धर्म
ॐ त्र्यंबकम मंत्र | Om Tryambakam | Mahamantra
ॐ त्र्यंबकम मंत्र | Om Tryambakam | Mahamantra
ॐ के उच्चारण से मनुष्य की सभी इंद्रिया एकाग्र चित हो जाती है। शरीर में एक साहसिक एनर्जी की अनुभूति होती है। ॐ न केवल एक मंत्र बल्कि महामंत्र की श्रेणी में आती है। ॐ त्र्यंबकम मंत्र का सावन माह में प्रतिदिन 108 बार जाप करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं यदि इस मंत्र को किसी रोगी के समक्ष कह दिया जाए तो वह अतिशीघ्र स्वस्थ हो जाता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको ॐ त्र्यंबकम मंत्र | Om Tryambakam | Mahamantra का अर्थ और लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे। आशा करते हैं आप पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़ेंगे।
ॐ त्र्यंबकम मंत्र | Om Tryambakam | Mahamantra
Table of Contents
महामृत्युंजय मन्त्रः – ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
Maha Mrityunjaya Mantra – Om Tryambakam Yajamahe Sugandhim Pustivardhanam
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
Om Try-Ambakam Yajaamahe
Sugandhim Pusstti-Vardhanam
Urvaarukam-Iva Bandhanaan
Mrtyor-Mukssiiya Maa-[A]mrtaat ||
Meaning of Maha Mrityunjaya Mantra
1: Om, We Worship the Tryambaka (the Three-Eyed One),
2: Who is Fragrant (as the Spiritual Essence), Increasing the Nourishment (of our Spiritual Core);
3: From these many Bondages (of Samsara) similar to Cucumbers (tied to their Creepers),
4: May I be Liberted from Death (Attachment to Perishable Things), So that I am not separated from the perception of Immortality (Immortal Essence pervading everywhere).
ॐ त्र्यंबकम मंत्र के लाभ
- ॐ त्र्यंबकम मंत्र का जाप करने से मनुष्य जीवन में आ रहे तमाम प्रकार के कष्ट समाप्त होते हैं।
- ॐ त्र्यंबकम मंत्र का जाप करने से परिवार में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
- यह मंत्र का जाप करने से मनुष्य की मनोकामना और मनोरथ पूर्ण होते हैं।
- यह मंत्र भगवान शिवजी जी का बहुत ही प्रिय मंत्र है।
- जो भी जातक इस मंत्र का जाप करता है शिवजी जी उनसे बहुत प्रसन होते हैं।
- इस मंत्र का जाप करने से हर बीमारी से निजात मिलता हैं। साथ ही शिवरात्रि व्रत का लाभ प्राप्त होता है।
ॐ त्र्यंबकम मंत्र की विधि
- ॐ त्र्यंबकम मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए।
- इस मंत्र का जाप शिवलिंग के सामने बैठकर करना चाहिए।
- मंत्र जाप शुरू करने से पहले शिवजी पर बेलपत्र,धतूरा और फूल अपर्ण करें।
- शिवजी जी के सामने दीपक प्रज्वलित करें।
- सच्चे मन से मंत्र जाप करने से हर मनोकामना पूर्ण होती है।
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FAQ’S
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Q.1 ॐ त्र्यंबकम यजामहे का क्या अर्थ है?
ॐ त्र्यंबकम यजामहे का अर्थ है हम त्रिनेक जी की पूजा करते है।
Q.2 सावन में ॐ त्र्यंबकम मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
सावन में ॐ त्र्यंबकम मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए।