सोया चाप ग्रेवी बनाने की विधि Soya chaap with gravy recipe in hindi
सोया चाप ग्रेवी के साथ एक बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन है. शाकाहारी लोगों के लिए सोयाबीन प्रोटीन का बेहद ही अच्छा विकल्प रहा है. सोयाबीन से विभिन्न तरह के व्यंजन तैयार किए जाते हैं. यह व्यंजन सोयाबीन के ख़ास व्यंजनों में एक है. बेहद ही लज़ीज़ स्वाद के लिए यह सभी लोगों द्वारा खूब पसंद किया जाता है. अतः जब भी कभी रोज़- रोज़ के खाने से बोर महसूस हो, तब आप इसका लुत्फ ले सकते हैं. इस व्यंजन को बनाने के लिए आवश्यक सामग्रियां तथा विधि का वर्णन हमारे द्वारा पोस्ट में नीचे किया जा रहा है.
सोया चाप ग्रेवी रेसिपी के लिए आवश्यक सामग्री (Soya chaap with gravy ingredients)
Table of Contents
सोया चाप ग्रेवी बनाने के लिए रसोई घर में आसानी से उपलब्ध होने वाली सामग्रियों का ही उपयोग होता है. नीचे एक एक करके सोया चाप की आवश्यक सामग्रियों का विवरण दिया जा रहा है. यदि आप पांच मेहमानों के लिए सोया चाप सामग्री बनाना चाहते हैं तो-
सोया चाप | 6- 7 पीस (500 ग्राम) |
टमाटर | 5- 6 मध्य आकार |
अदरक पेस्ट | 1 चम्मच |
हरी मिर्च | 2-3 पीस |
क्रीम | 100 ग्राम |
तेल | 3- 4 चम्मच |
धनिया पत्ता | 2- 3 चम्मच बारीक कटा हुआ |
हींग | 1 चुटकी |
जीरा | ¼ चम्मच |
हल्दी | ¼ चम्मच |
लाल मिर्च पाउडर | ¼ चम्मच |
गरम मसाला | दो चुटकी |
धनिया पाउडर | 1 चम्मच |
मेथी पत्ता | 1 चम्मच |
नमक | स्वादानुसार |
अमचूर | 1 चम्मच |
कटा हुआ प्याज़ | 1 कप |
लहसुन (अतिरिक्त) | आवश्यकतानुसार |
विनेगर | 2 चम्मच |
सोया चाप ग्रेवी बनाने की विधि (Soya chaap with gravy recipe in hindi)
यदि आप हमारे द्वारा पोस्ट में बताई गई उपरोक्त सभी आवश्यक सामग्री एकत्रित कर चुके हैं, तो इसके बाद बारी आती है विधि की. एक स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के लिए संयम की बहुत आवश्यकता होती है. अतः नीचे दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए स्वादिष्ट सोया चाप करी पाया जा सकता है.
- दोस्तों सबसे पहले सोया चंक को अपने आवश्यतानुसार आकार में काट लें. ये आकार मूलतः 1 से 1.5 इंच में हो तो बेहतर है.
- जिसके बाद टमाटर, अदरक, हरी मिर्च आदि को बारीक काट लें. इन सभी को अलग अलग काट कर अलग बर्तन में रखें.
- अब आप ओवन में चढ़ाये गये बर्तन में ज़रा सा तेल डालें और ग्राम होने दें. गैस की आंच मध्यम रखें. तेल गर्म हो जाने पर काटे गए सोया चंक को इसमें डालें और तब तक पकाएं जब तक इसका रंग भूरा न हो जाए.
- तल लेने के बाद सोया चंक को टॉवल पेपर पर रखें. ये पेपर सोया चंक में स्थित अतिरिक्त तेल को सोख लेता है.
- बर्तन में बचे तेल में जीरा डाल दें. इसके बाद इसी में हल्दी पाउडर, हींग, धनिया पाउडर तथा अन्य बताये गये मसालों को डालें तथा तल लें.
