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संवाद लेखन की परिभाषा और उदाहरण ( Samvad Lekhan In Hindi )

दोस्तों परीक्षा की घड़ी नजदीक आने वाली हैं। ऐसे में हमारा यह लेख जो संवाद लेखन की परिभाषा और उदाहरण (Samvad Lekhan In Hindi) के अंतर्गत हैं. हम चाहते हैं कि आप संवाद लेखन के सभी आयामों से परिचित हो सकेंगे. हम विस्तार पूर्वक जानेंगे संवाद लेखन क्या है? किसे कहते हैं?

इस पोस्ट को पूरा ध्यानपूर्वक पढ़ने के बाद आप स्वयं संवाद लेखन का कार्य कर सकते हैं. परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का ठीक प्रकार से उत्तर लिख सकेंगे. संवाद लेखन सी.बी.एस.ई. द्वारा कक्षा दसवीं तक पूछा जाता है. यह प्रश्न करीब पांच अंक का होता है. संवाद लेखन स्कूलों में ठीक से पढ़ाए नहीं जाने के कारण विद्यार्थी इस प्रश्न को छोड़ देते हैं. इस लेख को पढ़ने के बाद विद्यार्थी पूछे गए प्रश्नों का ठीक प्रकार से जवाब देकर पूर्ण अंक प्राप्त करेंगे.

संवाद लेखन

किसी दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच की बातचीत को वार्तालाप , या कथोपकथन कहा जाता है. इस प्रक्रिया को व्याकरण की दृष्टि में संवाद कहा जाता है. संवाद के जरिए हम दूसरे व्यक्ति तक अपने विचारों की अभिव्यक्ति कर पाता है. संवाद के दो माध्यम है मौखिक और लिखित, समाज में अपने विचारों के आदान-प्रदान की अभिव्यक्ति संवाद के जरिए कर पाना संभव होता है.

दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच के बातचीत को लिखित तौर पर प्रस्तुत संवाद लेखन के माध्यम से किया जाता है. संवाद लेखन करते समय छोटी-छोटी बारीकियों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.

  • संवाद छोटे तथा उनका अर्थ पूरा निकलना चाहिए.
  • संवाद की भाषा शैली आम बोलचाल की होनी चाहिए. ताकि हर कोई उसे आसानी से समझ सके.
  • पात्र अनुकूल भाषा का प्रयोग किया जाना चाहिए.
  • क्लिष्ट तथा उच्चारण में कठिन लगने वाले शब्दों से बचना चाहिए.
  • बीच-बीच में मुहावरेदार भाषा शैली को भी अपनाना चाहिए.
  • संवाद लेखन में बनावटीपन नहीं लगना चाहिए. अर्थात काल्पनिक नहीं होना चाहिए.
  • सहज और स्वभाविकता पर बल देना चाहिए.
samvad lekhan
संवाद लेखन परिभाषा और उदाहरण

1. कोविड-19 के बाद ऑनलाइन विद्यालय खुलने वाले हैं अतः इस विषय पर दो मित्रों के बीच संवाद लेखन कीजिए

( विशाल तथा रोहित दो मित्र हैं जो ऑनलाइन विद्यालय खुलने के विषय में फोन पर बातचीत कर रहे हैं. उनका संवाद कुछ इस प्रकार है.)

विशाल – हेलो रोहित !

रोहित – हां भाई , मैं रोहित बोल रहा हूं कैसे हो ?

विशाल – बस ठीक हूं भाई , और पढ़ाई कैसी चल रही है ?

रोहित – क्या बताऊं बस एक विषय में थोड़ी सी परेशानी आ रही है ?

विशाल – क्या हुआ किस विषय में परेशानी आ रही है ?

रोहित – विज्ञान में प्रकाश संश्लेषण वाला विषय समझ नहीं आ रहा।

विशाल – मगर वह तो आसान है थोड़ा ध्यान से समझना होगा।

रोहित – क्या तुम मेरी हेल्प कर सकते हो ?

विशाल – हां क्यों नहीं?

रोहित – कल से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो रही हैं मैं तुम्हे शिक्षक के सामने ऑनलाइन क्लास में समझा दूंगा.

विशाल – ठीक है विज्ञान की ऑनलाइन कक्षा के समय हम दोनों बैठ कर इस विषय को क्लियर कर लेंगे.

रोहित – ठीक है भाई थैंक यू.

विशाल – कोई बात नहीं भाई , दोस्ती दोस्त के काम आते हैं.

रोहित – और तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है.

विशाल – मेरी पढ़ाई तो बढ़िया हो रही है बस थोड़ा परीक्षा का टेंशन हो रहा है.

रोहित – कोई बात नहीं सब बढ़िया होगा मुझे उम्मीद है.

विशाल – हां भाई ऐसा ही हो और सब बढ़िया है ?

रोहित – हां सब बढ़िया है

विशाल – ठीक है फिर ऑनलाइन क्लास के समय मिलते हैं.

