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शिक्षक दिवस पर बेहतरीन गीत | Top 10 Teachers Day Songs in Hindi

शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को समर्पित गीत | Teachers Day Songs in Hindi | Best Songs For Teachers Day in Hindi

गुरू ज्ञान बिन जग अधूरा, अर्थात गुरू का यदि ज्ञान नहीं मिला तो पूरा संसार अधूरा दिखाई देता है. भारत में सदियों से गुरु-शिष्य परंपरा का निर्वहन किया जाता है. प्राचीन समय से ही गुरु पूर्णिमा पर्व मनाकर अपने सम्मानित गुरुओं का आशीष प्राप्त किया जाता है. तो वहीं 5 सितंबर को स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. शायद ही कोई ऐसा होगा जो शिक्षा और शिक्षक के महत्व कौन नहीं समझता हो. इसी पंरपरा को आगे बढ़ाने के लिए हर साल 5 सितंबर को “शिक्षक दिवस” मनाया जाता है, जो डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती भी है, वे एक ऐसे महान विद्वान थे जिन्होंने शिक्षा के महत्व को समझा. तो आइए इस खास अवसर पर अपने सबसे पसंदीदा शिक्षक को संग्रह समर्पित करें और उन्हें शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दें. इस खास अवसर हम आपके लिए शिक्षक दिवस पर 10 सबसे बेस्ट गाने, जो किसी भी शिक्षक को समर्पित कर सकते है.

Best Teachers Day Songs in Hindi

1. मास्टर जी की आ गई चिट्ठी

अ आ इ ई, अ आ इ ई

मास्टर जी की आ गई चिट्ठी

चिट्ठी में से निकली बिल्ली

चिट्ठी में से निकली बिल्ली

बिल्ली खाय ज़र्दा पान

काला चश्मा पीले कान

आहा अ आ इ ई, अ आ इ ई

मास्टर जी की आ गई चिट्ठी

चिट्ठी में से निकली बिल्ली

चिट्ठी में से निकली बिल्ली

कान में झुम्का, नाक में बत्ती

हाथ में जैसे अगरबत्ती

नहीं मगरबत्ती, अगरबत्ती, मगरबत्ती, अगरमगरबत्ती

अगर हो बत्ती कछुआ छाप

आग पे बैठा पानी ताप

ताप चढ़े तो कम्बल तान

वी आई पी, वी आई पी अंडरवियर बनियान

अ आ इ ई, अ आ इ ई

मास्टर जी की आ गई चिट्ठी

चिट्ठी में से निकला मच्छर

चिट्ठी में से निकला मच्छर

मच्छर की दो लम्बी मूँछें

मूँछ पे बांधे दो दो पत्थर

पत्थर पे एक आम का झाड़

मूँछ पे लेकर चला पहाड़

पहाड़ पे बैठा बूढ़ा जोगी

जोगी की एक जोगन होगी

गठरी में लागा चोर

मुसाफ़िर देख चाँद की ओर

पहाड़ पे बैठा बूढ़ा जोगी

जोगी की एक जोगन होगी

जोगन कूटे कच्चा धान

वी आई पी, वी आई पी अंडरवियर बनियान

अ आ इ ई, अ आ इ ई

मास्टरजी की आ गई चिट्ठी

चिट्ठी में से निकला चीता

चिट्ठी में से निकला चीता

थोड़ा काला थोड़ा पीला

चीता निकला है शर्मीला

थोड़ा-थोड़ा काला थोड़ा-थोड़ा पीला

चीता निकला है शर्मीला

अरे वा वा चाल देखो

घुंघट डाल के चलता है

मांग में सिंदूर भरता है

माथे रोज़ लगाये बिंदी

इंग्लिशबोले मतलब हिंदी

इफ अगर इज़ है बट पर व्हाट मतलब क्या

माथे रोज़ लगाये बिंदी

इंग्लिश बोले मतलब हिंदी

हिंदी में अलजेब्रा चान

वी आई पी अंडरवियर बनियान

सावधान !!!!!!!!!!!!!!!!!

