2-deoxt-D-glucose [2dg full form drdo corona medicine in hindi] कोरोना वायरस दवाई DRDO की एंटी-कोविड दवा 2DG (full form) क्या है कैसे काम करती हैं, दवा की मात्रा, कीमत, उपलब्धता (Medicine Price, for COVID, Availability)
भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा हैं वही कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक खुश खबर भी सामने आ रही है. शनिवार, 16 मई 2021 को Drug Controller General of India की ओर से एक नए ड्रग का निर्माण करके तैयार किया गया. जिसका अप्रूवल मरीजों को इमरजेंसी के तौर पर देने के लिए कर दिया गया है. ड्रग को नाम दिया गया है Anti Covid Drug. इसे साइंस की भाषा में 2dg के नाम से भी पुकारा जा रहा है. इसके लॉन्च का Approval भारत सरकार द्वारा दिया जा चुका है. दवा को कैसे दिया जाएगा और किन पीड़ित मरीजों को दिया जाएगा और कितनी मात्रा में दिया जाएगा इन सब बातों की जानकारी आपको हमारे इस पोस्ट में मिल जाएगी. आइए विस्तार से समझे………
कोरोना दवा का नाम | 2DG |
लॉन्च | भारत सरकार द्वारा |
दवा को तैयार किसने किया | INMAS and CCMB |
लॉन्च तारीख | 1 मई 2021 |
फुल फॉर्म | Dru |
ड्रग बनाने की प्रक्रिया प्रारंभिक समय | अप्रैल 2020 |
किसे दिया जाएगा यह ड्रग | आपातकालीन कोविड पॉजिटिव मरीजों |
Drug 2DG Corona Covid -19 Medicine दवा की जानकारी
Table of Contents
कोरोना दवा का नाम
2DG
2DG ka full form
Drug 2-deoxt-D-glucose
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2DG किसने बनाई
INMAS and CCMB
2DG कब लांच हुई
INMAS and CCMB
2 dg दवा क्या है (2 dg Anti Covid Medicine)
2 dg दवा का पूरा नाम Deoxt-D-Glucose है. जोकि drdo के INMAS एवं CCMB लैबोरेट्रीज में तैयार की गई है. यह Laboratories हैदराबाद में स्थित है. यह कोरोना की दवा है. अब यह दवाई बनाना कब से प्रारंभ किया गया और इसकी संपूर्ण प्रक्रिया क्या है इस बात पर थोड़ी विस्तृत जानकारी ले लेते हैं.
2dg किन मरीजों के लिए है (2dg Medicine for Corona)
हाल फिलहाल में आप दिन रात न्यूज चैनलों की खबरों में यही सुन रहे हैं कि कोविड पॉजिटिव मरीजों में ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ रहे हैं. इन बातों को ध्यान रखकर ही इस दवा को तैयार किया गया है मुख्य रूप से यह दवा केवल Emergency के समय पर ही किसी कोरोना पीड़ित मरीज को दी जाएगी. जिन व्यक्तियों का लंग्स बहुत बुरी तरह संक्रमित हो चुका है. ऐसे संक्रमित व्यक्ति जिनका ऑक्सीजन लेवन 80 से भी कम पर पहुंच चुका हैं ऐसे लोगों को आपातकालीन स्थिति में यह ड्रग दिए जाने का अप्रूवल सरकार की तरफ से मिला है. इसका सीधा कारण है कि, यह ड्रग बहुत हैवी डोज वाला है जिसे केवल इंसान की जान बचाने के लिए ही उपयोग किया जा सकता है. यदि कोई व्यक्ति कोरोना की प्रारंभिक और माध्यमिक स्थिति में है तो उस व्यक्ति को यह दवा देने की मनाही हैं.
2 dg कोरोना मरीजों को कैसे दी जाएगी
COVID-19 को काबू करने के लिए पहले एक दवाई बनाई गई जिसे इंजेक्शन के रूप में देश के सभी लोगों को दिया जा रहा है. लेंकिन वर्तमान में जो ड्रग तैयार किया गया है यह एक ओरल ड्रग है जो एक पाउडर के रूप में होगा जिसे पानी में घोलकर मरीज को पिलाया जाएगा. COVID-19 से गंभीर रुप से जूझ रहे मरीज को यह दवा डॉक्टर द्वारा लिखे गए प्रिस्क्रिप्शन एवं मरीज के वजन के आधार पर दी जायेगी. यह दवा की 2 डोज सुबह और शाम कम से कम 5 से 7 दिन तक लेनी होगी. बिना डॉक्टर की सलाह लिए इस दवा का सेवन करना नुकसान दायक हो सकता है. इसलिए इस चीज का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है. वैज्ञानिकों ने ऐसी जानकारी दी है कि ड्रग को कैंसर की ट्रीटमेंट के लिए तैयार किया गया था लेकिन इसका उपयोग वर्तमान में COVID-19 के पेशेंट को बचाने के लिए किया जाएगा.
