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अजीनोमोटो क्या है फायदे नुकसान | What is Ajinomoto and side effects in hindi

Ajinomoto and its side effects in hindi  : अजीनोमोटो को हम इसके व्यापारिक नाम मोनो सोडियम ग्लूटामेट के नाम से भी पहचानते है. संक्षिप्त में इसे एमएसजी नाम से भी जाना जाता है. अजीनोमोटो की कंपनी का मुख्य कार्यालय चोओ, टोक्यो में स्थित है. यह 26 देशों में कार्यरत है. साल 2013 के वित्तीय वर्ष में इसका वार्षिक राजस्व करीब 12 अरब अमेरिकी डॉलर है. इसका उपयोग अधिकांश चीन की खाद्य पदार्थो में खाने के स्वाद को बढ़ाने में किया जाता है. पहले हम अधिकांशतः घर पर बने खाने को खाते थे, लेकिन अब लोग चिप्स, पिज्ज़ा और मैगी जैसे खाने को ज्यादा पसंद करने लगे है जिनमे अजीनोमोटो का उपयोग होता है. इसका इस्तेमाल कई डिब्बाबंद फ़ास्ट फ़ूड सोया सॉस, टोमेटो सॉस, संरक्षित मछली जैसे सभी संरक्षित खाद्य उत्पादों में किया जाता है.

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अजीनोमोटो के लाभ एवं नुकसान (Ajinomoto Benefits and side effects in hindi )

Table of Contents

अजीनोमोटो का इतिहास (What is Ajinomoto history)

अजीनोमोटो को पहली बार वर्ष 1909 में जापानी जैव रसायनज्ञ किकुनाए इकेडा के द्वारा खोजा गया था. उन्होंने इसके स्वाद को मामी के रूप में पहचाना जिसका सरल भाषा में मतलब होता है सुखद स्वाद. कई जापानी सूप में इसका प्रतिदिन उपयोग किया जाता है. इसका स्वाद थोडा नमक के समान होता है. देखने में यह चमकीले छोटे क्रिस्टल के जैसा होता है. इसमें प्राकृतिक रूप से एमिनो एसिड पाया जाता है.

अजीनोमोटो का उपयोग (Ajinomoto uses)

  • अजीनोमोटो 1908 में एक ब्रांड के रूप में व्यावसायिक तौर पर आया, किन्तु आज दुनिया के हर कुक खाने में स्वाद को बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल करते है.
  • एमएसजी का इस्तेमाल सुरक्षित माना गया है, लेकिन इसको लेकर कुछ ग़लतफ़हमी भी है जो कि वैज्ञानिक रूप से अभी प्रमाणित नहीं हुई है इसका इस्तेमाल सब्जियों के मसाले में किया जाता है.
  • इसका उपयोग विशेष रूप से चायनीज़ खाने में किया जाता है. यदि किसी सामान्य या चायनीज़ खाने को स्वादिष्ट बनाना है तो लोग इसका इस्तेमाल करते है. 
  • चायनीज़ खाने जैसे नूडल्स, सूप आदि कई प्रकार के खाने के व्यंजन में इसका इस्तेमाल किया जाता है.

अजीनोमोटो के लाभ (Ajinomoto benefit)

कुछ खाद्य पदार्थो में प्राकृतिक रूप से ग्लूटामेट पाया जाता है जैसे- टमाटर, समुद्री मछलियों, पनीर और मशरूम में ये प्रचुर मात्रा में पाए जाते है, जिससे इसमें अलग से इसका उपयोग नहीं किया जाता और यह हानिकारक भी नहीं होता है. इसलिए यदि कोई व्यक्ति स्वस्थ है और उसको इसे खाने से कोई समस्या नहीं है तो उसे इसका सेवन करने में कोई परेशानी नहीं होगी. यू.एस.फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने एमएसजी के सेवन को सामान्य रूप से सुरक्षित घोषित किया है.

अजीनोमोटो के नुकसान (Ajinomoto side effects)

एमएसजी का उपयोग पूर्व में चीन की रसोई में होता था, लेकिन अब ये धीरे धीरे भारतीय घरों की रसोई में अपनी जगह बना चूका है. अपने समय को बचाने के लिए जो हम 2 मिनट में नुडल्स को तैयार कर ग्रहण करते है इस तरह के अधिकांशतः खाद्य पदार्थो में यह पाया जाता है जो धीरे धीरे मीठे जहर के रुप में शरीर में पहुंचकर उसे नुकसान पहुंचाते है.

