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गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) 2023 – गणतंत्र दिवस पर निबंध (26 january speech in hindi)

गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) 2023 – गणतंत्र दिवस पर निबंध (26 january speech in hindi) 2023

गणतंत्र दिवस पर भाषण – भारतवर्ष में मुख्य रूप से तीन राष्ट्रीय पर्व मनाए जाते हैं। 26 जनवरी अर्थात गणतंत्र दिवस, 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) और 2 अक्टूबर (गाँधी जयंती) भारत गणतंत्र के यह तीनों राष्ट्रीय पर्व हैं। उक्त तीनों ऐसे पर्व हैं जो किसी जाति या समुदाय विशेष के न होकर, प्रत्येक भारतवासी के लिए महत्व रखता हैं। उक्त तीनों राष्ट्रीय पर्व को प्रत्येक भारतवासी हर्ष और उल्लास के साथ प्रतिवर्ष मनाता है। यह पोस्ट विशेषकर गणतंत्र दिवस पर भाषण (speech on republic day in hindi) देने और इसे तैयार करने से संबंध में लिखा गया है। इस पोस्ट की मदद से आपको न सिर्फ गणतंत्र दिवस पर भाषण (republic day speech in hindi) / गणतंत्र दिवस पर निबंध (Republic day essay in hindi) लिखने में भरपूर मदद मिलेगी, बल्कि भाषण / निबंध को लिखने की शैली के बारे में भी विस्तारपूर्वक सभी प्रकार की जानकारी मिलेगी। ऐसे में यह जरूरी है कि गणतंत्र दिवस पर भाषण विशेष वाले इस लेख को आप शुरू से लेकर अंत तक पूरा पढ़ें।

Latest- निबंध लेखन की परिभाषा, उदाहरण (Nibandh Lekhan in Hindi)

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गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi)

जैसा कि हमारे द्वारा लेख के शुरुआत में ही बता दिया गया कि, गणतंत्र दिवस भारत के बेहद ही महत्वपूर्ण दिवसों में से एक है, ऐसे में गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखने या गणतंत्र दिवस पर भाषण (republic day speech) देने का चलन बेहद ही साधारण हो चुका है। इस दिन सभी प्रकार के शैक्षणिक संस्थानों में गणतंत्र दिवस पर भाषण (republic day speech) देने या फिर गणतंत्र दिवस पर निबंध (gantantra diwas par nibandh) लिखने की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। कई शैक्षणिक संस्थानों पर कुछ विशिष्ट व सम्मानित लोगों को आमंत्रित कर उनसे सभा को संबोधित करते हुए गणतंत्र दिवस पर 10 लाइन (10 lines on republic day) में संबोधन करने को कहा जाता है। चूंकि यह दिवस प्रत्येक भारतीय के जीवन में एक विशेष महत्व रखता है। ऐसे में विशेषकर विद्यालयों में छात्रों को इस दिवस को लेकर जागरूक करने के विचार से गणतंत्र दिवस पर निबंध (republic day speech in hindi) लिखने का गृह कार्य भी दिया जाता है। कई बार तो प्राथमिक स्कूली परीक्षा में भी अच्छे अंक के लिए गणतंत्र दिवस पर भाषण (republic day speech in hindi) या गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखने से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। वहीं कई बार विशेष कार्यक्रमों में छात्रों को गणतंत्र दिवस पर भाषण (26 january speech in hindi) देने के लिए भी कहा जाता है।