2 dg दवा की मात्रा (2 dg Drug Dose)
यह दवा एक पाउडर के रुप में है, जिसके 5.85 ग्राम के पाउच तैयार किए गए हैं. दिन में 2 पाउच का सेवन मरीज को करना होगा, जोकि सुबह और शाम होगा. हालांकि यह मरीज की उम्र एवं उसकी मेडिकल कंडीशन के ऊपर निर्भर करता है कि उन्हें कितनी मात्रा में मेडिसिन दी जाएगी. drdo वैज्ञानिकों ने डॉक्टर की सलाह के बिना एवं इसका ज्यादा मात्रा में सेवन न करने की चेतावनी भी दी है.
2 dg कैसे काम करेगी (2dg Medicine Work)
वैज्ञानिकों का तर्क है कि यह दवा ग्लूकोस का ही एक Substitute है. जिसकी संरचना Glucose की तरह ही है. दरअसल कोरोना के वायरस शरीर में घुसने के बाद पनपने के लिए Glucose की आवश्यकता होती है, जोकि उनके उस व्यक्ति के शरीर से मिलता है. जब यह दवा उस व्यक्ति के शरीर में जाकर उसकी कोशिकाओं में मिलती है, तो कोरोना वायरस कंफ्यूज हो जाते हैं, और Glucose के स्थान जगह पर उस दवा का सेवन करने लगते हैं. जिससे ये वायरस कमजोर पड़ने लगते हैं और इससे उनका निर्माण भी बंद हो जाता है. और फिर धीरे धीरे ये खत्म हो जाते है. यह पीड़ित मरीज के इम्यून सिस्टम को मजबूत करेगी, जिससे मरीज जल्दी स्वस्थ्य होगा.
2 dg दवा का निर्माण
2 DG का साइंटिफिक नाम Drug 2-deoxt-D-glucose है. इसका उपयोग करने की अनुमति केवल इमरजेंसी की स्थिति के लिए ही मिला है. डीआरडीओ के बहुत सारे लैब भारत देश में बने हुए हैं लेकिन Medicine and allied sciences (INMAS) लैब Dr. Reddy’s Laboratories जो हैदराबाद में स्थित है के साथ मिलकर इस ड्रग को तैयार किया है. ड्रग को को बनाए जाने की शुरुआत कोरोना की पहली लहर के दौरान ही कर दिया गया था. साल 2020 अप्रैल के दौरान ही इसे बनाना प्रारंभ कर दिया गया था. INMAS लेबोरेटरी में इस ड्रग के ऊपर एक्सपेरिमेंट प्रारंभ कर दिए गए थे और इसमें सेल्यूलर एंड मॉलेक्युलर बायोलॉजी (CCMB) हैदराबाद लेबोरेटरी के साइंटिस्ट को भी शामिल किया गया.
2 dg दवा का ट्रायल (2 dg Drug Trial)
इस रिसर्च के दौरान यह जानने की कोशिश की गई कि यह दवा कोविड-19 के वायरस को हराने में सक्षम है भी या नहीं. प्रयोग की बाद यह बात सामने आई कि यह ड्रग SARS-CoV-2 virus को हराने में सक्षम है. इस ड्रग का फेस टू ट्रायल में से लेकर अक्टूबर साल 2020 के दौरान किया गया जिसमें पाया गया यह कोविड पेशेंट के लिए बिल्कुल सुरक्षित है और उनको बेहतर बनाने में सक्षम है. ड्रग परीक्षण लेने की दूसरी प्रक्रिया का पहला चरण 6 हॉस्पिटलों में किया गया जिसके बाद दूसरे चरण में पूरे देश के 11 हॉस्पिटल शामिल किए गए. दूसरे चरण का ट्रायल करीब 110 मरीजों पर किया गया. इस पूरे ट्रायल के बाद यह बात सामने आई कि इस ड्रग में COVID-19 से जूझ रहे मरीज की जान बचाने के बेहद ही असरदार है.
2 dg दवा के लिए सरकार की मंजूरी
अक्टूबर माह में यह बात सामने आई कि इस ड्रग का ट्रायल जिन मरीजों पर किया जा रहा है वह ढाई दिन में कोरोना से ठीक हो जा रहे हैं. दवा के तीसरे ट्रायल में दिसंबर से लेकर मार्च 2021 तक 220 पेशंट पर इसको ट्राई किया जिनमें 27 कोविड हॉस्पिटल जो दिल्ली, उत्तर प्रदेश, वेस्ट बंगाल, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में स्थित हैं उन को शामिल किया गया.
