शिक्षक दिवस पर निबंध / Teacher Day Essay 2022
“अज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योत जलाई है, गुरूवर के चरणों में रहकर हमने शिक्षा पाई है, गलत राह पर भटके जब हम तो गुरूवर ने राह दिखाई है।” जिसे हम आम भाषा में गुरु या शिक्षक कहते है। कोरोना संक्रमण के दौर में शिक्षा का महत्व और अधिक बढ़ गया है, खासकर ऑनलाइन एजुकेशन प्रणाली के अंतर्गत। दुनिया में हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा बेहतर शिक्षा प्राप्त करें।
जिसके लिए वह बच्चे को स्कूल में दाखिला दिलाते हैं। स्कूल खत्म होने पर बच्चों को कॉलेजों और इंस्टीट्यूड में प्रवेश दिलवाया जाता है। स्कूल से कॉलेज तक के सफर कर पूरा श्रेय शिक्षक को दिया जाता है। दोस्तों क्या आपकों पता है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता हैं दूसरी ओर भारत में शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है।
इस दिन शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों द्वारा शिक्षकों को सर्मपित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। उदाहरण के तौर पर बच्चे एक दिन के लिए शिक्षक का स्थान लेकर पढ़ाई के दौरान आने वाले कठिनाईयों को महसूस करते हैं।
विद्यार्थी सम्मानिय शिक्षकों को उपहार भेंट करते हैं। चलिए लेख के माध्यम से हम Teacher Day को संज्ञान में रख शिक्षक दिवस पर निबंध लेकर आएं है। जिसका उपयोग प्राथमिक कक्षाओं के विद्यार्थी स्कूलों में कर सकते हैं।
शिक्षक दिवस पर निबंध / Teacher Day Essay 2022
शिक्षक दिवस पर निबंध 400 Words
भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस यानि टीचर्स डे मनाया जाता है। गुरु-शिष्य परंपरा भारतीय की संस्कृति की प्राचीन शैली है। पुरातन काल से गुरु शिष्य के महत्व का बखान होता आया है। माता पिता के जन्म देने के बाद जीवन की राह पर हमें गुरु ही चलना सीखाते हैं। पहले गुरु हमारे माता पिता होते हैं दूसरे गुरु शिक्षक होते है।
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा दिवस 5 अक्टूबर को दुनियाभर में मनाया जाता हैं। भारत में शिक्षा दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है। देश के पूर्व उप राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है। डॉ. राधाकृष्णन बहुत ही विद्वान शिक्षक थे। डॉ कृष्णनन ने जीवन के 40 अमूल्य साल एक शिक्षक के रुप में देश को दिए। भारतीय शिक्षा के भविष्य को संवारने में डॉ. राधाकृष्णनन का अमूल्य योगदान है।
डॉ. राधाकृष्णनन का जन्म तमिलनाडू के गांव तिरुतनी में दिनांक 5 सितंबर 1888 को हुआ था। उप राष्ट्रपति बनने के बाद देशवासियों ने इनके जन्म को शिक्षक दिवस के रुप में मनाए जाने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद से डॉ. राधाकृष्णनन का जन्म दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
स्कूलों में शिक्षक दिवस के दिन बच्चे अपने पसंदीदा शिक्षकों को उपहार भेंट करते हैं। साथ ही शायरी लिखी हुई ग्रीटिंग कार्ड भेंट करते हैं। स्कूलों में उत्साह पूर्वक शिक्षक दिवस मनाया जाता है। विद्यार्थी इस दिन गुरु शिष्य की गौरवशाली परंपरा को कायम रखने का संकल्प लेते हैं।
रोचक बात यह है कि भारत के साथ 21 देशों में शिक्षक दिवस 5 सितंबर के दिन ही मनाया जाता है उदाहरण- बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, चाइना, जर्मनी, पाकिस्तान, श्रीलंका, यूके, ईरान आदि। इसके विपरीत 28 फरवरी को दुनिया के 11 देशों में टीचर्स मनाया जाता हैं।
शिक्षक दिवस पर शॉर्ट निबंध 2022
शिक्षक दिवस भारत में हर साल 5 सिंतबर को मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। भारत के साथ 21 अन्य देशों में 5 सितंबर को मनाया जाता है। पूर्व उप राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के अवसर पर इस दिन को मनाया जाता है।
शैक्षणिक संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। छात्र शिक्षकों को उपहार भेंट करते हैं। मान सम्मान में अच्छी-अच्छी बातें बोलते हैं। थाइलैंड में भारत की तर्ज पर प्रतिवर्ष 16 जनवरी को मनाया जाता है। भारत के समान तुर्की में 24 नवंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
शिक्षक दिवस पर 10 रोचक तथ्य
- शिक्षक दिवस भारत में हर साल 5 सिंतबर को मनाया जाता है।
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है।
- भारत के साथ 21 अन्य देशों में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है।
- शिक्षक दिवस भारत के पूर्व उप राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस के अवसर पर मनाया जाता है।
- शिक्षा दिवस के दिन शैक्षणिक संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं।
- शिक्षक दिवस पर छात्र शिक्षकों को उपहार भेंट करते हैं।
- छात्र शिक्षकों के लिए इस दिन मान सम्मान में अच्छी-अच्छी बातें बोलते हैं।
- थाइलैंड में भारत की तर्ज पर प्रतिवर्ष 16 जनवरी को राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
- भारत के समान तुर्की में 24 नवंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
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