कई छात्रों की हिंदी विषय पर पकड़ कमजोर होती है, ऐसे में गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखना या किसी सभा में 26 जनवरी पर भाषण (26 january speech in hindi) देना उनके लिए आसान काम नहीं होता। उपर्युक्त सभी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए ही इस लेख में उपलब्ध गणतंत्र दिवस पर भाषण (26 january speech in hindi) को तैयार किया गया है। हम उम्मीद करते हैं कि इसके बाद आपको गणतंत्र दिवस पर निबंध लिखने या गणतंत्र दिवस पर भाषण (republic day speech in hindi) देने में किसी प्रकार की किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाषण (रिपब्लिक डे स्पीच) (republic day speech) देने के लिए हिंदी भाषण की उपयुक्त सामग्री (Republic Day Speech Ideas) की यदि आपको भी तलाश है, तो समझ लीजिए कि गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) की आपकी तलाश यहां खत्म होती है। हालांकि इस लेख में दी गई जानकारी की मदद से गणतंत्र दिवस पर निबंध (Gantantra Diwas par nibandh) लिखने या 26 जनवरी पर भाषण (26 january speech in hindi) देने में तो आपको निश्चित तौर पर मदद मिलेगी, लेकिन साथ ही आपको सलाह दी जाती है कि निम्नलिखित गणतंत्र दिवस पर निबंध (Republic Day essay in hindi) / गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) को कॉपी करने से बचें और इस निबंध/भाषण से सीखते हुए स्वयं ही गणतंत्र दिवस पर निबंध (Republic Day essay in hindi) / गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) को तैयार करें। गणतंत्र दिवस पर लेख भाषण (Gantantra Diwas par lekh bhashan) तैयार करने में इस लेख में दी गई जानकारी की मदद लें और अच्छा प्रदर्शन करें।

26 जनवरी, 1950 को देश का संविधान लागू कर हिंदुस्तान को गणतांत्रिक व्यवस्था वाला देश बनाने की राह तैयार की गई। इस दिन की याद में ही प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। भारत आजाद तो 15 अगस्त, 1947 को हुआ, लेकिन 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू कर गणतांत्रिक व्यवस्था को स्वीकार किया गया।

देश में लोकतांत्रिक प्रणाली की राह तैयार करने वाला संविधान 26 जनवरी को लागू किए जाने की यह तारीख भारतीय इतिहास में विशेष महत्व रखती है। सभी सरकारी संस्थानों में यह पर्व मनाया जाता है। मुख्य आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के रूप में आयोजित किया जाता है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में देश की उपलब्धियों की झलक देखने को मिलती है। देश भर के विद्यालयों में इस अवसर पर विशेष आयोजन होते हैं, प्रभात फेरियां निकाली जाती हैं, तिरंगा फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech), देशभक्ति के गीत, नृत्य, नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाते हैं और मिठाइयां वितरित की जाती हैं।

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गणतंत्र दिवस पर भाषण (easy republic day speech) आसानी और जल्दी से कैसे तैयार किया जा सकता है, इस पोस्ट में उसके बारे में भी विस्तार पूर्वक संपूर्ण जानकारी दी गई है। यदि गणतंत्र दिवस पर भाषण (Gantantra Diwas par Bhashan) देने जा रहे हैं, तो आपको के लिए हमारी ओर से सलाह दी जाती है कि सबसे पहले मंच पर पहुंचकर स्वयं को शांत रखें, घबराएं नहीं, यदि जरूरत हो तो गहरी-गहरी दो-तीन बार लंबी लंबी सांस लेकर स्वयं को संयत करें और फिर गणतंत्र दिवस भाषण (Gantantra Diwas par Bhashan) शुरू करें। सर्वप्रथम सभा में उपस्थित लोगों का अभिवादन करें। विद्यालयों के गणतंत्र दिवस सभाओं के लिए मोटे तौर पर कुछ इस तरह का संबोधन रखा जा सकता है –

“आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सज्जन वृंद, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

जैसा कि पूर्वविदित है हम सभी यहां इस पावन तिरंगे झंडे के नीचे भारतीय गणतंत्र दिवस का महोत्सव मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। यह केवल एक पर्व नहीं, बल्कि हर भारतवासी के लिए गर्व और सम्मान की बात है।“

संबोधन वाला भाग खत्म होने के बाद गणतंत्र दिवस पर भाषण (26 january speech in hindi) में इस दिवस का मोटे तौर पर परिचय दें (What is Republic Day), गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है (Why do we celebrate Republic Day)। भारतीय संविधान की कुछ मुख्य बातों पर प्रकाश डालें। इसके बाद भारतीय गणतंत्र की स्थिति, इससे जुड़ी मुख्य समस्याओं पर प्रकाश डालें और इनके संभावित समाधान की बात करते हुए अपनी वाणी (republic day speech for students) को विराम दें। गणतंत्र दिवस पर हिंदी में भाषण (26 january speech in hindi) के लिए जरूरी जानकारी आगे दी जा रही है, इसका अपनी सुविधा और जरूरत के अनुसार लाभ उठाएं।

