Independence Day Speech In Hindi 2024/15 August Per Bhashan Hindi Mein : स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 2024 (Independance Day Speech In Hindi) का हिंदी भाषा में कैसे और किस प्रकार लिखना है. 15 अगस्त पर वीररस और देश भक्ति से ओतप्रोत भाषण (15 August Speech In Hindi) की तैयारी कैसे करें हम आपकों हमारे पोस्ट के जरिए बताएंगे. क्योंकि स्कूल, कॉलेज, टीचर्स और संस्थानों में स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 2024 और स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 2024 लिखने-पढ़ने का आयोजन किए जाने की परंपरा जाता है. 75वें स्वतंत्रता दिवस (76th Independence Day Speech In Hindi 2024) पर कोरोना महामारी के चलते 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस 2024 की थीम फर्स्ट नेशन ऑलवेज फर्स्ट रखी गई है.
देश के 15वें प्रधानमंत्री दिल्ली स्थित लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर ओज पूर्ण भाषण देंगे और ध्वजारोहण कर देशवासियों को संबोधित करेंगे. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं, स्वतंत्रता दिवस पर शायरी, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध (75th Indpendence Day Essay In Hindi 2024), स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 2024, स्वतंत्रता दिवस पर भाषण, स्वतंत्रता दिवस निबंध हिंदी, स्वतंत्रता दिवस पर निबंध 100 शब्द, 15 अगस्त कोट्स 15 अगस्त पर भाषण, 15 अगस्त पर भाषण 2024, 15 अगस्त पर निबंध, 15 अगस्त पर निबंध 2024, 15 अगस्त का गाना, 15 अगस्त के गाना, 15 अगस्त पर भाषण हिंदी में, 15 अगस्त पर निबंध हिंदी में, 15 अगस्त 1947 का इतिहास, 15 अगस्त पर शायरी गूगल ट्रेंड्स पर टॉप पर सर्च किया जा रहा है. लेकिन स्वतंत्रता दिवस पर भाषण 2024 का सुज्जित हिंदी भाषा में कैसे लिखना है और 15 अगस्त पर जोशभरा भाषण की तैयारी कैसे करें हम आपको बताएंगे. तो अनुरोध है आप हमारे इस लेख को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़ें.
Independence Day Speech 2024 For Students In Hindi
Table of Contents
1. स्वतंत्रता दिवस भाषण 2024 कक्षा 8 तक के लिए (Latest 15 August Independence Day Speech In Hindi 2024)
आदरणीय अतिथिगण, आदरणीय प्रधानाचार्यजी, यहां उपस्थित सभी अध्यापकगण, अभिभावक और मेरे प्यारे दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हैं कि, आज हम यहां पर आजादी के 76वांस्वतंत्रता दिवस मनाने के उपलक्ष में एकत्रित हुए है. सबसे पहले मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूँ/देती हूँ. 15 अगस्त स्वतंत्र भारत का राष्ट्रीय पर्व है. भारत देश वर्ष 1857- वर्ष 1947 तक स्वतंत्रता संग्राम लड़ने के पश्चात ही ब्रिटिश आक्रांताओं से 15 अगस्त वर्ष 1947 को मुक्त हुआ और एक स्वतंत्र राष्ट्र बना. इस दिन को भारतवासी “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में बेहद ही उत्साह और देशभक्ति के साथ मनाते हैं.
आओ झुककर सलाम करें उन्हें,
जिनकी जिंदगी में मुकाम आया है,
किस कदर खुशनसीब है वो लोग, जिनका लहू भारत के काम आया है !!
स्वतंत्रता संग्राम का आरंभ तब से हुआ जब मंगल पांडे नामक क्रांतिकारी को ब्रिटिश हुकूमत के अंग्रेज अधिकारी ने गोली मारी थी. इसी से नाराज सम्पूर्ण भारत देशवासियों ने अंग्रेजों के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाई. दोस्तों बता दूं कि, हमें और हमारे देश को ब्रिटिशों से यह आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली है. भारत को आजादी दिलाने के लिए हजारों क्रांतिकारी सेनानियों ने बलिदान दिया जैसे कि- महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, मंगल पांडे, बाल गंगाधर तिलक, पंडित जवाहरलाल नेहरू, लोक मान्य तिलक, लाला लाजपत राय, मदनलाल ढींगराऔर खुदीराम बोस आदि. आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए महात्मा गांधी ने बिहार के चंपारण से सत्याग्रह आंदोलन चलाया. इस दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को कई बार जेल भी जाना पड़ा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. क्योंकि उनका एकमात्र उद्देश्य भारत देश को ब्रिटिश शासन की गुलामी से आजादी दिलाना था. क्रांतिकारियों द्वारा आजादी की लड़ाई में काफी अत्याचार सहने और संघर्ष करने के पश्चात फलस्वरूप वे सफल भी हुए. स्वतंत्रता सेनानिओं के लिए कुछ लाइनें कहना चाहूंगी/चाहूंगा –
नमन है उन वीरों को जिन्होंने इस देश को बचाया, गुलामी की मजबूत बेड़ियों को, अपने बलिदान के रक्त से पिघलाया, और भारत माँ को आजाद है कराया।
15 अगस्त वर्ष 1947 को भारत के संविधान में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया. इसी दिन देश के आजाद होने पर भारतवर्ष के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहरा कर देशवासियों को संबोधित किया था. जिसके बाद से प्रतिवर्ष देश के प्रधानमंत्री लाल लिखे पर झंडा फहराते है, राष्ट्रगान गाया जाता है, सभी शहीद स्वतंत्रता सेनानियों को 21 तोपों से श्रद्धांजलि दी जाती है. देश के प्रधानमंत्री हर साल देशवासियों जोश से भरा भाषण देकर सम्बोधित करते है. सेना द्वारा अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च निकाला जाता है. स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी भारतवासियों के मन में देशभक्ति की भावना के साथ-साथ पूर्ण जोश रहता है. आजादी के बाद भारत देश अब विकास की राह में चल पड़ा है. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी विद्यालय, कॉलिज, शैक्षणिक संस्थान, बाजार, शासकीय और अशासकीय कार्यालय और कारखानों में अवकाश रहता है. इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित रहता है. जगह-जगह पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है. स्कूलों, कॉलिजों आदि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. जिसमें सभी विद्यार्थी भाग लेते है और देशभक्ति के गीत गाते है, कोई कविता सुनाता है तो कोई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में देशभक्ति गीत पर नृत्य करते है.
15 August भारत देश के गर्व और सौभाग्य का दिवस है. यह दिन हर भारतीयों के हृदय में नवीन स्फूर्ति, नवीन आशा, उत्साह तथा देश-भक्ति का संचार करता है. स्वतंत्रता दिवस हमें इस बात बात की याद दिलाता हैं कि, हमने कितनी कुर्बानियाँ देकर यह आजादी प्राप्त की है, जिसकी रक्षा हमें हर कीमत पर करनी है. चाहे हमें इसके लिए अपने प्राणों की आहुति क्यों ना देना पड़े. इस प्रकार हम आजादी के उत्साह को पूर्ण उत्साह, उमंग और जोश के साथ मनाते है. राष्ट्र की स्वतंत्रता और सार्वभौमिकता की रक्षा का प्रण लेते हैं. जाते-जाते मैं बस इतना ही कहना चाहूंगी/चाहूंगा कि –
भूल न जाना भारत माँ के सपूतों का बलिदान, इस दिन ले लिए जो हुए थे हँसकर कुर्बान, आजादी की खुशियाँ मनाकर लो शपथ ये कि, बनाएंगे देश भारत को और भी महान।
दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।