हिंदी लोक

छिपकली में जहर होता है या नहीं | Chipkali Main Jahar Hota Hai

छिपकलियां सरीसृपों में आती है। इन पर बाल नहीं होते है। इनके कान मनुष्यों की तरह बाहर नहीं होते है।

छिपकली में जहर होता है या नहीं | Chipkali Main Jahar Hota Hai

भारतीय घरों में आमतौर पर छिपकली देखने को मिल जाती है। छिपकलियों के शरीर पर कई सारे बैक्टीरिया पनपते हैं। कभी-कभी इसी कारण फ़ूड पॉइजनिंग का खतरा भी बढ़ जाता है। वैसे तो यह जीव किसी को हानि नहीं पहुंचाता। इसके चेहरे भावहीन होते हैं। इनके चेहरे देख कर यह कोई नहीं बता सकता कि वे खुश हैं या दुखी। इनसे लोग आशंकित रहते हैं।

बताते चलें कि, छिपकलियां सरीसृपों की श्रेणी में आती है। इन पर बाल नहीं होते है। इनके कान मनुष्यों की भांती बाहर नहीं होते है। यह जीव ठंडे खून के होते हैं। आज हम आर्टिकल के जरिए जानेंगे कि छिपकली में जहर होता है या नहीं?

chipkali-main-jahar-hota-hai
छिपकली में जहर होता है या नहीं

छिपकली में जहर होता है या नहीं?

छिपकली में जहर नहीं होता परंतु उसकी त्वचा में जहर होता है। यदि यह किसी खाने-पीने वाली सामग्री में गिर जाए और आग पर पक जाए तो उस पके हुए खाद्य पदार्थ में जहर घुल सकता है। छिपकली के काटने पर जहर नहीं फैलता लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से टिटनेस का खतरा होता है। छिपकली यदि काटले तो जख्म के स्थान को साबुन लगाकर करीब 10 मिनट तक धोना चाहिए। छिपकली के काटने पर टिटनेस का टीका अवश्य लगवाना चाहिए।

इसे भी पढ़े :

KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

Related Articles

Back to top button
DMCA.com Protection Status