भारत ने दुनिया को शून्य दिया. विश्वविख्यात गणितज्ञ आर्यभट्ट भारतीय ही थे. संख्याओं की गणना यानी कि गिनने की क्रिया को गिनती कहा जाता है. हमारा मस्तिष्क हर पत न जाने कितनी संख्या से रुबरू होता है, फिर चाहे वह मोबाइल नंबर हो या रुपयों को गिनने का क्रम. मनुष्य के दैनिक जीवन में गिनती का काफी उपयोग करते हैं जहाँ क्रम की कोई आवश्यकता नहीं होती पर गिनना और संख्या को ज्ञात करना जरूरी होता है. हिंदी की गिनती संस्कृत की गिनती से विकृति होकर उत्पन्न हुई है. मतलब कि, हिंदी की गिनती के सभी शब्द संस्कृत से जन्में हैं.
हिंदी गिनती को हिन्दू अरबी अंक प्रणाली (प्रथा) के नाम से जाना जाता है. यूरोपीय देशों को इसका जानकारी अरब देश के माध्यम से मिला था. इसलिए पहले इसे अरबी अंक प्रणाली कहा जाता था लेकिन अरबों को यह जानकारी भारत से अर्जित हुआ था.
अभी के समय में अंग्रेज़ी भाषा से शिक्षा का प्रचलन बहुत ही अधिक बढ़ गया हैं. अर्थात इसलिए हिंदी में गिनती लिखने बहुत लोगों को नहीं आता हैं. नीचे इस लेख में ० – १०० (0 से 100) और भी कई हिंदी की गिनती के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है.
| संख्या (हिंदी) | संख्या का शब्द (हिंदी) | संख्या (अंग्रेजी) |
| ० | शून्य | 0 |
| १ | एक | 1 |
| २ | दो | 2 |
| ३ | तीन | 3 |
| ४ | चार | 4 |
| ५ | पांच | 5 |
| ६ | छः | 6 |
| ७ | सात | 7 |
| ८ | आठ | 8 |
| ९ | नौ | 9 |
| १० | दस | 10 |
| ११ | ग्यारह | 11 |
| १२ | बारह | 12 |
| १३ | तेरह | 13 |
| १४ | चौदह | 14 |
| १५ | पन्द्रह | 15 |
| १६ | सोलह | 16 |
| १७ | सत्रह | 17 |
| १८ | अठारह | 18 |
| १९ | उन्नीस | 19 |
| २० | बीस | 20 |
| २१ | इक्कीस | 21 |
| २२ | बाईस | 22 |
| २३ | तेईस | 23 |
| २४ | चौबीस | 24 |
| २५ | पच्चीस | 25 |
| २६ | छब्बीस | 26 |
| २७ | सत्ताईस | 27 |
| २८ | अठाईस | 28 |
| २९ | उनतीस | 29 |
| ३० | तीस | 30 |
| ३१ | इकतीस | 31 |
| ३२ | बत्तीस | 32 |
| ३३ | तैंतीस | 33 |
| ३४ | चौंतीस | 34 |
| ३५ | पैंतीस | 35 |
| ३६ | छत्तीस | 36 |
| ३७ | सैंतीस | 37 |
| ३८ | अड़तीस | 38 |
| ३९ | उनतालीस | 39 |
| ४० | चालीस | 40 |
| ४१ | इकतालीस | 41 |
| ४२ | बयालीस | 42 |
| ४३ | तैंतालीस | 43 |
| ४४ | चौवालीस | 44 |
| ४५ | पैंतालीस | 45 |
| ४६ | छियालीस | 46 |
| ४७ | सैंतालीस | 47 |
| ४८ | अड़तालीस | 48 |
| ४९ | उनपचास | 49 |
| ५० | पचास | 50 |
| ५१ | इक्यावन | 51 |
| ५२ | बावन | 52 |
| ५३ | तिरपन | 53 |
| ५४ | चौवन | 54 |
| ५५ | पचपन | 55 |
| ५६ | छप्पन | 56 |
| ५७ | सत्तावन | 57 |
| ५८ | अट्ठावन | 58 |
| ५९ | उनसठ | 59 |
| ६० | साठ | 60 |
| ६१ | इकसठ | 61 |
| ६२ | बासठ | 62 |
| ६३ | तिरसठ | 63 |
| ६४ | चौंसठ | 64 |
| ६५ | पैंसठ | 65 |
| ६६ | छियासठ | 66 |
| ६७ | सरसठ | 67 |
| ६८ | अड़सठ | 68 |
| ६९ | उनहत्तर | 69 |
| ७० | सत्तर | 70 |
| ७१ | इकहत्तर | 71 |
| ७२ | बहत्तर | 72 |
| ७३ | तिहत्तर | 73 |
| ७४ | चौहत्तर | 74 |
| ७५ | पचहत्तर | 75 |
| ७६ | छिहत्तर | 76 |
| ७७ | सतहत्तर | 77 |
| ७८ | अठहत्तर | 78 |
| ७९ | उन्यासी | 79 |
| ८० | अस्सी | 80 |
| ८१ | इक्यासी | 81 |
| ८२ | बयासी | 82 |
| ८३ | तिरासी | 83 |
| ८४ | चौरासी | 84 |
| ८५ | पचासी | 85 |
| ८६ | छियासी | 86 |
| ८७ | सतासी | 87 |
| ८८ | अठासी | 88 |
| ८९ | नवासी | 89 |
| ९० | नब्बे | 90 |
| ९१ | इक्यानबे | 91 |
| ९२ | बानबे | 92 |
| ९३ | तिरानबे | 93 |
| ९४ | चौरानवे | 94 |
| ९५ | पंचानबे | 95 |
| ९६ | छियानबे | 96 |
| ९७ | सत्तानवे | 97 |
| ९८ | अठानबे | 98 |
| ९९ | नीनानबे | 99 |
| १०० | सौ | 100 |
२ दो 2
३ तीन 3
४ चार 4
५ पांच 5
६ छः 6
७ सात 7
८ आठ 8
९ नौ 9
१० दस 10
