलता मिलेगी.
गुप्त नवरात्रि पूजा विधि (Gupt Navratri Puja Vidhi)
शारदीय और चैत्र नवरात्रि की तर्ज पर ही गुप्त नवरात्रि में कलश की स्थापना की जाती है. यदि कलश की स्थापना की है तो आपको सुबह और शाम यानी दोनों समय दुर्गा चालीसा या सप्तशती का पाठ और मंत्र का जाप करना होगा. गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा को भोग में लौंग और बताशा चढ़ाना चाहिए.
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