दवा का मरीजों पर परीक्षण मार्च में ही खत्म हुआ और यह बात सामने आई कि जिन पेशेंट को ऑक्सीजन की कमी महसूस हो रही है वह सभी इस ड्रग की मदद से 3 दिनों के अंदर स्वस्थ हो गए. उसके बाद इसका एक छोटा सा ट्रायल 65 साल से ऊपर के व्यक्तियों पर भी किया गया कि उन पर यह ड्रग असरदार है या नहीं. प्राइम की सफलता के बाद 1 मई 2021 को इस ड्रग को कोविड-19 के मरीजों को पिलाने की अनुमति भारत सरकार की ओर से दे दी गई लेकिन सिर्फ आपातकालीन स्थिति के लिए ही.
2 dg दवा कहां मिलेगी
यह दवा जल्द ही बाजार में मेडिकल शॉप में मिलनी शुरू हो जाएगी. लेकिन अभी इसका उत्पादन कम मात्रा में हो रहा है इसलिए अभी बाजार में उपलब्ध होने में समय लगेगा. अभी यह अस्पतालों में ही मिलेगी.
2 dg दवा कब से मिलेगी
रिपोर्ट के मुताबिक इस दवा को आम लोगों के लिए एवं कॉविड अस्पतालों में पहुँचाने की शुरुआत हो गई है. अभी प्रति सप्ताह लगभग 10 हजार दवा का उत्पादन किया गया है जोकि आज यानि कि सोमवार से एम्स, आर्म्स फोर्सेज मेडिकल कॉलेज और डीआरडीओ के अस्पतालों में सप्लाई की जा रही है. इसके बाद अगले चरण में अन्य राज्यों में यह उपलब्ध होनी शुरू हो जाएगी. और जून के पहले ही सप्ताह से यह दवा हर जगह मिलने लगेगी.
2 dg दवा की कीमत (2 dg Drug Price)
अब तक सरकार एवं DRDO के प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा कोई भी ऐसी घोषणा नहीं की गई है जिसमें इसकी कीमत के बारे में कहा गया हो. हलाकि यह दवा की उत्पादन एवं डोज पर निर्भर करती है. यह दवा की कीमत बहुत जल्द निर्धारित करके बाजार में आ जाएगी. कहा जा रहा है कि जेनेरिक मोलिक्युल से बनने के कारण यह दवा ज्यादा महँगी नहीं होगी. यह दवा एक पाउडर फोम में है तो इसके एक पाउच की कीमत 500 से 600 रूपये तक हो सकती है.
2 dg दवा की उपलब्धता (2 dg Drug Availability)
इस दवा की अवैलाबिलिटी की बात करें, तो आपको बता दें कि यह दवा एक जेनेरिक दवा है जिनमें ब्रांडेड दवाओं जैसे भी गुण मौजूद होते हैं. लेकिन इनकी पैकेजिंग, रंग एवं तरीके में अंतर हो सकता है. ब्रांडेड दवाई बनाने वाली कंपनी से लाइसेंस लिए उस कंपनी की की मैन्युफैक्चरिंग नहीं की जा सकती है. और इसके लिए पैसा भी बहुत लगता है. किन्तु जेनेरिक दवाइयों में ऐसा नहीं है. इसलिए इसका उत्पादन कोई भी कंपनी कर सकती है. और उत्पादन अधिक होने से यह जल्द ही सब जगह उपलब्ध हो जाएगी.
यह एक ऐसे प्रकार का ड्रग है जिसे डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लिया जा सकता है और केवल डॉक्टर ही इस बात का निर्धारण करेंगे कि किस मरीज को यह दवा दी जा सकती है और किस मरीज के लिए यह सक्षम नहीं है। इसलिए इस पूरी जानकारी में हम आप को सबसे मुख्य बात यह बताना चाहते हैं कि यदि आपको इस ड्रग की उपलब्धता जानी है या फिर आपका कोई भी रिश्तेदार या दोस्त कोविड की भयानक और आपातकालीन स्थिति से गुजर रहा है तो उसे डॉक्टर के पास जाने की सलाह दें और इस ड्रग के सेवन के लिए डॉक्टर से सलाह लें।
FAQ
Ans : 2 DG का साइंटिफिक नाम Drug 2-deoxt-D-glucose है।
Ans : कोविड-19 आपातकालीन स्थिति से गुजर रहे मरीजों को.
Q : क्या यह ड्रग आम दवाई की दुकान पर उपलब्ध होगा?
Ans : फिलहाल इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
Ans : डॉक्टर की सलाह के बिना इस ड्रग का सेवन किसी भी व्यक्ति के लिए निषेध है.
Ans : मई 2021 से यह चूर्ण मरीजों को देनी शुरू हो सकती है.
Ans : ग्लूकोज ऐनेलॉग दवा होने के कारण इसमें उपयोग होने वाला सारा कच्चा माल भारत में उपलब्ध है.
Ans : यह दवा का ट्रायल हल्के मध्यम और गंभीर सभी पर किया गया है. इसलिए यह सभी के लिए कारीगर होगी.
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