११ ग्यारह 11
१२ बारह 12
१३ तेरह 13
१४ चौदह 14
१५ पन्द्रह 15
१६ सोलह 16
१७ सत्रह 17
१८ अठारह 18
१९ उन्नीस 19
२० बीस 20
२१ इक्कीस 21
२२ बाईस 22
२३ तेईस 23
२४ चौबीस 24
२५ पच्चीस 25
२६ छब्बीस 26
२७ सत्ताईस 27
२८ अठाईस 28
२९ उनतीस 29
३० तीस 30
३१ इकतीस 31
३२ बत्तीस 32
३३ तैंतीस 33
३४ चौंतीस 34
३५ पैंतीस 35
३६ छत्तीस 36
३७ सैंतीस 37
३८ अड़तीस 38
३९ उनतालीस 39
४० चालीस 40
४१ इकतालीस 41
४२ बयालीस 42
४३ तैंतालीस 43
४४ चौवालीस 44
४५ पैंतालीस 45
४६ छियालीस 46
४७ सैंतालीस 47
४८ अड़तालीस 48
४९ उनचास 49
५० पचास 50
५१ इक्यावन 51
५२ बावन 52
५३ तिरपन 53
५४ चौवन 54
५५ पचपन 55
५६ छप्पन 56
५७ सत्तावन 57
५८ अट्ठावन 58
५९ उनसठ 59
६० साठ 60
६१ इकसठ 61
६२ बासठ 62
६३ तिरसठ 63
६४ चौंसठ 64
६५ पैंसठ 65
६६ छियासठ 66
६७ सरसठ 67
६८ अड़सठ 68
६९ उनहत्तर 69
७० सत्तर 70
७१ इकहत्तर 71
७२ बहत्तर 72
७३ तिहत्तर 73
७४ चौहत्तर 74
७५ पचहत्तर 75
७६ छिहत्तर 76
७७ सतहत्तर 77
७८ अठहत्तर 78
७९ उन्यासी 79
८० अस्सी 80
८१ इक्यासी 81
८२ बयासी 82
८३ तिरासी 83
८४ चौरासी 84
८५ पचासी 85
८६ छियासी 86
८७ सतासी 87
८८ अठासी 88
८९ नवासी 89
९० नब्बे 90
१००-सौ-100 से अनंत तक (गिनती हिन्दी में) :
१००-सौ-100 से आगे की गिनती के लिए कुछ महत्वपूर्ण शब्दों को स्मरण रखने की आवश्यकता है.
- १,००० – एक हजार
- १०,००० – दस हजार
- १,००,००० – एक लाख
- १०,००,००० – दस लाख
- १,००,००,००० – एक करोड़
- १०,००,००,००० – दस करोड़
- १,००,००,००,००० – एक अरब
- १०,००,००,००,००० – दस अरब
- १,००,००,००,००,००० – खरब
- १०,००,००,००,००,००० – दस खरब
- १,००,००,००,००,००,००० – नील
- १०,००,००,००,००,००,००० – दस नील
- १,००,००,००,००,००,००,००० – पद्म
- १०,००,००,००,००,००,००,००० – दस पद्म
- १,००,००,००,००,००,००,००,००० – शंख
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,०० – महाशंख
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,० – अंत्या
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,०० – महाअंत्या
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,० – मध्या
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,०० – महामध्या
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,० – पारध
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,०० – महापारध
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,० – घून
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,०० – महाघून
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,० – अशोहिनी
- १,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,००,०० – महाअशोहिनी
अपरिमित (अनंत) तक यह संख्या ऐसे ही बढ़ते जाते है.
कुछ हिंदी गिनती के उदाहरण जिनको शब्दों में निम्न निम्नलिखित प्रकार से लिखा जाता है :
- १३५ – एक सौ पैंतीस (135)
- ७८६ – सात सौ छियासी (786)
- १२३५६ – बारह हजार तीन सौ छप्पन (12356)
- १५२३ – एक हजार पाँच सौ तेईस (1523)
- ५२३६९८ – पाँच लाख तेईस हजार छः सौ अट्ठानवे (523698)
कुछ अन्य प्रकार के उदाहरण :
- १/२ (½) – हिंदी में इसे आधा कहा जाता है.
- १/३ (⅓) – हिंदी में इसे तिहाई कहा जाता है.
- १/४ (¼) – हिंदी में इसे एक चौथाई कहा जाता है.
- १+१/२ (1.5) – हिंदी में इसे डेढ़ कहा जाता है.
- २+१/२ (2.5) – हिंदी में इसे ढ़ाई कहा जाता है.
- सवा – हिंदी में एक चौथाई से अधिक को सवा कहा जाता है.
- पौने – हिंदी में एक चौथाई से कम को पौने कहा जाता है.
हमारे दैनिक जीवन में गिनती एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. गिनती गणित की नींव माना जाता है. गिनती हमारे दैनिक जीवन शैक्षिक के स्थान महत्वपूर्ण भूमिका रखता है.
इसे भी पढ़े :