
दिल्ली: भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने खुलासा किया है कि विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट लेने से एक हफ्ता पहले उनसे बात की थी. शास्त्री ने बताया कि भले ही यह फैसला उन्हें चौंकाने वाला लगा, लेकिन कोहली की बातें सुनकर उन्हें समझ आ गया कि यह सही समय है.
कोहली ने सोमवार को इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपने टेस्ट करियर को अलविदा कह दिया. उन्होंने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 9230 रन बनाए और 30 शतक लगाए. वह भारत की ओर से टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में चौथे नंबर पर हैं.
कोहली और शास्त्री के बीच पहले भी मजबूत रिश्ता रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोहली ने रिटायरमेंट का फैसला लेने से पहले शास्त्री से संपर्क किया था. शास्त्री ने यह बात ICC रिव्यू शो में कन्फर्म की.
विराट और शास्त्री की क्या बात हुई?
शास्त्री ने बताया, “मैंने उससे बात की थी. उसकी सोच बिल्कुल साफ थी कि उसने सब कुछ दे दिया है. कोई पछतावा नहीं था. मैंने उससे कुछ सवाल किए, लेकिन उसके जवाब सुनकर मुझे लग गया कि वो पूरी तरह से तैयार है.”
उन्होंने आगे कहा, “अगर वह कोई काम करता था तो 100% देता था. ऐसा हर कोई नहीं कर सकता. जब टीम मैदान पर होती थी तो ऐसा लगता था कि विराट ही हर विकेट लेगा, हर कैच पकड़ेगा, हर फैसला वही करेगा. इतनी ज्यादा एनर्जी कहीं न कहीं थकावट लाती है. अगर आप खुद को थोड़ा समय नहीं देते, आराम नहीं करते, तो ये होना तय है.”
विराट को फैसला चौंकाने वाला
पूर्व कोच ने बताया कि उन्हें यह फैसला चौंकाने वाला जरूर लगा क्योंकि वह मानते थे कि कोहली के पास अभी भी 2-3 साल टेस्ट क्रिकेट खेलने का दम था. उन्होंने कहा, “उसकी फिटनेस शानदार है, टीम के बाकी खिलाड़ियों से बेहतर है. लेकिन, जब दिमाग थक जाता है, तो शरीर को भी संकेत मिल जाता है कि अब काफी हो गया.”
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शास्त्री और कोहली की जोड़ी को भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल दौरों में गिना जाता है. इस दौर में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीती, वेस्ट इंडीज में लगातार सीरीज जीत दर्ज की और श्रीलंका में 22 साल बाद टेस्ट सीरीज अपने नाम की.
शास्त्री ने इस बदलाव का श्रेय कोहली को दिया. उन्होंने कहा, “जब कोई खिलाड़ी खेल छोड़ता है, तो बाद में सोचता है कि काश यह भी कर लिया होता. लेकिन, विराट ने सब कुछ किया है. वह कप्तान रहे, वर्ल्ड कप जीते, अंडर-19 वर्ल्ड कप भी जीता. अब उनके पास कुछ और साबित करने के लिए नहीं बचा.”
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