गणतंत्र दिवस पर भाषण / गणतंत्र दिवस पर निबंध – भारतीय संविधान का निर्माण (speech on republic day in hindi / Republic day essay in hindi – history of republic day)

Table of Contents

गणतंत्र दिवस का इतिहास (History of Republic Day) – भारतीय संविधान के निर्माण के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता में संविधान प्रारूप समिति गठित की गई। 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन की कड़ी मेहनत के बाद प्रारूप समिति द्वारा 26 नवंबर, 1949 को संविधान बनाकर तैयार किया गया, इस दिन (26 नवंबर, 1949) को भारतीय इतिहास में संविधान दिवस, राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जाता है और इसे संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद को सौंप दिया गया। यह दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है जिसमें 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं। 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को स्वीकार किया गया पर इसे 26 जनवरी, 1950 से लागू करने का निर्णय लिया गया। इसका कारण यह है कि भारत को आजादी मिलने से पहले 26 जनवरी, 1930 को भारत को पूर्ण स्वराज घोषित कर दिया गया और इस दिन को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद 15 अगस्त, 1947 से पहले तक हर वर्ष 26 जनवरी को भारत में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा। देश को आजादी मिलने के बाद 26 जनवरी की स्मृति को बनाए रखने के लिए इसी दिन भारतीय संविधान को लागू करने का फैसला किया गया।

अन्य उपयोगी लिंक –

गणतंत्र दिवस पर भाषण / गणतंत्र दिवस पर निबंध – संविधान की मुख्य बातें (Republic day Speech / Republic day essay in hindi – Main features)

यह लिखित और निर्मित होने के साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। खास बात ये है कि इसमें विश्व के विभिन्न देशों के संविधानों की अच्छी बातों को जगह दी गई है। संसदीय प्रणाली ब्रिटेन से ली गई है, तो मौलिक अधिकार अमेरिका के संविधान से और मौलिक कर्तव्य पूर्व सोवियत संघ से, राज्य के नीति निर्देशक तत्व आयरलैंड से, तो सशोधन प्रक्रिया दक्षिण अफ्रीका के संविधान से। वयस्क मताधिकार की व्यवस्था भारतीय संविधान में की गई है। संविधान देश में एकीकृत और स्वतंत्र न्यायप्रणाली की व्यवस्था करता है। ऐसी बहुत सी खूबियां हैं जिनको नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भारतीय संविधान में जगह दी गई है। हमारा संविधान अपने आप में संपूर्ण है।

इन्हें भी देखें –

गणतंत्र दिवस पर भाषण / गणतंत्र दिवस पर निबंध – देश के सामने मौजूद चुनौतियां (Republic day Speech/ Republic day essay in hindi – Challenges before nation)

इसके बावजूद भारतीय गणतंत्र के समक्ष बहुत सी चुनौतियां हैं, जो इतना समय बीत जाने के बाद भी जस की तस हमारे सामने खड़ी है।

  1. भ्रष्टाचार– देश में आजादी के बाद से ही भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है, स्थिति बेहद निराशाजनक होती जा रही है। जनता मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। अधिकांश नेता, मंत्री, सरकारी अफसर, कर्मचारी जिनके पास जिम्मेदारियां हैं वे उनका ईमानदारी से निर्वाह नहीं कर रहे हैं। हर कोई गलत तरीके से पैसे कमाने को लालायित है। जनता की सेवा से जुड़े राजनीति के क्षेत्र में अपराधियों और भ्रष्ट लोगों का जमावड़ा है। अपराधियों और भ्रष्ट नेताओं से न देश और समाज का कभी भला हुआ है और न ही होगा।

  2. सांप्रदायिकता– भारतीय संविधान में देश को धर्मनिरपेक्ष रखा गया ताकि देश के सब नागरिक समान हों, किसी के साथ भेदभाव न हो, लेकिन राजनैतिक दलों ने इसके ताने-बाने को उधेड़कर रख दिया है। राजनैतिक दल सत्ता के लालच में समाज को धर्म और जातियों में बांटने की नीति चलाते हैं। जिसके चलते विभिन्न धर्मों और जातियों के बीच मनमुटाब बढ़ रहा है जो देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है।

