बिहार का हरिराम बाबा मैरवा धाम, जहां पर भूतों को मिलते हैं किराए के घर । Hariram Baba Mairwa Dham of Bihar
बिहार का हरिराम बाबा मैरवा धाम, जहां पर भूतों को मिलते हैं किराए के घर । Hariram Baba Mairwa Dham of Bihar, Where ghosts are found, houses for rent
बिहार का हरिराम बाबा मैरवा धाम को किसी परिचय की जरूरत नहीं है. बिहार के गोपालगंज जिले के हर नागरिक को मैरवा धाम की ख्याति के बारे में बखूबी जानकारी है. भूत बाधा को दूर करने के लिए प्रसिद्ध श्री हरिराम ब्रह्म स्थान की एक खास बात यह है कि, यहां पर भूतों को किराए पर घर दिया जाता है. प्रेत बाधा से पीड़ित व्यक्ति के परिजन भूतों के लिए बाकायदा मासिक किराया और भोजन के लिए रुपए दिए जाते है. सुनकर ही बेहद रोचक लग रहा ना, चलिए पोस्ट के जरिए जानें बिहार का हरिराम बाबा मैरवा धाम, जहां पर भूतों को मिलते हैं किराए के घर का पूरा माजरा……………
बिहार का हरिराम बाबा मैरवा धाम, जहां पर भूतों को मिलते हैं किराए के घर । Hariram Baba Mairwa Dham of Bihar, Where ghosts are found, houses for rent
जनश्रुतियों के अनुसार मंदिर भूत बाधा से परेशान व्यक्ति को मैरवा धाम ले जाया जाता है. मंदिर मरिसर में प्रवेश करते ही पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर मौजूद प्रेत स्वत: ही उपटने (वास्तविक रूप) लगती है. जिसके बाद मंदिर में मौजूद पंडा, पुजारी या संबंधित व्यक्ति के साथ गए ओझागुनी (तांत्रिक) द्वारा पीड़ित से सवाल-जवाब किया जाता है, इस दौरान प्रेत से यह भी पूछा जाता है, कि वह कौन हैं और संबंधित व्यक्ति को क्यों परेशान कर रहा है.
प्रेत से मैरवा धाम में किराए से भूमि लेकर रहने की बात कही जाती है. यदि प्रेत ओझागुनी की बात को स्वीकार लेता है, तो ठीक नहीं तो ओझा द्वारा प्रेत पीड़ित व्यक्ति को हरिराम बाबा मैरवा के समक्ष ले जाया जाता है. बाबा के गर्भगृह में प्रवेश करते ही प्रेत परेशान हो जाता है और बाबा के साथ रहने की विनति करने लगता है.
जिसके बाद प्रेत द्वारा मांगी गई वस्तुएं और जीवन भर मैरवा धाम में रहने की बात को स्वीकार करता है. इस दौरान पीड़ित परिवार के सदस्यों द्वारा प्रेत के रहने का खर्चा (किराए की राशि) मंदिर के ब्रह्मणों को दी जाती है.
प्रेतों को दिया जाता है मिठाई का लालच
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प्रेत बाधा को दूर करने के लिए पीड़ित व्यक्ति पर उपटे हुए प्रेत को ओझागुनी द्वारा मिठाई का लालच दिया जाता है. तांत्रिकाें द्वारा प्रेत से कहा जाता है कि, यदि तुम पीड़ित के शरीर को छोड़कर हरिराम बाबा मैरवा की शरण में आ जाओगे तो तुम्हे रोज मिठाई, खीर-पूड़ी खाने को मिलेगी. तुम्हे राेज बाबा के साथ घुमने का मौका मिलेगा. तुम्हे प्रेत गण से जल्द ही मुक्ति मिल जाएगी.
यदि कोई प्रेत पीड़ित के शरीर से निकल जाने का वादा कर, दोबारा उसके शरीर में प्रवेश करने की कोशिश करता है, और इस बात पता मंदिर के पुजारियों को पता चल जाती है, तो प्रेत को सजा के रुप में शौचालय या किसी गंंदे स्थान पर जगह दी जाती है.
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