Nagda News । मध्य प्रदेश में बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के नारे को मुंह चिढ़ाता हुआ एक वाक्या सामने आया हैं। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ ओर ही हैं। दरअसल उज्जैन जिले के नागदा में बीते शनिवार शाम को बिरलाग्राम थाने पर नाबालिक छात्रा को परेशान करने वाले मनचले के खिलाफ रिपोर्ट लिखाने के लिए 20 किलोमिटर दूर से आए माता-पिता को 2 घंटे तक बारिश में पुलिस थाने में महिला एसआई का इंतजार करना पड़ा। जब इंतजार की घड़ी नजदीक नहीं आई तो गुस्सांए हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारी ने एएसपी को मामले से अवगत कराया उसके बाद एएसआई थाने पर पहुंची और रिपोर्ट (FIR) दर्ज कि गई।
क्या था मामला
16 जून 2024, शनिवार दोपहर 3 बजे के दरमियान एक छात्रा कॉलेज से परीक्षा देकर घर जा रही थी। उसी दौरान एक युवक समीर पिता एहसान शाह जाति फकीर निवासी करनावद रोड उन्हेल छात्रा के पास आया और नौकरी दिलाने का कहकर छात्रा को अपनी बाईक पर बैठाकर बिरला मंदिर ले गया।
वहां पर वह छात्रा के साथ जबरदस्ती करने लगा और बुरी नियत से उसका हाथ पकड़ लिया। छात्रा ने जब शोर मचाया तो मौके पर भीड़ जमा हो गई और युवक वहां से फरार हो गया। बाद में छात्रा ने अपने मात-पिता को फोन कर पूरा घटनाक्रम बताया और बिरलाग्राम पुलिस थाने पहुंची। घटना की सूचना मिलते ही उसके माता-पिता भी शाम 5 बजे शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर गांव से बिरलाग्राम थाने पर पहुंच गए।
2 घंटे तक करते रहे इंतजार
बिरलाग्राम थाने पर महिला एएसआई पदस्थ नहीं होने से महिला के बयान लेने के लिए मंडी थाने पर पदस्थ एएसआई हर्षिता सांवरिया को बुलाया गया। लेकिन मंडी थाने से बिरलाग्राम थाने महज 3 किलोमिटर तक आने में एएसाई को 2 घंटे का समय लग गया। लगभग 7 बजे बाद एएसआई सांवरिया थाने पहुंची और महिला एवं छात्रा के बयान लेकर रिपोर्ट दर्ज कि। पुलिस ने आरोपी समीर के खिलाफ भादवी की धारा 363,354, 354क, पास्को एक्ट व एससी, एस टी एक्ट में प्रकरण दर्ज किया।
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