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Best Teachers Day Songs in Hindi

2. तू धूप हैं झम से बिखर

खोलो खोलो दरवाज़े

पर्दे करो किनारे

खुटे से बँधी है हवा

मिल के छुड़ाओ सारे

आ जाओ पतंग लेके

अपने ही रंग लेके

आसमान का शामियाना

आज हमें है सजना

क्यूँ इस कदर हैरान तू

मौसम का है मेहमान तू

दुनिया सजी तेरे लिए

खुद को ज़रा पहचान तू

तू धूप हैं झम से बिखर

तू है नदी ओ बेख़बर

बह चल कहीं उड़ चल कहीं

दिल खुश जहाँ तेरी तो मंज़िल है वहीं

क्यूँ इस कदर हैरान तू

मौसम का है मेहमान तू

बासी ज़िंदगी उदासी

ताज़ी हसने को राज़ी

गरमा गरम सारी

अभी अभी है उतारी

ओह ज़िंदगी तो हैं बताशा

मीठी मीठी सी है आशा

चख ले रख ले

हथेली से ढक ले इसे

तुझ में अगर प्यास है

बारिश का घर भी पास है

रोके तुझे कोई क्यों भला

संग संग तेरे आकाश है

तू धूप हैं झम से बिखर

तू है नदी ओ बेख़बर

बह चल कहीं उड़ चल कहीं

दिल खुश जहाँ तेरी तो मंज़िल है वहीं

क्यूँ इस कदर हैरान तू

मौसम का है मेहमान तू

खोलो खोलो दरवाज़े

पर्दे करो किनारे

खुटे से बँधी है हवा

मिल के छुड़ाओ सारे

आ जाओ पतंग लेके

अपने ही रंग लेके

आसमान का शामियाना

आज हमें है सजना

खुल गया आसमान का रास्ता देखो खुल गया

मिल गया खो गया था जो सितारा मिल गया

रोशन हुई सारी ज़मीन

जगमग हुआ सारा जहाँ

ओह उड़ने को तू आज़ाद है

बंधन कोई अब है कहाँ

तू धूप हैं झाम से बिखर

तू है नदी ओ बेख़बर

बह चल कहीं उड़ चल कहीं

दिल खुश जहाँ तेरी तो मंज़िल है वहीं

New Songs for Teachers Day in Hindi

3. ओ राही, ओ राही

रुक जाना नहीं तू कहीं हार के

काँटों पे चल के मिलेंगे साये बहार के

ओ राही, ओ राही

नैन आँसू जो लिये हैं

ये राहों के दीये हैं

लोगों को उनका सब कुछ दे के

तू तो चला था सपने ही ले के

कोई नहीं तो तेरे अपने हैं सपने ये प्यार के

सूरज देख रुक गया है

तेरे आगे झुक गया है

जब कभी ऐसे कोई मस्ताना

निकले है अपनी धुन में दीवाना

शाम सुहानी बन जाते हैं दिन इंतज़ार के

ओ राही, ओ राही…

साथी न कारवां है

ये तेरा इम्तिहान है

यूँ ही चला चल दिल के सहारे

करती है मंज़िल तुझको इशारे

देख कहीं कोई रोक नहीं ले तुझको पुकार के

ओ राही, ओ राही…

ओ राही, ओ राही…

Song for Teachers Day in Hindi Lyrics

4. ऐ जिंदगी तेरी मेरी दोस्ती तो पुरानी है

ऐ ज़िंदगी तेरी मेरी दोस्ती तो पुरानी है

धुप छावो से जैसी तेरी कहानी है.

आशाओं से उम्मीदों से आँखें तेरी 

कभी खाली खाली सी है कभी भरी भरी.

कभी अजनबी बन जाती है

कभी रूठ के मन जाती है तू ज़िंदगी 

ऐ जिंदगी तेरी मेरी दोस्ती तो पुरानी है

धुप छावो से जैसी तेरी कहानी है….