  • दोस्तों यह एक प्रकार से नशे की लत के समान होता है यदि आप एक बार अजीनोमोटो युक्त भोजन को ग्रहण कर लेते है, तो आप उस भोजन को नियमित खाने की आदत बना लेंगे.
  • प्रतिदिन इसका सेवन से शरीर में इन्सुलिन की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है. जब आप एमएसजी मिले पदार्थो का सेवन करते है, तो रक्त में ग्लूटामेट का स्तर बढ़ जाता है. जिस वजह से इसका शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ता है.
  • एमएसजी को एक धीमा हत्यारा भी कहा जा सकता है. यह आँखों की रेटिना को नुकसान पहुंचाता है साथ ही यह थायराईड और कैंसर जैसे रोगों के लक्षण पैदा कर सकता है.

अजीनोमोटो का हानिकारक प्रभाव (Ajinomoto harmful effects)

अजीनोमोटो के इस्तेमाल को जहाँ सुरक्षित माना गया है वही इसको खाने से कुछ हानिकारक प्रभाव भी पड़ते हैं जैसे कि –

बाँझपन 

गर्भवती महिलाओं को इसका नियमित रुप से सेवन नहीं करना चाहिए, कारण यह महिला और बच्चे के बीच भोजन आपूर्ति में बाधक बन सकता है. इतना ही नहीं यह मस्तिष्क के नयूरोंस पर भी बुरा असर डालता है यह शरीर में सोडियम की मात्रा को बढ़ा देता है जिस वजह से रक्तचाप बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही पैरों में सूजन की भी समस्या होने लगती है.

माइग्रेन –

अजीनोमोटो से युक्त खाद्य पदार्थो का अगर नियमित सेवन किया जाये तो यह माइग्रेन पैदा कर सकता है जिसको हम अधकपाली भी कहते है. इस बीमारी में आधे सिर में हल्का हल्का दर्द होते रहता है.

सीने में दर्द –

अजीनोमोटो का सेवन करने से अचानक सीने में दर्द, धड़कन का बढ़ जाना और ह्रदय की मांसपेशियों में खिचाव होने लगता है.

तंत्रिका पर प्रभाव –

एमएसजी तंत्रिका को प्रेरित कर उसमे असंतुलन पैदा कर सकती है इस वजह से गर्दन में अकडन या खिचाव के साथ शरीर में झुनझुनी पैदा होने लगती है. इसके सेवन से अल्झाइमर, हन्तिन्ग्तिओन और पार्किन्सन, मल्टीप्ल स्क्लेरोसिस जैसी लक्षण पैदा होने लगते है. अजीनोमोटो एक नयूरोत्रन्स्मित्टर है जो अनिंद्रा जैसे विकारों के भी लक्षण पैदा कर सकते है.

मोटापा बढ़ना –

एमएसजी के अधिक सेवन से मोटापे के बढ़ने का खतरा हमेशा बना रहता है हमारे शरीर में मौजूद लेप्टिन हॉर्मोन, हमे भोजन के अधिक सेवन को रोकने के लिए हमारे मस्तिष्क को संकेत देते है. अजीनोमोटो के सेवन से ये प्रभावित हो सकता है जिस वजह से हम ज्यादा भोजन कर जल्द ही मोटापे से ग्रस्त हो सकते है.

बच्चो के लिए हानिकारक :

एमएसजी यानि अजीनोमोटो युक्त खाद्य पदार्थो को बच्चों को बिल्कुल भी नहीं देना चाहिए. अजीनोमोटो का प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर अलग अलग होता है अगर किसी भी व्यक्ति को इसको खाने के बाद इस तरह के कोई भी लक्षण न दिखे, तो उनके लिए इसका सेवन सुरक्षित है और वो इससे बने खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते है.

किसी भी चीज का अधिक सेवन हमे लाभ पहुंचाने के बदले नुकसान ही पहुंचाते है. अजीनोमोटो का भी जरुरत से ज्यादा या लगातार इस्तेमाल किसी अति संवेदनशील व्यक्ति को नुकसान पंहुचा सकता है. इसलिए जब भी आप इसका सेवन करे ऊपर वर्णित लक्षण दिखने पर इसका सेवन बंद कर दे और चिकित्सक से परामर्श जरूर लें.

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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