- उपरोक्त मसाले तल जाने के बाद पुनः टमाटर, अदरक पेस्ट, प्याज, मिर्ची आदि डालें और कुछ देर तक पकने के लिए छोड़ दें. मसाला पक जाने पर इसके साइड से तेल निकलने लगता है. ऐसा देखने पर समझ लें कि मसाला पक चूका है.
- अब आप गरम मसाला तथा क्रीम डालें, और इसे तब तक स्टिर करते रहें जब तक मसाला हल्का हल्का उबलने न लगे.
- इसमें आधा कप पानी मिलाएं और पुनः तब तक इंतजार करें, जब तक धीमे धीमे उबलने न लगे.
- अब इसमें कटा हुआ हरा धनिया और आवश्यकता के अनुसार नमक मिलाएं. साथ ही इसी समय इसमें सोया चंक भी मिला लें. इसके बाद करी को ढक के कुछ देर के लिए धीमी आंच पर छोड़ दें.
- कुच्छ देर में आपका स्वादिष्ट सोया चाप ग्रेवी तैयार हो जाएगा. इसे किसी दुसरे बर्तन में डाल लें और अपने तथा अपनों के लिए आवश्यकतानुसार परोसें.
♦ लेटेस्ट जानकारी के लिए हम से जुड़े ♦ |
WhatsApp पर हमसे बात करें |
WhatsApp पर जुड़े |
TeleGram चैनल से जुड़े ➤ |
Google News पर जुड़े |
सोया चाप रेसिपी के लिए कुछ विशेष बातें (Soya chaap gravy recipe note)
- मसाला क्रीम डालने के बाद ग्रेवी को लगातार हलके हलके चलाते रहना चाहिए. इसका कारण है कि, यदि इसे हल्का हल्का न चलाया जाए तो क्रीम के फट जाने का संदेह रहता है, और ग्रेवी मन मुताबिक नहीं बन पाती है.
- क्रीम के साथ नमक न डालना ही सही होता है. क्यूँ कि यदि क्रीम के साथ नमक डाल दिया जाये तो क्रीम फटने का डर रहता है.
- कम से कम आधे घंटे का समय ग्रेवी के तैयार होने में लग सकता है. इस दौरान ओवन के पास ही रहें.
सोया चाप ग्रेवी न्यूट्रीशान टेबल (Soya chaap gravy nutrition facts)
सोया चाप ग्रेवी बनाने के लिये सोयाबीन, टमाटर प्याज आदि के साथ साथ कई अन्य मसालों का भी उपयोग किया जाता है, जिसका पूरा विवरण हमारे द्वारा पोस्ट में ऊपर दिया जा चूका है. अतः इसमें विभिन्न तरह माइक्रो तथा मैक्रो एलेमेंट्स पाये जाते हैं, जो मानव शरीर के विकास में खूब भूमिका निभाते है. नीचे इस डिश का न्यूट्रीशन टेबल दिया जा रहा है:
प्रति सौ ग्राम सोया चाप ग्रेवी के एक आदमी के सेवन में
कैलोरी | 435 |
फैट | 102 ग्रा |
प्रोटीन | 31 ग्रा |
विटामिन ए | 4 प्रतिशत |
विटामिन सी | 2 प्रतिशत |
कैल्शियम | 2 प्रतिशत |
आयरन | 4 प्रतिशत |
कोलेस्ट्रोल | 0 मिली ग्रा |
सोडियम | 1700 मिली ग्रा |
फाइबर | 8 ग्रा |
ये डिश मुख्यतः उत्तर भारत में खूब खाई जाती है. इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन होने की वजह से इसे शाकाहारियों द्वारा खूब पसंद किया जाता है. हालाँकि ये एक शाकाहारी डिश है किन्तु इसका स्वाद किसी मांसाहारी डिश से कम नहीं है. अतः जब भी मन चाहे ये स्वादिष्ट डिश घर पर बनाएं, खाएं और अपने अज़ीज़ों को खिलाएं.
इसे भी पढ़े :