कुछ ख्वाबो की है तस्वीरे 

कुछ अनदेखी सी जंजीरे 

कुछ आधी अधूरी सी बाते 

कुछ हस्ती गाती सी यादे 

कुछ खामोशी की  फरियादे 

कुछ मीठे दिन फीकी राते 

सारे बीते सारे आने वाले कल.

चले संग थामे थामे तेरा आँचल जिन्दगी

ऐ जिन्दगी तेरी मेरी दोस्ती तो पुरानी है

धुप छावो से जैसी तेरी कहानी है.

आशाओ से उम्मीदों से आँखें तेरी 

कभी खाली खाली सी है कभी भरी भरी.

कभी अजनबी बन जाती है…

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5. इन्साफ़ की डगर पे

इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हीं हो कल के

दुनिया के रंज सहना और कुछ ना मुँह से कहना

सच्चाईयों के बल पे, आगे को बढ़ते रहना

रख दोगे एक दिन तुम, संसार को बदल के

इन्साफ़ की डगर पे…

अपने हों या पराए, सब के लिए हो न्याय

देखो कदम तुम्हारा, हरगिज़ ना डगमगाए

रस्ते बड़े कठिन हैं, चलना संभल-संभल के

इन्साफ की डगर पे…

इन्सानियत के सर पे, इज़्ज़त का ताज रखना

तन मन की भेंट देकर, भारत की लाज रखना

जीवन नया मिलेगा, अंतिम चिता में जल के

इन्साफ की डगर पे…

6. ऐ ख़ुदा मुझको बता

ऐ ख़ुदा मुझको बता

तू रहता कहाँ क्या तेरा पता

हम तो यहाँ पे मुसाफिर है

जो ढूंढे अपनी मंज़िल का पता

यारा तेरी याद आती है

जां मेरी जान जाती है

तन्हाइयों में रहता हूँ

खुद से ही अक्सर ये कहता हूँ

क्यूँ तुने दिल तोड़ा

क्यूँ तुने यूँ छोड़ा

क्यूँ तेरा अब भी रहे दिल को इंतज़ार

क्यूँ चली आती है

क्यूँ तड़पाती है

क्यूँ हूँ अब भी मैं यूँ बेक़रार

फासले हैं मगर

फिर भी तू दूर नहीं

माना की हम तो हैं

पर तू मजबूर नहीं

हर लम्हा मुझको ये तड़पाती

जां मेरी जान जाती है

तन्हाइयों में रहता हूँ

खुद से ही अक्सर ये कहता हूँ

क्यूँ तुने दिल तोड़ा

क्यूँ तुने यूँ छोड़ा

क्यूँ तेरा अब भी रहे दिल को इंतज़ार

क्यूँ चली आती है

क्यूँ तड़पाती है

क्यूँ हूँ अब भी मैं यूँ बेक़रार

Songs to Sing on Teachers day in Hindi

7. अपनी तो पाठशाला मस्ती की पाठशाला

लूस कंट्रोल

लूस कंट्रोल

वन मोर टाइम

लूस लूस लूस कंट्रोल

लूस कंट्रोल

ई’म अ रिबेल…

चेहरे की किताबें हैं हम वो पढ़ने आते है

यह सूरत तेरी मेरी मोबाइल लाइब्ररी

यारों की ईक्वेशन हैं लव मल्टिप्लिकेशन हैं

जिसने दिल को जीता हैं

वो आल्फा हैं बीटा हैं

टल्ली होके गिरने से समझी हमने ग्रॅविटी

इश्क़ का प्रॅक्टिकल किया तब आई क्लॅरिटी

लूस कंट्रोल

लूस लूस लूस कंट्रोल

लूस कंट्रोल

ई’म अ रिबेल…

ना कोई पढ़ने वाला ना कोई सीखने वाला..

अपनी तो पाठशाला मस्ती की पाठशाला..

लूस कंट्रोल

8. ईचक दाना बीचक दाना

ईचक दाना बीचक दाना

दाने ऊपर दाना

ईचक दाना

छज्जे ऊपर लड़की नाचे

लड़का है दीवाना

ईचक दाना

बोलो क्या?

