अक्षय तृतीया कितनी तारीख की है 2023 । Akshaya Tritiya Kis Tarikh Ko Hai 2023
अक्षय तृतीया का दिन हिंदू धर्म में बेहद शुभ माना गया है. भारत के प्रांतों में इसे भिन्न-भिन्न नामों से जाना जाता हैं जैसे- मध्य प्रदेश में इसे आखा तीज, बिहार में अक्षय तृतीया और महाराष्ट्र में इसे अक्षय दिन के नाम से जाना जाता है. इस दिन किए जाने वाले कार्य अक्षय हो जाते हैं. माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है. सोने-चांदी की खरीदारी करना पुण्य फलदायी होता है. चलिए पोस्ट के जरिए जानते हैं कि अक्षय तृतीया कितनी तारीख की है 2023 (Akshaya Tritiya Kis Tarikh Ko Hai 2023) और अक्षय तृतीया 2023 का शुभ मुहूर्त (Akshaya Tritiya 2023 Ka Shubh Muhurat) क्या है.
अक्षय तृतीया कितनी तारीख की है 2023 – Akshaya Tritiya Kis Tarikh Ko Hai 2023
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हिन्दू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है. इस दिन दान और पुर्ण्य करना बहुत ही शुभ बताया गया है. अक्षय तृतीया के दिन विवाह, गृह प्रवेश और धार्मिक अनुष्ठान बताया गया है।
Akshaya Tritiya 2021 Kitni Tarikh Ki Hai – वर्ष 2023 में अक्षय तृतीया 22 अप्रैल, शनिवार को हैं. पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक रहेगा. खास बात यह है कि, इस दिन सोने क आभूषण करना बेहद ही शुभ माना जाता है. प्राचीन किवदंतियों के अनुसार इस दिन बर्तन खरीदने से घर में समृद्धि आती है. साथ ही परिवार के सभी सदस्य आजीवन निरोगी रहते हैं.
अक्षय तृतीया 2023 का शुभ मुहूर्त – Akshaya Tritiya 2023 Ka Shubh Muhurat Kya Hai
Akshaya Tritiya 2023 Start and End Time – 22 अप्रैल 2023 को अक्षय तृतीया का आरम्भ (Start Time) सुबह को 7 बजकर 49 मिनट पर होगा. तिथि का समापन 23 अप्रैल 2023 को सुबह 7 बजकर 47 मिनट पर होगा. ज्योतिषों के अनुसार पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 7 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर दोपहर 12 बजकर 37 मिनट तक रहेगा.
अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त – Akshaya Tritiya 2023 Shubh Muhurat For Buying Gold
दोस्तों यदि आप धार्मिक मान्यताओं में आस्था रखते हैं तो आप अक्षय तृतीया के दिन सोना अवश्य खरीदे. इस दिन का शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल 2023 को सुबह 7 बजकर 49 मिनट से शुरू होकर 23 अप्रैल 2023 को सुबह 6 बजकर 16 मिनट तक रहेगा.
अक्षय तृतीया 2023 पूजा विधि – Akshaya Tritiya 2023 Puja Vidhi in Hindi
अक्षय तृतीया शुद्ध रूप से माता लक्ष्मी की उपासना का पर्व है. इस दिन परिवार की सुख समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है. साथ ही इस दिन धन के देवता कुबेर को भी पूजा जाता है. मां लक्ष्मी को प्रसाद स्वरूप धान से बना हुआ धानी और आवश्यक रूप से चढ़ाया जाने वाले प्रसाद सामग्री अपर्ण किया जाता है.
अक्षय तृतीया में दान का महत्व
अक्षय तृतीया के दिन दान कई लोग दान दक्षिणा भी करते है. इसका बहुत बड़ा महत्व है. ऐसा माना जाता है कि दान- पुण्य करने से घर में सुख समृद्धि आती है. जीवन के सभी दुख दूर होते हैं और घर में धन-धान्य की कमी भी नहीं होती है.
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