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चैती छठ पूजा 2023 कब है | Chaiti Chhath puja 2023 date | 2023 Chaiti Chhath puja kab hai

Chaiti Chhath Puja 2023 Mein Kab Hai :  पूर्वांचल और उत्तरवासियों का प्रमुख त्योहार छठ पर्व है. यह पर्व नवरात्रि की तर्ज पर वर्ष में दो बार मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार एक चैत्र माह में और दूसरा कार्तिक माह में. बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश के साथ पूरे देश में मौजूद पूर्वांचल संकृति के लोग पर्व को मनाते हैं. नेपाल के तराई इलाके में पर्व को उल्लास के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष 27 मार्च 2023, सोमवार को नहाय-खाय के साथ छठ पर्व की शुरुआत होगी. अक्सर पहले पुत्र की प्राप्ति के बाद महिलाएं व्रत को उठाती है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक छठी मैय्या को सूर्य देवता की बहन कहा जाता है. मान्यता है कि छठ पर्व में सूर्योपासना करनने से छठ माई प्रसन्न होती हैं और यह परिवार में सुख शांति धन धान्य से संपन्न करती है. लेख के जरिए जानते हैं चैती छठ पूजा 2023 कब है | Chaiti Chhath puja 2023 date | 2023 Chaiti Chhath puja kab hai, नहाय खाय पूजा की शुरुआत.

इस साल यानी की 2023 में चैती छठ पूजा 25 मार्च 2023 को नहाय खाय से शुरू होगी और 28 मार्च 2023 को प्रातः कालीन अर्घ्य और पारण के साथ समाप्त होगी.

25 मार्च 2023 – शनिवार नहाय खाय
26 मार्च 2023 – रविवार खरना
27 मार्च 2023 – सोमवार संध्या अर्घ्य
28 मार्च 2023 – मंगलवार सूर्योदय अर्घ्य, पारण
Chaiti Chhath Puja 2023 Mein Kab Hai
चैती छठ पूजा 2023 कब है | Chaiti Chhath puja 2023 date | 2023 Chaiti Chhath puja kab hai
  • 25 मार्च 2023, शनिवार – नहाय-खाय
  • 26 मार्च 2023, रविवार – खरना
  • 27 मार्च 2023 , सोमवार – डूबते सूर्य का अर्घ्य
  • 28 मार्च 2023, मंगलवार – उगते सूर्य का अर्घ्य

अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त – Chhath Puja Muhurat

  • सूर्यास्त का समय (संध्या अर्घ्य): – 27 मार्च, 05:30 PM
  • सूर्योदय का समय (उषा अर्घ्य) – 28 मार्च, 06:40 AM

जानें कब मनाया जाता है छठ पूजा का पर्व

सूर्य  की उपासना का  पर्व साल में दो बार मनाया जाता है. चैत्र शुक्ल षष्ठी व कार्तिक शुक्ल षष्ठी इन दो तिथियों को यह पर्व मनाया जाता है. हालांकि कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाये जाने वाला छठ पर्व मुख्य माना जाता है. कार्तिक छठ पूजा का विशेष महत्व माना जाता है.

क्यों करते हैं छठ पूजा

पुत्र व पति की दीघार्यु की कामना को लेकर पर्व महिलाएं व्रत करती है. अक्सर पहले पुत्र की प्राप्ति के बाद महिलाएं व्रत को उठाती है. पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक छठी मैय्या को सूर्य देवता की बहन कहा जाता है. मान्यता है कि छठ पर्व में सूर्योपासना करनने से छठ माई प्रसन्न होती हैं और यह परिवार में सुख शांति धन धान्य से संपन्न करती है.छठ माई संतान प्रदान करती हैं. सूर्य सी श्रेष्ठ संतान के लिये भी यह उपवास रखा जाता है. अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिये भी इस व्रत को रखा जाता है.

छठ पूजा तिथि व शुभ मुहूर्त 2023 Chhath Puja Tithi Shubh Muhurt

  1. साल 2023 में चैती छठ पर्व 25 मार्च से लेकर 28 मार्च तक मनाया जायेगा.
  2. षष्ठी तिथि प्रारम्भ होगी – 26, मार्च को सायंकाल 04:32 मिनट.
  3. षष्ठी तिथि समाप्त होगी- 27, मार्च को सायंकाल 05:27 मिनट.
  4. नहाय-खाय तिथि होगी – 25 मार्च शनिवार
  5. खरना या लोहंडा होगा – 26 मार्च रविवार
  6. डूबते सूर्य का अर्घ्य – 27 मार्च सोमवार
  7. उगते सूर्य का अर्घ्य और पारण – 28 मार्च मंगलवार
  8. सूर्यास्त का समय होगा – 27 मार्च सायंकाल 05:30 मिनट
  9. सूर्योदय का समय होगा – 28 मार्च प्रातःकाल 06:40 मिनट

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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