अनार

ईचक…

छोटी सी छोकरी, लालबाई नाम है

पहने वो घाघरा, एक पैसा दाम है

मुँह में सबके आग लगाये आता है रुलाना

ईचक दाना

बोलो क्या?

मिर्ची !!

हरी थी मन भरी थी, लाख मोती जड़ी थी

राजा जी के बाग़ में दुशाला ओढ़े खड़ी थी

कच्चे-पक्के बाल हैं उसके मुखड़ा है सुहाना

ईचक दाना…

बोलो क्या? बोलो बोलो

बुड्ढी !!

भुट्टा !!

एक जानवर ऐसा जिसके दुम पर पैसा

सर पे है ताज भी बादशाह के जैसा

बादल देखे छम-छम नाचे अलबेला मस्ताना

ईचक दाना

बोलो क्या? बोलो ना

मोर !!

चालें वो चलकर दिल में समाया

आ ही गया वो, किया है सफ़ाया

तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर में न आना

ईचक दाना…

बोलो क्या?

ग़म?

हम!

Funny Songs on Teachers Day in Hindi

9. तुम आशा विश्वास हमारे

काम ना जाने, धाम ना जाने 

जाने ना सेवा पूजा 

जाने बस इतना अजान हम 

एक बिना नही दूजा

तुम आशा विश्वास हमारे 

तुम धरती आकाश हमारे

रामा …

दाता माता तुम बंधु भ्राता हो 

दिवस रात्रि संध्या प्रभात हो 

दीपक सूर्य चन्द्र तारक में 

तुम ही ज्योति प्रकाश हमारे 

रामा …

साँसों में तुम आते जाते 

एक तुम्हीं से है सब नाते 

जीवन वन के हर पतझड़ में 

एक तुम्हीं मधुमास हमारे 

रामा …

तुम ही सब में है तुम में सब 

तुम ही भव हो हो तुम ही रब 

अश्रु हमारी आँखों में तुम 

तुम हो तो परिहास हमारे 

रामा

10. गुरु बिन ज्ञान नहीं रे

गुरु बिन ज्ञान नहीं रे.. 

अंधकार बस तब तक ही है, जब तक है दिनमान नहीं रे.. 

मिले न गुरु का अगर सहारा, मिटे नहीं मन का अंधियारा 

लक्ष्य नहीं दिखलाई पड़ता, पग आगे रखते मन डरता

हो पाता है पूरा कोई, भी अभियान नहीं, नहीं रे.. 

जब तक रहती गुरु से दूरी, होती मन की प्यास न पूरी 

गुरु मन की पीड़ा हर लेते, दिव्य सरस जीवन कर देते 

गुरु बिन जीवन होता ऐसा, जैसे प्राण नहीं, नहीं रे.. 

भटकावों की राहें छोड़ें, गुरु चरणों से मन को जोड़ें

गुरु के निर्देशों को मानें, इनको सच्ची सम्पत्ति जानें

धन, बल, साधन, बुद्धि, ज्ञान का, कर अभिमान नहीं नहीं रे..

गुरु से जब अनुदान मिलेंगे, अति पावन परिणाम मिलेंगे 

टूटेंगे भवबन्धन सारे, खुल जायेंगे, प्रभु के द्वारे

क्या से क्या तुम बन जाओगे, तुमको ध्यान नहीं, नहीं रे..

गुरु ही ज्ञान ध्यान जप पूजा, गुरु विद्या विश्वास 

जो गुरु के गुण गौरव जाने, गोविन्द उनके पास..

धन्यवाद…

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Ravi Raghuwanshi

रविंद्र सिंह रघुंवशी मध्य प्रदेश शासन के जिला स्तरिय अधिमान्य पत्रकार हैं. रविंद्र सिंह राष्ट्रीय अखबार नई दुनिया और पत्रिका में ब्यूरो के पद पर रह चुकें हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय अखबार प्रजातंत्र के नागदा ब्यूरो चीफ है.

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