  3. खराब स्वास्थ्य सेवा– तेजी अपने पैर पसारती कोरोना महामारी के कारण लाखों लोग असमय काल के गाल में समा गए। रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे विषयों की सरकारों द्वारा अनदेखी का नतीजा यह है कि मरीजों के लिए अस्पताल में बेड तक नहीं हैं। ऑक्सीजन की कमी के चलते लोग दम तोड़ रहे हैं। लोगों को समुचित इलाज तक नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य ढांचा चरमरा गया है। लोकतंत्र की आत्मा, जनता रामभरोसे है।

  4. बेरोजगारी, गरीबी, अशिक्षा, आतंकवाद, नक्सलवाद, राजनीति का अपराधीकरण, निर्माण क्षेत्र की अनदेखी, किसानों को फसलों का उचित मूल्य न मिलना आदि जैसी बहुत सी समस्याएं हैं जो हमारे आस-पास नजर आ जाएंगी। समस्याओं का समाधान करने की दिशा में शासन-प्रशासन तंत्र नाकाम रहा है।

हम हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर भाषण सुनने को मिलते हैं, उनमें देश की समस्याओं का जिक्र होता है और गौर करेंगे तो पता चलेगा कि ये समस्याएं आज की नहीं हैं, ये तो कई दशकों से देश में मौजूद हैं और स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर दिए जाने वाले भाषणों, निबंधों में इनका जिक्र होता रहा है पर समाधान अब तक नहीं हो सका है। नेता, मंत्री, अफसरों के द्वारा गणतंत्र दिवस पर भाषण दिए जाते हैं पर जब देश, समाज और जनता के कल्याण के लिए काम करने की बात आती है, तो सब नाकाम नजर आते हैं। आलम यह है कि एक कई वर्षों तक सत्ता में रहने के बाद जब सरकारें बदलती हैं, तो पता लगता है कि देश, प्रदेश, समाज, पंचायत का विकास तो नहीं हुआ पर उनके प्रतिनिधियों की संपत्ति में जरूर कई गुना वृद्धि हो चुकी होती है।

अन्य उपयोगी लिंक्स –

देश की समस्याओं को दूर करने के लिए वर्तमान व्यवस्था में व्यापक बदलाव की जरूरत होगी। भ्रष्टाचार लगभग हर समस्या की एकमात्र जड़ है। इसको अगर खत्म कर दिया जाए तो धीरे-धीरे बाकी सब समस्याएं कम होने लगेंगी। देश की राजनैतिक व्यवस्था में भी सुधार की भारी जरूरत है। इसके लिए राजनैतिक दलों को अपनी कार्यशैली बदलनी होगी और कर्मठ और ईमानदार लोगों को राजनीति में आगे बढ़ाना होगा। लोकतंत्र के सभी स्तंभों – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को अपनी भूमिका का अच्छे से निर्वहन करना होगा। इसके अलावा चौथा स्तंभ माने जाने वाले प्रेस को भी अपनी भूमिका ईमानदारी से निभानी होगी। हर आदमी लोकतंत्र का हिस्सा है और सबको अपनी भूमिका का निर्वहन अच्छे से करना होगा तभी भारतीय लोकतंत्र सच्चे अर्थों में सफल हो पाएगा वरना स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर दिए जाने वाले भाषणों में इससे जुड़े मुद्दे उठेंगे और उसके बाद फिर वर्ष भर लोकतंत्र में जनता पिसती रहेगी और रखवाले सोते रहेंगे। ऐसी स्थिति ना आ पाए इसलिए आइए हम सब आज यह प्रण लें कि संविधान के अनुरूप आचरण करेंगे और देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाएंगे।

इसके बाद “जय हिंद, जय भारत” के नारे के साथ गणतंत्र दिवस भाषण को समाप्त करें।

गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रतियोगी परीक्षाओं में संविधान से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently asked questions related to constitution)

1. संविधान सभा के अस्थायी अध्यक्ष कौन थे?- डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा

2. संविधान सभा के स्थायी अध्यक्ष कौन थे?- डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

3. मूल भारतीय संविधान में कितने अनुच्छेद और अनुसूचियाँ थीं?- 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूची

4. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार किस अनुच्छेद में है?- अनुच्छेद 19

5. मौलिक अधिकारों की बात किस हिस्से में की गई है?- भाग 3 (अनुच्छेद 12-35 तक)

6. राज्य सभा का सभापति कौन होता है?-उपराष्ट्रपति

7. भारतीय संविधान को कब अपनाया गया?- 26 नवंबर, 1949

8. भारतीय संविधान कितने समय में बनकर तैयार हुआ?- 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन में

9. किस संशोधन के बाद संपत्ति का अधिकार कानूनी अधिकार बन गया?- 44वें

10. किस अनुच्छेद में राष्ट्रपति पर महाभियोग लगाने की प्रक्रिया की जानकारी दी गई है?- अनुच्छेद 61

Frequently Asked Question (FAQs) – गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech in Hindi) – गणतंत्र दिवस पर निबंध (26 january speech in hindi)

प्रश्न: संविधान सभा के अध्यक्ष कौन थे?