रोहित – अच्छा ठीक है बाय

विशाल – बाय नमस्कार

2. कॉलेज में दाखिला लेने के लिए काउंटर पर वार्तालाप लिखिए

(12वीं कक्षा की परीक्षा के बाद कॉलेज में एक विद्यार्थी जानकारी देने के लिए कॉलेज जाता है सहायता केंद्र पर सहायक से बातचीत करता है उसकी बातचीत इस प्रकार है – )

विद्यार्थी – नमस्कार श्रीमान।

सहायक – नमस्ते

विद्यार्थी –मुझे कॉलेज में उपलब्ध कोर्स के विषय में विस्तार पूर्वक जानना है।

सहायक – पूछिए क्या पूछना चाहते हैं ?

विद्यार्थी – दरअसल मैंने अभी 12वीं कक्षा की परीक्षा दी है विज्ञान विषय से। आपके कॉलेज में क्या क्या कोर्स उपलब्ध है।

सहायक – हमारे कॉलेज में स्नातक विज्ञान , कंप्यूटर साइंस , जीव विज्ञान आदि कई विशेष कोर्स उपलब्ध है।

विद्यार्थी – श्रीमान इसकी विस्तृत जानकारी मिल सकती है क्या ?

सहायक – हां अवश्य कॉलेज की विस्तृत जानकारी के लिए आपको ब्रोशर लेना पड़ेगा जिसका शुल्क ₹10 है।

विद्यार्थी – जी अवश्य एक ब्रोशर मुझे दे दीजिए।

सहायक – उसके लिए आपको काउंटर नंबर दो पर जाना होगा।

विद्यार्थी – जी धन्यवाद

सहायक – धन्यवाद आपका दिन शुभ हो।

3. बस कंडक्टर से वार्तालाप का संवाद लेखन करिये।

यात्री – हेलो , यह बस कहां जा रही है ?

कंडक्टर – आपको कहां जाना है ?

यात्री – मुझे हरिद्वार जाना है।

कंडक्टर –हरिद्वार तो नहीं मगर , रुड़की तक जाएगी।

यात्री – अच्छा मैं हरिद्वार के बस का इंतजार कर रहा था।

कंडक्टर – हरिद्वार जाने वाली बस दो घंटे बाद आएगी चाहो तो रुड़की तक चल सकते हो।

यात्री – वहां से हरिद्वार कितनी दूर है ?

कंडक्टर – 15 से 20 मिनट का रास्ता है।

यात्री – रुड़की का किराया कितना है ?

कंडक्टर – ₹110

यात्री – और रुड़की से हरिद्वार का कितना रुपया लगेगा ?

कंडक्टर – ₹15 वहां से लगेंगे।

यात्री – साधन तो मिल जाएगा ?

कंडक्टर – हां रिक्शा बस ऑटो सब साधन मिल जाएगा।

यात्री – ठीक है।

4. आधार कार्ड में सुधार करवाने के लिए संवाद

ग्राहक  – नमस्कार सर कुछ जानकारी प्राप्त करना चाहता हूं।

अधिकारी  – नमस्कार जी पूछिए

ग्राहक  – आधार कार्ड में मुझे अपना निवास स्थान का पता परिवर्तन कराना है।

अधिकारी  – उसके लिए आपको एक फॉर्म भरना पड़ेगा।

ग्राहक  – और कुछ की आवश्यकता तो नहीं ?

अधिकारी – वर्तमान स्थान का निवास प्रमाण पत्र देना होगा।

ग्राहक – निवास प्रमाण पत्र में क्या मान्य है ?

अधिकारी – बिजली का बिल  ,फोन का बिल , घर का टैक्स आदि मान्य है।

ग्राहक – वोटर आईडी कार्ड भी मान्य होगा ?

अधिकारी – निवास स्थान के केस में यह मान्य नहीं है।

ग्राहक – इसके लिए बायोमेट्रिक की भी आवश्यकता है ?

अधिकारी – हां बायोमेट्रिक और आधार कार्ड से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर की भी आवश्यकता होगी।

ग्राहक – जी धन्यवाद कार्यालय का समय क्या है या और बता दीजिए।

अधिकारी – प्रातः 10:00 से सायं 5:00 बजे तक का समय ग्राहकों के लिए है।

ग्राहक – धन्यवाद सर।

निष्कर्ष –

समग्रतः कहा जा सकता है कि दो या दो से अधिक व्यक्तियों के बीच की वार्तालाप को संवाद कहते हैं। लिखने की प्रक्रिया में इसे संवाद लेखन कहा जाता है। संवाद लेखन का विषय पात्रों के अनुकूल होना चाहिए , उसकी भाषा शैली भी पात्रों को ध्यान में रखकर लिखी जानी चाहिए। कृत्रिम शब्दावली और से बच कर रहना चाहिए।

संवाद लेखन व्याकरण का एक अंग है , यह कक्षा 9वीं व 10वीं तक की परीक्षाओं में अधिकतर पूछा जाता है.

हिंदी विषय में किसी भी प्रकार की सहायता के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। हमारे अधिकारी आपकी सहायता यथाशीघ्र करेंगे बस आप कमेंट बॉक्स में अपने मैसेज को लिखें।

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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