“चावल और पास्ता को बनाएं गट हेल्थ के लिए सुपरफूड, जाने ये आसान तरीका!”: Rice and Pasta for Gut Health

Rice and Pasta for Gut Health: हमारी डेली डाइट में चावल और पास्ता जैसे फूड प्रोडक्ट अक्सर शामिल होते हैं, लेकिन इन्हें ‘खराब कार्बोहाइड्रेट’ माना जाता है क्योंकि ये ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ा सकते हैं। हालाँकि, हाल ही में हुए रिसर्च ने एक सरल तरीका बताया है जिससे इन फूड प्रोडक्टस को हैल्दी बनाया जा सकता है। यह तरीका है, इन्हें पकाने के बाद ठंडा करना। जब चावल, पास्ता या आलू को पकाने के बाद ठंडा किया जाता है, तो इनमें मौजूद स्टार्च ‘रेसिस्टेंट स्टार्च’ में बदल जाता है, जो डाइजैसटिव सिस्टम के लिए फायदेमंद होता है। यह तरीका न केवल ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है, बल्कि डाइजैशन को भी बेहतर बनाता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कैसे यह सरल तरीका आपके फूड को हैल्दी बना सकता है।रेसिस्टेंट स्टार्च क्या हैरेसिस्टेंट स्टार्च एक प्रकार का स्टार्च होता है जो छोटी आंत में पचता नहीं है और सीधे बड़ी आंत में पहुँचता है। वहाँ यह अच्छे बैक्टीरिया द्वारा फर्मेन्ट होता है, जिससे शॉर्ट-चेन फैटी एसिड्स (SCFAs) बनते हैं। ये एसिड्स आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और शरीर को एनर्जी देते हैं। इसके अलावा, रेसिस्टेंट स्टार्च का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है, जिससे डायबिटीज़ के रोगियों के लिए यह फायदेमंद होता है।चावल और पास्ता को ठंडा कैसे करें चावल और पास्ता को पकाने के बाद, उन्हें रूम टैम्परेचर तक ठंडा होने दें और फिर उन्हें फ्रिज में कम से कम 12 घंटे के लिए रखें। इस तरीके से उनमें मौजूद स्टार्च, रेसिस्टेंट स्टार्च में बदल जाता है। ठंडा करने के बाद, इन्हें फिर से गर्म करके खाया जा सकता है, और ये हेल्थ के लिए अधिक लाभकारी होते हैं। यह तरीका न केवल डाइजैशन को बेहतर बनाता है, बल्कि वेट मैनेजमेन्ट में भी सहायक होता है।रेसिस्टेंट स्टार्च के स्वास्थ्य लाभ रेसिस्टेंट स्टार्च के सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है, जिससे डायबिटीज़ के रोगियों को फायदा होता है। इसके अलावा, यह गट के लिए गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है। रेसिस्टेंट स्टार्च का सेवन पेट की सूजन को कम करता है और वजन नियंत्रण में भी सहायक होता है। यह कोलन कैंसर के रिस्क को भी कम कर सकता है, क्योंकि यह शॉर्ट-चेन फैटी एसिड्स का उत्पादन करता है, जो कोलन के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।रेसिस्टेंट स्टार्च के स्रोत रेसिस्टेंट स्टार्च केवल चावल और पास्ता में ही नहीं, बल्कि कई अन्य फूड प्रोडक्टस में भी पाया जाता है। उबले हुए और ठंडे आलू, उबले हुए और ठंडे ओट्स, और हरे केले में भी रेसिस्टेंट स्टार्च की अच्छी मात्रा होती है। इन्हें अपनी डाइट में शामिल करके आप रेसिस्टेंट स्टार्च के लाभ उठा सकते हैं। इन फूड प्रोडक्टस का सेवन डाइजैशन को बेहतर बनाता है और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है।रेसिस्टेंट स्टार्च का सेवन कैसे बढ़ाएंअपनी डाइट में रेसिस्टेंट स्टार्च को शामिल करने के लिए, आप चावल, पास्ता, आलू, ओट्स, और हरे केले का सेवन कर सकते हैं। इन्हें पकाने के बाद ठंडा करके फ्रिज में रखें और फिर से गर्म करके खाएं। इस तरह से आप रेसिस्टेंट स्टार्च के लाभ उठा सकते हैं। इसके अलावा, इन खाद्य पदार्थों को सलाद, सूप, और अन्य व्यंजनों में शामिल करके भी सेवन कर सकते हैं। यह तरीका न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।Related