उत्तर: 

संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे।

प्रश्न: प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे?

उत्तर: 

भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने वाली प्रारूप समिति के अध्यक्षता डॉ. भीमराव अंबेडकर ने की।

प्रश्न: गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रतियोगी परीक्षाओं में संविधान से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न कौन से हैं?

उत्तर: 

संविधान की विशेषताओं से जुडे़ प्रश्न पूछे जाते हैं। ऐसे ही कुछ प्रश्न और उनके उत्तर ऊपर लेख में देखे जा सकते हैं।

प्रश्न: भारतीय संविधान की मुख्य बातें क्या हैं?

उत्तर: 

यह लिखित और निर्मित होने के साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है। इसमें विश्व के विभिन्न देशों के संविधानों की अच्छी बातों को जगह दी गई है। संसदीय प्रणाली ब्रिटेन से ली गई है तो मौलिक अधिकार अमेरिका के संविधान से और मौलिक कर्तव्य पूर्व सोवियत संघ से, राज्य के नीति निर्देशक तत्व आयरलैंड से तो सशोधन प्रक्रिया दक्षिण अफ्रीका के संविधान से। वयस्क मताधिकार की व्यवस्था भारतीय संविधान में की गई है। संविधान देश में एकीकृत और स्वतंत्र न्यायप्रणाली की व्यवस्था करता है। ऐसी बहुत सी खूबियां हैं जिनको नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए भारतीय संविधान में जगह दी गई है। यह अपने आप में संपूर्ण है।

प्रश्न: गणतंत्र दिवस पर भाषण कैसे तैयार करें?

उत्तर: 

ऊपर लेख में दी गई जानकारी की मदद से गणतंत्र दिवस पर आसानी से भाषण तैयार किया जा सकता है।

प्रश्न: गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है?

उत्तर: 

सभी सरकारी संस्थानों में यह पर्व मनाया जाता है। मुख्य आयोजन देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के रूप में होता है जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में देश की उपलब्धियों की झलक दिखाई जाती है। विद्यालयों में इस अवसर पर विशेष आयोजन होते हैं, प्रभातफेरियां निकाली जाती हैं, तिरंगा फहराया जाता है, राष्ट्रगान गाया जाता है, गणतंत्र दिवस पर भाषण (Republic Day speech), देशभक्ति के गीत, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाते हैं और मिठाइयां वितरित की जाती हैं।

प्रश्न: गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?

उत्तर: 

26 जनवरी, 1950 को हमारे देश का संविधान लागू हुआ था, हमारा देश भारत गणतंत्र बना था। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के कारण यह दिन हमारे देश के राष्ट्रीय पर्व के तौर पर मनाया जाता है।

प्रश्न: गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है?

उत्तर: 

प्रति वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।

गणतंत्र दिवस पर भाषण कैसे शुरू करते हैं?

स्टेज पर पहुंचकर स्वयं काे शांत रखें। उपस्थितों की आंखों में आंखे डालकर कभी भी भाषण नहीं पढ़े। हो सके तो लंबी-लंबी सांसे ले ताकि आपका भय खत्म हो सके।

गणतंत्र दिवस पर भाषण कैसे समाप्त करते हैं?

भारतीय गणतंत्र की स्थिति, इससे जुड़ी मुख्य समस्याओं पर प्रकाश डालें और इनके संभावित समाधान की बात करते हुए अपनी वाणी (republic day speech for students) को विराम दें।

भाषण देने से पहले क्या बोले?

“आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, सभाध्यक्ष महोदय, उपस्थित सज्जन वृंद, गुरुजन वृंद, मेरे सहपाठी भाइयों एवं बहनों! आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!

KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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