इंसान के भविष्य को प्रभावित करने वाले नौ ग्रह होते हैं. इस बात से हम सभी भली भांति परिचित है, लेकिन क्या आपको पता है कि ज्योतिष शास्त्र में इन ग्रहों से मिलने वाले लाभ को बढ़ाने के लिए इन सभी ग्रहों से संबंधित अलग-अलग धातुएं बताई गई हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव कर सकते हैं. इतना ही नहीं, यदि आपकी कुंडली में किसी प्रकार का कोई दोष या कोई ग्रह अशुभ है तो राशि के अनुसार धातुओं को धारण कर इस प्रकार की समस्या से भी निजात मिल जाती है. मतलब आप ग्रह दोष दूर करने के लिए एक सरल उपाय राशि के स्वामी ग्रह अथवा मित्र ग्रहों से संबंधित धातुओ को अपनाना है. ऐसे में धातु की अंगूठी या चेन बनवाकर उसे गले या ऊँगली में पहना जा सकता है, कुछ लोग ब्रेसलेट बनवा कर भी धातुओ को धारण करते हैं. चलिए लेख के जरिए जानते हैं राशि के अनुसार कौन सी धातु है धारण करनी चाहिए.
सोना – सोना यानी स्वर्ण का कारक ग्रह गुरु को माना जाता है. ऐसे में मेष, कर्क, सिंह, धनु और मीन राशि के जातकों को इस धातु को धारण करना चाहिए. यह धारण करने से सुख समृद्धि आती है.
तांबा – तांबा धातु का कारक ग्रह सूर्य है. ऐसे में मेष, सिंह या वृश्चिक के जातको को जीवन में लाभ प्राप्ति के लिए इस धातु को धारण करना चाहिए है.
लोहा – लोहे के कारक ग्रह शनि देव हैं, जिन्हें हिन्दू धर्म में ग्रहों का न्यायाधीश माना जाता है. मकर और कुंभ राशि के लोगों को लोहा धातु धारण करना चाहिए, यही उनके लिए श्रेष्ठ और फलदाई होता है.
चांदी– चांदी धातु का स्वामी चंद्र है. वृषभ, कर्क, तुला, वृश्चिक और मीन राशि के जातको को चांदी को धारण करना चाहिए.
पीतल– गुरु ग्रह से सम्बंधित धातु पीतल है। ऐसे में मेष, कर्क, सिंह, धनु और मीन राशि के जातकों को पीतल धारण पहनना चाहिए, यही उनके लिए लाभकारी है.
कांसा– मिश्रित धातु होने के बावजूद बुध ग्रह से कांसा धातु का सम्बन्ध माना जाता है, जिसके चलते मिथुन और कन्या राशि के जातको को इस धातु को अपनाना चाहिए.
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